अजमेर के वैशाली नगर स्थित गुर्जर समाज के आराध्य देव नारायण भगवाान के मंदिर की चारदीवारी तोड़ने पर गरमाई सियासत, सोमवार देर रात 11.30 बजे अचानक हुई इस कार्रवाई की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में जिले भर से गुर्जर समाज के सैकड़ों लोग रात को ही जमा हो गए मंदिर के बाहर, हालांकि रात भर से धरने पर बैठे गुर्जर समाज और प्रशासन के बीच वापस चारदीवारी बनाने को लेकर बन गई है सहमति, वहीं मामले को आरएलपी सुप्रीमो और नागौर सांसद ने कांग्रेस के साथ-साथ पूर्ववर्ती भाजपा सरकार को भी लिया आड़े हाथ, सांसद बेनीवाल गहलोत सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि- अजमेर मुख्यालय पर राजस्थान सरकार के इशारे पर प्रशासन द्वारा प्राचीन देवनारायण भगवान के मंदिर की चारदिवारी को तोड़ना है दुर्भाग्यपूर्ण, इस प्रकार जन आस्था से खिलवाड़ नही किया जायेगा बर्दाश्त, मंदिरों को तोड़ना, खंडित करना और विकास कार्यों के नाम पर मंदिरों की संपति को नुकसान पहुंचाना विगत कई वर्षों से जारी है प्रदेश में, भाजपा सरकार के समय भी जयपुर सहित प्रदेश के कई स्थानों पर तोड़ा गया प्राचीन मंदिरों को, वर्ष 2022 के अप्रेल माह में राजस्थान के अलवर जिले में 300 साल पुराने मंदिर पर चला गहलोत सरकार का बुलडोजर, इससे पूर्व भाजपा सरकार में मंत्री रहे युनुस खान ने अपने सरकारी आवास से प्राचीन शिव मंदिर को तुड़वाया, चुंकि देवनारायण भगवान में लाखों-करोड़ों लोगों की है आस्था, अजमेर के इस मामले में सरकार को तत्काल प्रभाव से गुर्जर समाज के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता करके मंदिर की दीवार तोड़ने के लिए जिम्मेदार अफसरों पर करनी चाहिए कार्यवाही, देवनारायण भगवान की आस्था से खिलवाड़ नही किया जायेगा बर्दाश्त, आरएलपी खड़ी है गुर्जर समाज के साथ, मैने पार्टी के पदाधिकारियों को मौके पर जाने के लिए कर दिया है निर्देशित