देश में लोकसभा चुनाव के पांच चरण संपन्न हो चुके हैं और मतदान के दो चरण अभी बाकी है. इन बचे चरणों के चुनाव प्रचार में ये दिख रहा है कि चुनाव की पूरी तस्वीर अब निजी हमलों पर आकर टिक गई है. कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने पीएम मोदी के राजीव गांधी पर दिए बयान का पलटवार करते हुए ट्वीट कर उन्हें कायर बताया है. साथ ही खुफिया इनपुट के बाद भी तत्कालीन वीपी सिंह सरकार द्वारा राजीव गांधी की सुरक्षा के लिए ठोस कदम नहीं उठाने की भी बात कही है. बता दें कि पीएम ने चुनावी रैली में राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा था कि, भले ही आपके राज-दरबारियों ने आपके पापा को मिस्टर क्लीन का तमगा दिया हो. लेकिन उनका जीवनकाल भ्रष्टाचारी नंबर वन के रुप में खत्म हुआ.
Rajiv ji lost his life due to their hatred & is no longer here amongst us to answer the baseless allegations & abuses which are being unleashed on him
— Ahmed Patel (@ahmedpatel) May 9, 2019
पीएम मोदी का राजीव गांधी को लेकर दिया गया बयान पिछले काफी दिनों सियासी गलियारों की सुर्खियां बना हुआ है. इस बयान के बाद कांग्रेस ने पीएम मोदी पर कई हमले किए और उन पर कई टिप्पणी भी की गई. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इस बयान का पलटवार करते हुए पीएम को दुर्योधन तक कह दिया. इसके अलावा भी कई कांग्रेसी नेताओं की इस बयान पर प्रतिक्रियाएं आई थीं. अब इस मामले में कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने पीएम मोदी पर ट्वीट कर निशाना साधा है. अहमद पटेल ने ट्वीट में कहा, राजीव गांधी पर हमले के इतने इनपुट होने के बावजूद बीजेपी की समर्थन वाली वीपी सिंह सरकार ने उन्हें अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया नहीं कराई. राजीव गांधी ने अपनी जिंदगी इसी नफरत के कारण गंवा दी.
साथ ही उन्होंने कहा कि एक शहीद प्रधानमंत्री को गाली देना कायरता की निशानी है. लेकिन राजीव गांधी की हत्या के लिए आखिर ज़िम्मेदार कौन है? इसके अलावा उन्होंने कहा कि अफसोस की बात है कि वो इन बेबुनियाद सवालों का जवाब देने के लिए हमारे मध्य नहीं है. पटेल के इस बयान के बाद सियासत का पारा गर्मा सकता है. क्योंकि पटेल अपने इस बयान के जरिए सीधे-सीधे तत्कालीन बीजेपी समर्थन की वीपी सिंह सरकार को राजीव गांधी पर हमले में लापरवाही का कारण बता रही है.
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने यूपी के प्रतापगढ़ में चुनावी सभा के दौरान कांग्रेस को चुनौती दी थी कि कांग्रेस बचे हुए दो चरण में चुनाव राजीव गांधी के नाम पर लड़कर दिखाए. जिसके बाद प्रियंका गांधी ने दिल्ली में प्रधानमंत्री को भी चुनौती देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नोटबंदी और जीएसटी के दम पर चुनाव लड़कर दिखाए.