Prem Singh Tamang Latest News – प्रेम सिंह तमांग सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा से चुने गए पहले व राज्य के 6वें मुख्यमंत्री है. 2014 में सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा पार्टी का गठन प्रेम सिंह तमांग ने ही की थी. वे राज्य में लम्बे समय से शासन कर रहे एसडीएफ (सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट) पार्टी से असंतुष्ट थे. उन्होंने राज्यव्यापी आवाज बुलंद की और सिक्किम की जनता प्रेम सिंह तमांग की पार्टी ‘सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा’ का भी स्वागत किया. राज्य में हुए 2014 के विधानसभा में पार्टी का अच्छा जनाधार रहा जबकि राज्य में होने वाले 2019 के विधानसभा चुनाव में पार्टी जबर्दस्त जीत हुई.
इस जीत के साथ ही जहाँ एक ओर राज्य में पवन कुमार चामलिंग सरकार का अस्त हो गया तो वही सिक्किम की राजनीति में प्रेम सिंह तमांग सरकार का उदय हुआ.
इस लेख में हम आपको सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग की जीवनी (Prem Singh Tamang Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
प्रेम सिंह तमांग की जीवनी (Prem Singh Tamang Biography in Hindi)
असली नाम | प्रेम सिंह तमांग |
उम्र | 55 साल |
जन्म तारीख | 5 फरवरी, 1968 |
जन्म स्थान | सिंगल बस्ट, सिक्किम, भारत |
शिक्षा | ग्रेजुएशन |
कॉलेज | दार्जलिंग गवर्नमेंट कॉलेज |
पद | सिक्किम के मुख्यमंत्री |
व्यवसाय | राजनेता और अध्यापक |
राजनीतिक दल | सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पिता का नाम | कालू सिंह तमांग |
माता का नाम | धन माया तमांग |
पत्नी का नाम | – |
बच्चे | एक बेटा |
बेटी का नाम | – |
बेटे का नाम | आदित्य तमांग |
स्थाई पता | हाउस नंबर-29/2, सिंगलिंग बस्ती, पोस्ट ऑफिस- सिंगलिंग, थाना- सोरेंग, पश्चिमी सिक्किम |
वर्तमान पता | गंगटोक |
फोन नंबर | 03592-201093 |
ईमेल | skm@nic.in |
प्रेम सिंह तमांग का जन्म और परिवार (Prem Singh Tamang Birth & Family)
प्रेम सिंह तमांग का जन्म 5 फरवरी, 1968 को पश्चिम सिक्किम राज्य के पश्चिम सिक्किम जिले के सिंगल बस्ट के एक गोरखा परिवार में हुआ था. उनके पिता का नाम कालू सिंह तमांग और माता का नाम धन माया तमांग था.
प्रेम सिंह तमांग का एक बेटा है. बेटे का नाम आदित्य तमांग है. आदित्य तमांग भी पिता के राह कदम पर चलते हुए राजनीति में अपना करियर बना चुका है. वर्तमान में आदित्य तमांग सोरेंग चाकुंग से सिक्किम विधान सभा के सदस्य है. प्रेम सिंह तमांग धर्म से नेपाली मूल के हिन्दू है.
प्रेम सिंह तमांग की शिक्षा (Prem Singh Tamang Education)
प्रेम सिंह तमांग ने 1988 में नार्थ बंगाल यूनिवर्सिटी के अंतर्गत आने वाले दार्जलिंग गवर्नमेंट कॉलेज से कला में BA किया.
प्रेम सिंह तमांग का शुरूआती जीवन (Prem Singh Tamang Early Life)
राजनीति में आने से पहले प्रेम सिंह तमांग सरकारी शिक्षक थे. पढाई के बाद उन्हें सिक्किम सरकार में मानव संसाधन विकास विभाग के तहत 1990 में स्थानीय स्कूल में शिक्षक की नौकरी मिल गई, लेकिन तमांग की शिक्षक की नौकरी के बदले सामाजिक कार्यो में अधिक रूचि थी. परिणाम यह हुआ कि नौकरी मिलने के बावजूद तमांग सामाजिक कार्यो में अधिक समय बिताने लगे और कई स्थानीय संघठन के सदस्य बन गए. इसी कड़ी में उन्होंने 1991 में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की. वे सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट के सदस्य बन गए. बाद में उन्होंने शिक्षक की नौकरी के पद से त्यागपत्र दे दिया इस तरह उन्होंने 1990 से लेकर 1993 तक सरकारी शिक्षक की नौकरी की.
नौकरी से त्यागपत्र देने के बाद प्रेम सिंह तमांग राजनीति में भी अपना फूल टाइम करियर बनाने में लग गए और यही से प्रेम सिंह तमांग का एक शिक्षक से नेता बनने की यात्रा शुरू होती है.
प्रेम सिंह तमांग का राजनीतिक करियर (Prem Singh Tamang Political Career)
प्रेम सिंह तमांग ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत एसडीएफ (सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट) पार्टी से की. वर्ष 1994 में तमांग अपने जीवन का पहला विधानसभा चुनाव लड़ा सिक्किम की स्थानीय पार्टी सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट ने उन्हें सोरेंग चाकुंग निर्वाचन क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया, जिसमें तमांग की जीत हुई. बाद में वे राज्य युवा संयोजक और उपाध्यक्ष के तौर पर काम किया.
