देश के कई राज्यों के साथ राजस्थान में भी पेट्रोल-डीज़ल के दामों ने तोड़ी आम आदमी की कमर, महंगाई की मार के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर चलाया कैंपेन, पीसीसी चीफ द्वारा चलाए गए #मोदी_मतलब_महंगाई कैंपेन को लेकिन नहीं मिला अपनों का ही साथ, आम कार्यकर्ता और विधायकों की तो क्या करें बात, खुद सीएम अशोक गहलोत और पूर्व पीसीसी चीफ सचिन पायलट ही नहीं बने इस कैंपेन का हिस्सा, यही नहीं ज्यादातर मंत्री जिनमें रघु शर्मा, शांति धारीवाल, प्रमोद जैन भाया, हरीश चौधरी, अशोक चांदना, सुभाष गर्ग, लालचंद कटारिया आदि मंत्रियों ने नहीं दिखाई इस कैंपेन में कोई रुचि, बात करें विधायकों की पायलट गुट के वेदप्रकाश सोलंकी और इंद्राज गुर्जर सहित कुछ विधायकों को छोड़कर बाकी ज्यादातर विधायकों ने भी नहीं लिया इस कैंपेन में भाग, ऐसा नहीं है कि सोशल मीडिया के किसी कैंपेन में नहीं होता इनका ‘इंटरेस्ट‘, ये सभी मंत्री और विधायक अपने अपने ट्वीटर एकाउंट पर हैं जबरदस्त एक्टिव, बीते दिन ही कांग्रेस के कई कार्यकर्ताओं ने ‘पायलट का हाथ आमजन के साथ‘ को करवाया था टॉप ट्रेंड में ट्रोल, इनमें से ज्यादातर मंत्री और विधायकों के हजारों-लाखों में हैं फॉलोवर्स, अगर ये सभी लेते ‘इंटरेस्ट‘ तो ये कैंपेन भी देशभर में रह सकता था ट्रेंड में टॉप थ्री पर
अब बात करें बीजेपी के विधायक, सांसद और कार्यकर्ताओं की तो, बीते दिन प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने चलाया #गहलोत_राज_जंगलराज कैंपेन, और कुछ ही घण्टों में यह कैंपेन 50 हजार से ज्यादा रिट्वीट के साथ देशभर में टॉप 4 पर रहा ट्रेंड में, जबकि आज का कांग्रेस का यह #मोदी_मतलब_महंगाई कैंपेन नहीं पहुंच पाया टॉप 50 में भी, हालांकि कांग्रेस के कुछ नेताओं ने अपने वीडियो किए इस हैशटैग के साथ पोस्ट भी लेकिन उनके नहीं थे ज्यादा फॉलोवर्स, पीसीसी चीफ डोटासरा के बाद सिर्फ अर्चना शर्मा और विधायक इन्द्राज सिंह गुर्जर दो ही हैं ऐसे नेता, जिनके ट्वीट को साढ़े छह सौ से ज्यादा व्यूज़ और ढाई सो से ज्यादा लोगों ने किया है लाईक, अब ऐसे में उठता यही यक्ष सवाल “ऐसे तो कैसे जीतेगी कांग्रेस?”