राजस्थान में 2023 में सीएम फेस कौन होगा यह सोशल मीडिया नहीं पार्टी संसदीय बोर्ड तय करेगा- अरुण सिंह

अगर आज विधानसभा के चुनाव हो जाएं तो प्रदेश में तीन-चौथाई बहुमत के साथ भाजपा सरकार बनाएगी, पार्टी नेताओं के विचारों में भेद हो सकता है कि लेकिन किसी तरह मनभेद या गुटबाजी नहीं है- अरुण सिंह

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Politalks.News/Rajasthan. भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री व प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने राजस्थान इकाई में गुटबाजी की अटकलों को खारिज करते हुए रविवार को कहा कि पार्टी नेताओं के विचारों में भेद हो सकता है कि लेकिन किसी तरह मनभेद या गुटबाजी नहीं है. अरुण सिंह ने कहा अगले चुनाव में सीएम फेस कौन होगा, यह फैसला सोशल मीडिया नहीं, पार्टी का संसदीय बोर्ड तय करेगा. इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस को दोहरे चरित्र से भरी ‘भ्रमित’ पार्टी करार दिया.

प्रदेश भाजपा कोर ग्रुप की बैठक में भाग लेने जयपुर आए प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि, ‘हम भिन्न-भिन्न मतों के साथ एक हैं.’ पार्टी की स्थानीय इकाई में धड़ेबाजी के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘पार्टी में मत अलग-अलग होते हैं और विचारों में भेद होना भी चाहिए लेकिन मतभेद होता है, मन भेद नहीं होता. हम एक हैं मतों की भिन्नता के साथ.’ वहीं पार्टी में किसी तरह की धड़ेबाजी को खारिज करते हुए उन्होंने कहा,’अलग-अलग राय होती है होनी चाहिये लेकिन राय अलग-अलग होने के बाद किसी विषय पर सहमति बनाने का काम हम करते हैं.’

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2023 के आगामी विधानसभा चुनाव में किसी एक चेहरे को आगे रखने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘मीडिया वाले चुनाव तक कई लोगों को मुख्यमंत्री बनाएंगे. मीडिया व सोशल मीडिया के जरिए बहुत से लोग मुख्यमंत्री बनेंगे या नहीं बनेंगे. इसमें हम कुछ नहीं कर सकते. लेकिन मुख्यमंत्री का चेहरा बनना कौन होगा, कौन नहीं होगा, कौन बनेगा या कौन नहीं बनेगा यह हमारे संसदीय बोर्ड पर निर्भर करता है. वहीं, उचित समय पर फैसला करता है.’ अरूण सिंह ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कोई चेहरा नहीं था, उत्तराखंड में कोई चेहरा नहीं था. हरियाणा व महाराष्ट्र के पहले चुनाव में कोई चेहरा नहीं था. कई राज्यों में चेहरा होता है, कहीं नहीं होता यह शुद्ध रूप से भाजपा संसदीय बोर्ड तय करता है.’

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बीच ‘तालमेल’ के आरोपों के सवाल पर अरुण सिंह ने कहा, ‘ ऐसे कैसे मान सकते हैं कि दोनों में तालमेल है. यह तो विरोधी लोग कहते हैं
सिंह ने कहा, ‘मुख्यमंत्री गहलोत ने तो वसुंधरा राजे के खिलाफ कई जांच भी बैठाई तो कैसे तालमेल हो सकता है. वंसुधरा जी बिल्कुल संघर्ष कर रही हैं सड़कों पर हैं.’ इस बारे में सांसद हनुमान बेनीवाल के आरोपों पर उन्होंने कहा, ‘वे कौन होते हैं ऐसी बात कहने वाले.’

वहीं केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन को लेकर अरुण सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा, ‘कांग्रेस नेता राहुल गांधी या प्रियंका गांधी हों अथवा कांग्रेस के दूसरे अन्य नेता, सभी किसानों को गुमराह कर रहे हैं. कांग्रेस का किसान आंदोलन को सीधा-सीधा समर्थन है.’

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अरुण सिंह ने कहा, ‘कांग्रेस का सदैव ही ये दोहरा चरित्र रहा है और कभी किसी बात को कहना फिर उसी बात से यू-टर्न करना. यह कांग्रेस का दोहरा चरित्र है, भ्रमित पार्टी है.’ सिंह ने कहा, ‘कांग्रेस ने सदैव किसानों को गरीब रखा किसानों के लिए कुछ नहीं किया.’ अरुण सिंह ने बताया, ’72 हजार करोड़ रूपए हर वर्ष किसानों को पीएम किसान निधि के अन्तर्गत मिल रहा है, इसके अलावा अनेक योजनाओं से किसानों की आमदनी दोगुनी करने का प्रधानमंत्री मोदी प्रयास कर रहे हैं. तीन कानून लाकर उनकी आमदनी दोगुनी हो ये सुनिश्चित कर रहे हैं. कांग्रेस इस पर प्रश्न चिन्ह खड़े कर खुद को भ्रमित पार्टी साबित कर रही है.’

बीजेपी प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह ने कहा कि राज्य की अशोक गहलोत सरकार की जनविरोधी नीतियों से जनता में हाहाकार है. अरुण सिंह ने दावा करते हुए कहा कि, ‘आज राज्य की जनता भाजपा के पक्ष में खड़ी हुई है, भाजपा प्रदेश में पूरी तरह मजबूत है, अगर आज विधानसभा के चुनाव हो जाएं तो प्रदेश में तीन-चौथाई बहुमत के साथ भाजपा सरकार बनायेगी, ऐसा मुझे पूर्ण विश्वास है.

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