नागौर की घटना पर गर्माई सियासत, रालोपा विधायक बैठे धरने पर तो राहुल गांधी व सीएम गहलोत के ट्वीट पर बेनीवाल ने किया पलटवार

सचिन पायलट ने मामले को बताया गम्भीर तो मायावती ने साधा कांग्रेस शाषित राज्यों पर निशाना, रालोपा के तीनों विधायको ने किया बजट भाषण का बहिष्कार, मंत्री खाचरियावास को बर्खास्त करने की मांग सहित कई मुद्दों को लेकर बैठे धरने पर

पॉलिटॉक्स न्यूज़. राजस्थान के नागौर जिले में चोरी के आरोप में दो दलित युवकों के साथ की गई बर्बरतापूर्वक मारपीट और गुप्तांग में पेट्रोल डालने के मामले में प्रदेश की सियासत जबरदस्त गरमा गई है. इस मामले पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने नाराजगी जाहिर करते हुए तत्काल करवाई की मांग के साथ ट्वीट किया है. तो वहीं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने राहुल गांधी के ट्वीट पर पलटवार करते हुए गहलोत सरकार पर निशाना साधा. इसके अलावा नागौर की इस घटना पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग और प्रदेश में हुए महाघूसकांड में मंत्री खाचरियावास को बर्खास्त करने के साथ मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांगों को लेकर रालोपा के तीनों विधायकों ने मुख्यमंत्री के बजट भाषण का बहिष्कार किया और सदन की सीढ़ियों पर धरने पर बैठ गए.

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रालोपा विधायकों ने किया बजट भाषण का बायकॉट, बैठे धरने पर

नागौर के दलित युवकों के साथ बर्बरता कांड और परिवहन विभाग के घूसकांड के खिलाफ राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के मुखिया हनुमान बेनीवाल के आह्वान पर गुरूवार को राजस्थान विधानसभा में रालोपा विधायकों ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जैसे ही अपना बजट अभिभाषण पढ़ना शुरू किया तो रालोपा विधायक नारायण बेनीवाल, पुखराज गर्ग व इंदिरा देवी बावरी ने तख्तीयां लहराते हुए नारेबाजी शुरू कर दी. इस पर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के टोकने पर तीनों विधायकों ने बजट भाषण का बायकॉट करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया और सदन की सीढियों पर आकर परिवहन विभाग में घूसकांड की सीबीआई जांच, मंत्री खाचरियावास को बर्खास्त करने व नागौर की घटना में एसपी को एपीओ करने की मांग के साथ धरने पर बैठ गए.

क्या है दलित युवकों के साथ बर्बरता का मामला

दरअसल, बीती 16 फरवरी, रविवार को नागौर जिले के करणु गांव में चोरी के आरोप में दो दलित युवकों को बर्बरतापूर्ण तरीके से पीटा गया. इतना ही नहीं पेचकस के आगे कपड़ा लपेटकर उसको पेट्रोल में डुबोकर उनमें से एक युवक के गुप्तांग के अंदर डाला गया. इस पूरे मामले का विडियो बनाकर बुधवार को सोशियल मीडिया पर जमकर वायरल भी किया गया. वीडियो के वायरल होने के बाद पीडित युवक ने पुलिस को शिकायत दी. इसके बाद पुलिस ने बुधवार को सात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर पांच युवकों को गिरफ्तार कर लिया.

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राहुल गांधी ने किया ट्वीट

नागौर में दलित युवकों के साथ हुए इस घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि राजस्थान के नागौर में दो युवा दलित युवकों के साथ क्रूरतापूर्वक अत्याचार किए जाने का वीडियो भयानक है. मैं राज्य सरकार से इस चौंकाने वाले अपराध में न्याय के लिए अपराधियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं.