मुख्यमंत्री बनने से पहले तमांग सिक्किम सरकार में लगातार तीन बार मंत्री के पद पर रह चुके है. तमांग विधानसभा में अपनी पहली राजनीतिक जीत के बाद तत्कालीन सिक्किम सरकार में वर्ष 1994 से लेकर वर्ष 1999 तक पशुपालन, चर्च और उद्योग विभाग के मंत्री नियुक्त किये गए थे.
वर्ष 1999 से लेकर वर्ष 2004 तक वे उद्योग और पशुपालन मंत्री बनाये गए थे और वर्ष 2004 से लेकर वर्ष 2009 तक वे भवन एवं आवास विभाग मंत्री के तौर पर काम किया था.
वर्ष 2009 में बुर्टुक निर्वाचन क्षेत्र से जीत के बाद उन्हें उद्योग विभाग के अध्यक्ष के लिए नामित किया गया था मगर उन्होंने अध्यक्ष के रूप में काम नहीं किया.
21 दिसंबर, 2009 को सिक्किम के कर्मचारियों द्वारा आयोजित किये गए रोलू पिकनिक कार्यक्रम के बाद तमांग और एसडीएफ पार्टी के बीच मतभेद मनभेद में बदल गया क्योंकि सत्तारूढ़ पार्टी एसडीएफ (सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट) ने सभी कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. इस घटना के बाद से ही तमांग का सत्तारूढ़ पार्टी से दूरियां बढ़ने लगी और जल्द ही तमांग पार्टी के बागी विधायक की श्रेणी में आ गए.
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अब वे लगातार प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से पार्टी की नीतियों का विरोध करने लग गए थे. विरोध के बावजूद वे पार्टी में बने हुए थे, लेकिन सितंबर, 2013 में तमांग ने आधिकारिक रूप से सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट पार्टी के सभी पदों से त्यागपत्र दे दिया.
त्यागपत्र के बाद अगले वर्ष सितंबर, 2014 को उन्होंने ‘सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा’ (एसकेएम) नाम की अपनी स्वयं की राजनीतिक पार्टी का गठन कर लिया. उसी वर्ष राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में वे अपनी स्वयं की पार्टी ‘सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा’ से बुर्टुक निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए. उस चुनाव में उनकी पार्टी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा को 32 सीटों वाली सिक्किम विधानसभा में 10 सीटों पर जीत के साथ कुल मतों का 42 प्रतिशत प्राप्त हुआ था, जो एक अच्छी शुरुआत थी.
उसी के बाद तमांग पर शासन में रहते सरकारी धन की हेराफेरी के आरोप लगे. उनपर आरोप था कि उन्होंने सिक्किम सरकार में मंत्री रहते 1994 से 1999 के बीच सरकारी खजाने का दुरूपयोग किया है. न्यायालय ने प्रेम सिंह तमांग को दोषी पाया और इसके बाद वे सिक्किम विधानसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गए. उन्हें अपनी विधायकी खोनी पड़ गई.
राज्य में हुए 2019 के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा को 32 सीटों वाली सिक्किम विधानसभा में 17 सीटों पर जीत हासिल हुई. यह जीत ऐतिहासिक जीत थी क्योंकि इसके बाद सिक्किम में पवन कुमार चामलिंग के नेतृत्व वाली सिक्किम डेम्रोक्रेटिक फ्रंट के 24 वर्ष के शासन का अंत हो गया था और राज्य में प्रेम सिंह तमांग की पार्टी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा को भरी जनादेश मिला था.
2019 के सिक्किम विधानसभा चुनाव में प्रेम सिंह तमांग की पार्टी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा की ऐतिहासिक जीत तो जरूर हुई थी मगर विचित्र बात यह थी कि भ्रष्ट्राचार का आरोप झेल रहे तमांग ने इस चुनाव को स्वयं नहीं लड़ा था. इसके बावजूद उन्होंने 27 मई, 2019 को सिक्किम के 6वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली.
मुख्यमंत्री बनने के बाद वे 2019 में पोकलोक-कामरांग उपचुनाव लड़ा और 10,811 मतों से जीत हासिल की. उन्हें इस चुनाव में कुल वोट का अकेले 84 प्रतिशत वोट हासिल हुआ. वर्तमान में वे सिक्किम के मुख्यमंत्री है.
प्रेम सिंह तमांग की संपत्ति (Prem Singh Tamang Net Worth)
- खेती वाली जमीन – 13,95,000 लाख रूपये
- गैर-खेती वाली जमीन – 49,06,613 लाख रूपये
- कमर्शियल बिल्डिंग – Nil
- आवासीय भवन – 1,20,54,000 करोड़ रूपये
- कैश – 1,88,000 लाख रूपये
- बैंक डिपॉजिट एवं अन्य जमा – 4,09,971 लाख रूपये
- बांड्स एवं शेयर – Nil
- एलआईसी और अन्य इंश्योरेंश पॉलिसी – 15,85,000 लाख रूपये
- वाहन – 17,62,000 लाख रूपये
- ज्वेलरी – 9,85,000 लाख रूपये
- अन्य सम्पत्ति – Nil
- कुल संपत्ति – 2,32,85,584 करोड़ रूपये
Note – संपत्ति की जानकारी उनके द्वारा सिक्किम 2014 के विधानसभा चुनाव के समय दी गई है.
इस लेख में हमने सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग की जीवनी (Prem Singh Tamang Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.