जहरीली शराब से हुई मौतों पर प्रियंका गांधी ने घेरा यूपी सरकार को, पूछा- जिम्मेदार कौन?

प्रयागराज के फूलपुर थाना क्षेत्र के इमिलिया गांव की घटना, आधा दर्जन से अधिक अस्पताल में भर्ती, चार अधिकारियों को किया सस्पेंड, प्रियंका गांधी ने लगाए शराब माफियाओं पर कार्रवाई में नाकामी के आरोप

Priyanka Gandhi (2)
Priyanka Gandhi (2)

Politalks.News/UP/PriyankaGandhi. उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है. ताज़ा मामला संगम नगरी प्रयागराज का है जहां सरकारी ठेके की देशी शराब पीने से कुछ लोगों की तबीयत अचानक से बिगड़ गई. इनमें से पांच लोगों की मौत हो गई और आधा दर्जन लोग अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं. घटना के बाद जहरीली शराब के मुद्दे पर यूपी कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी ने यूपी सरकार को आड़े हाथ लिया और योगी सरकार पर शराब माफियाओं पर कार्रवाई में नाकाम रहने का आरोप लगाया है. मामला फूलपुर थाना क्षेत्र के इमिलिया गांव का है. घटना पर सरकार ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जिला आबकारी अधिकारी सहित चार लोगों को सस्पेंड किया है.

मामले में प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए योगी सरकार पर निशाना साधा. प्रियंका ने कहा, ‘यूपी में लखनऊ, फिरोजाबाद, हापुड़, मथुरा, प्रयागराज समेत कई जगहों पर जहरीली शराब से मौतें हुई हैं. आगरा, बागपत, मेरठ में जहरीली शराब से मौतें हुई थीं. आखिर क्या कारण है कि कुछ दिखावटी कदमों की बजाय सरकार जहरीली शराब के माफियाओं पर कार्रवाई करने में नाकाम रही है? कौन जिम्मेदार है?’

दरअसल, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की तरफ से जारी तमाम निर्देशों के बावजूद न तो जहरीली शराब बिकना बंद हुई है और उससे होने वाली मौतें थम रही हैं. इस बार जहरीली शराब का कहर प्रयागराज की फूलपुर तहसील के अमिलिया गांव में बरपा है. वहां सरकारी ठेके से जहरीली शराब पीकर 5 लोगों की जान चली गई है. इस ठेके से आसपास के दर्जनभर गांव के लोग शराब खरीद कर पीते हैं.

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गांव वालों के मुताबिक श्याम बाबू देसी शराब के नाम पर कई तरह की शराब बेच रहा था. स्थानीय जनों ने पुलिस के साथ मिलीभगत कर अवैध और जहरीली शराब का कारोबार करने का आरोप भी लगाया है. गांव वालों का कहना है कि कई बार शिकायत करने पर भी उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई. घटना के बाद सीओ फूलपुर और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर रवाना हो गए हैं. प्रशासन पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुट गया है. पुलिस अब इलाके के दूसरे गावों में भी शराब खरीदने वालों की तलाश कर रही है.

एतियाद के तौर पर गांव में एम्बुलेंस लगा दी गई है, ताकि बीमार होने पर उनको अस्पताल भेजा जा सके. पुलिस ने ठेके को सीज करा दिया है. सरकारी ठेका संगीता जायसवाल का बताया जा रहा है, जिसे उसका पति श्याम बाबू जायसवाल चला रहा था. पुलिस ने श्याम बाबू की तलाश में उसके घर पर दबिश भी दी, लेकिन श्याम बाबू और संगीता दोनों फरार हो गए. पुलिस दोनों की तलाश में जुटी है.

गौरतलब है कि यूपी में योगी सरकार की लाख कोशिशों के बाद घटिया देसी शराब बेचने और खरीदने वालों पर नियंत्रण नहीं लग पा रहा. दो दिन पहले ही राजधानी लखनऊ में जहरीली शराब पीने से 6 लोगों की मौत हो गई थी. सरकार ने कार्रवाई करते हुए लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय को हटा दिया और उनकी जगह डीके ठाकुर को नियुक्त किया था. लापरवाही के चलते आबकारी निरीक्षक आलोक पांडेय को निलंबित किया गया था. 48 घंटे बाद फिर से दुखद घटना सामने आई है.

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