हम सुनिश्चित करेंगे कि पीड़ितों को न्याय मिले – अशोक गहलोत

इस घटना पर सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि नागौर में हुई भयावह घटना में, तत्काल और प्रभावी कार्रवाई की गई है. सात आरोपियों को इस मामले में अब तक गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में किसी को नहीं बख्शा जाएगा. दोषियों को कानून के अनुसार सजा दी जाएगी और हम सुनिश्चित करेंगे कि पीड़ितों को न्याय मिले.

हनुमान बेनीवाल ने किया राहुल गांधी और सीएम गहलोत के ट्वीट पर पलटवार

सीएम गहलोत के इस ट्वीट पर हनुमान बेनीवाल ने कमेंट कर लिखा, राज्य के मुखिया होने के नाते आपकी नैतिक जिम्मेदारी को भुलाकर आपने आलाकमान के निर्देशों के बाद घटना पर प्रतिक्रिया दी. मामले को दबाने का प्रयास करने वाले एसपी, CO, SHO के खिलाफ कार्यवाही कब करोगे. धारा 365, 307 को नहीं जोड़ा गया आखिर ट्वीट ही करोगे या जिम्मेदारों को भी हटाओगे?

राहुल गांधी के इस ट्वीट पर नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने सीएम गहलोत पर निशाना साधते हुए कमेंट कर लिखा, आपके थोपे मुख्यमंत्री नकारा हैं. पिछले एक साल में दलित महिलाओं पर अत्याचार चरम पर है, लगातार हार के बावजूद ऐसे व्यक्ति को 7 करोड़ लोगों पर थोपने के क्या मजबूरी है. आप खुद इस्तीफ़ा दे गये पर इनकी ज़िम्मेदारी तय नहीं कर पाए.

सचिन पायलट की प्रतिक्रिया

राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने ट्वीट कर कहा, नागौर जिले में घटित हुई दलित युवकों की बेरहमी से पिटाई का मामला गंभीर है. राज्य में कानून व्यवस्था सुदृढ़ रहे और हर नागरिक सुरक्षित महसूस करे, यह सरकार की प्राथमिकता है. यदि कोई कानून व्यवस्था अपने हाथ में लेने की कोशिश करेगा उन पर सख़्त कार्यवाही होगी.

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मायावती ने भी साधा निशाना

वहीं इस मामले पर बसपा सुप्रीमों मायावती ने ट्वीट कर कहा, कांग्रेस-शासित राजस्थान के नागौर में दलित भाईयों के उत्पीड़न का वायरल वीडियो विचलित करने वाला है व गुजरात के ऊना आदि के दर्दनाक घटनाओं की याद दिलाता है. स्पष्ट है दलितों पर उत्पीड़न-शोषण की क्रूरता हर जगह जारी है. अति-दुर्भाग्यपूर्ण. सरकार दिखावटी नहीं बल्कि प्रभावी कार्रवाई करें.

वहीं विधानसभा में धरने पर बैठे रालोपा विधायक नारायण बेनीवाल ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि आज विधानसभा में बजट अभिभाषण के दौरान रालोपा विधायक दल ने परिवहन विभाग में चल रहे व्यापक घोटाले और संगठित भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच करवाने की मांग और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को बर्खास्त करने की मांग की है.

इसके साथ ही नारायण बेनीवाल ने कहा कि नागौर में कुछ समाजकंटकों द्वारा दलित युवकों पर बर्बर अत्याचार पर हमने मांग की है कि नागौर जिला पुलिस अधीक्षक की नाकामी और दायित्व निर्वहन में घोर लापरवाही के चलते उन्हें एपीओ किया जाए. नारायण बेनीवाल ने आगे बताया कि इन सभी चिन्ताजनक प्रकरणों में भी सरकार के असंवेदनशील, उदासीनता भरे और लीपापोती वाले रवैये के विरोध में विधायक दल ने सदन से वॉकआउट किया. अन्याय, अत्याचार और भ्रष्टाचार के विरुद्ध हमारा संघर्ष चलता रहेगा. सभी दोषियों को कड़ी सजा दिलाए बिना हम चैन से नहीं बैठेंगे.