PoliTalks.news. अयोध्या के राम मंदिर पर सियासत गर्म होने लगी है. एआईएमआईएम पार्टी के मुखिया और सांसद असदुद्दीन ओवैसी राम मंदिर के भूमि पूजन पर खासे नाराज हैं. ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भूमि पूजन करने को लेकर भी सवाल उठाया है. साथ ही बड़ा बयान देते हुए कहा कि भूमि पूजन तो केवल एक शुरुआत है, आगे आगे देखिए क्या होता है. उन्होंने कहा कि भूमि पूजन मुद्दे का खात्मा नहीं बल्कि ये तो एक शुरुआतभर है. उन्होंने हिंदू पक्ष की इस जीत को सेकुलरिज्म की हार बताते हुए आगामी दिनों में केंद्र की बीजेपी सरकार का फुल-टू प्लान बताया है.
ओवैसी ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन हो गया जो हिंदुत्व यानि RSS की जीत है, लेकिन हिंदुत्व की कामयाबी सेकुलरिज्म की हार है. मुस्लिम नेता ने कहा कि राम मंदिर के भूमि पूजन से सरकार और आरएसएस ने देशवासियों और देश के मुस्लिमों को एक पैगाम जारी किया है कि बाबरी मस्जिद की जमीन पर जो भूमि पूजन हुआ, वो केवल और केवल एक शुरुआत है. अब हम नहीं रुकेंगे और ये सब आगे भी जारी रखेंगे. ओवैसी ने दावा किया कि बाबरी मस्जिद के बाद अब अगला नंबर मथुरा और काशी का है.
#BabriMasjid thi, hai aur rahegi inshallah #BabriZindaHai pic.twitter.com/RIhWyUjcYT
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 5, 2020
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ओवैसी ने दावा किया कि आरएसएस और बीजेपी की मिलीभगत और न्यायालय की मदद से जो कुछ अयोध्या में हुआ या चल रहा है, अब वैसा ही कुछ मथुरा और काशी में होगा. अब काशी और मथुरा पर भी आवाज उठेगी और दोनों शहरों की मस्जिदों को भी शहीदी किया जाएगा और वहां भी मंदिरों को स्थापित किया जाने वाला है. ये कैसे होगा, इसकी भी पूरी डिटेल ओवैसी ने बयां की है. ओवैसी ने कहा कि पहले काशी और मथुरा पर आवाज उठाई जाएगी. उसके बाद एक धर्म संसद को बुलाया जाएगा जो इस मुद्दे पर अपना मत रखेगी. उसके बाद बीजेपी एक बिल पास करेगी और इसे आरएसएस अपनी बैठक में अपना लेगी. उसके बाद जाकर काशी और मथुरा की मस्जिदों को शहीद कर देंगे.
इसके बाद मामला कोर्ट में जाएगा, आस्था का मसला पैदा होगा. ओवैसी ने कहा कि बरसों से बीजेपी और आरएसएस ये सब ही तो करते आए हैं. ये ही इनकी विचारधारा है जो देश को समझना है. ये अब रूकने वाले नहीं हैं. ओवैसी ने दावा किया कि चंद महीनों पर काशी और मथुरा शुरु होगा. ओवैसी ने ये भी कहा कि मेरे इस बयान के बाद मुझपर भी सवाल उठाए जाएंगे लेकिन मैं चुप नहीं रहूंगा.
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ओवैसी ने कहा कि बार बार बात को उठाया जरूरी है क्योंकि ये नफरत नहीं है, ये केवल सच्चाई को बयां करना है और सच्चाई ये है कि जहां भूमि पूजन हुआ, वहां 450 साल तक वहां मस्जिद थी. ओवैसी ने पीएम मोदी के मंदिर के भूमि पूजन करने पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री एक जिम्मेदारी वाला पद है और पीएम मोदी का इस तरह किसी धार्मिक समारोह में जाना किसी भी लिहाज से ठीक नहीं है.