पूनियां के राजगढ़ दौरे के कुछ दिनों बाद बीजेपी निकाय बोर्ड के निर्देश पर तोड़े गए मंदिर- विश्वेन्द्र का बड़ा बयान: राजगढ़ में वर्षों पुराने मंदिरों को तोड़े जाने के बाद गर्माई सियासत, अब इस मामले पर गहलोत सरकार में पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह का आया बड़ा बयान, कहा- राजगढ़ में नगर पालिका क्षेत्र राजगढ़ के मेला चौराहा से गोल चक्कर तक मास्टर प्लान के तहत अतिक्रमण हटाने का प्रस्ताव हुआ था पारित, 35 में से 34 भाजपा पार्षदों वाली नगरपालिका के चेयरमैन सतीश दुहारिया ने सर्वसम्मति से पास करवाया था प्रस्ताव, अधिकारियों द्वारा अतिक्रमण करने वाले लोगों को नोटिस और उसके बाद दिया गया था पर्याप्त समय, 17 एवं 18 अप्रैल को हुई कार्रवाई में हटाए गए सिर्फ अवैध निर्माण, दो सार्वजनिक और एक निजी मंदिर जो कि बना था नाले के ऊपर, भी हटाए गए इस मास्टर प्लान के कारण, मंदिर निर्माणकर्ताओं ने स्वयं मूर्तियों को हटाया, जिसके बाद मंदिर के ढांचे को हटाया गया, सभी मूर्तियों को हटाया गया सम्मानपूर्वक जिन्हें अब नवीन स्थान पर किया जाएगा पुनर्स्थापित, इस तरह ये पूर्णतया स्थानीय नगरपालिका का था फैसला, जिससे राज्य सरकार का नहीं है कोई सीधा संबंध, कुछ लोग तो ये भी कह रहे हैं कि 15-20 दिन पहले राजगढ़ गए थे भाजपा प्रदेशाध्यक्ष और अब वहां भाजपा के चेयरमैन के निर्देश पर हुई ऐसी कार्रवाई, तो कहीं ये भाजपा का बड़ा प्लान तो नहीं? जेपी नड्डा और पीएम मोदी से मिले निर्देशों का पालन करने के लिए खुद ही मंदिरों को तोड़कर अब कर रहे हैं तमाशा, ये कैसे भूल गए भाजपा की सरकार के दौरान इतने मंदिर तोड़े गए, कि RSS को इनकी सरकार के खिलाफ करना पड़ा था चक्काजाम