पॉलिटॉक्स ब्यूरो. नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और NRC के विरोध में बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी ने शनिवार को बिहार बंद (Bihar Band) का आव्हान किया है. हाजीपुर में आरजेडी के कार्यकर्ता भैसों पर सीएए के विरोधी नारे लगे बैनर लटकाते हुए प्रदर्शन करते नजर आए. इस बैनर पर ‘काला कानून नहीं चलेगा, मैं भारतीय हूं’ जैसे नारे लिखे हुए हैं. वहीं तेजस्वी ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर बल प्रयोग किया या समर्थकों को कोई भी नुकसान पहुंचा तो इसका अंजाम बुरा होगा. वहीं अररिया में कांग्रेस और आरजेडी कार्यकर्ताओं के ट्रेन रोके जाने की खबर मिली है. पटना, हाजीपुर, दरभंगा, कैमूर, जहानाबाद सहित कई शहरों में आगजनी के भी समाचार मिल रहे हैं. वहीं वीआईपी के कार्यकर्ताओं ने पटना में प्रदर्शन के दौरान बैरिकेड तोड़ दिए.
ताजा जानकारी के अनुसार, सुबह आरजेडी का मार्च शांतिपूर्ण तरीके से निकाला गया लेकिन थोड़ी देर बाद कार्यकर्ता और समर्थकों की भारी भीड़ ने आगजनी शुरु कर दी. (Bihar Band) बंद के कारण कई जगह जाम की स्थिति में कई एम्बुलेंस फंस गई. पटना के राजेंद्र नगर के पास राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ताओं ने रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन किया और दरभंगा से नई दिल्ली जाने वाली बिहार संपर्क क्रांति सुपरफास्ट ट्रेन को रोका गया. बाद में पुलिस ने सभी समर्थकों को वहां से हटाया. पटना के डाकबंगला चौराहे और दरभंगा में कड़कड़ाती ठंड में आरजेडी कार्यकर्ताओं ने अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया. पटना के इनकम टैक्स चौराहे के पास बंद समर्थकों ने जज की गाड़ी रोक दी. वहीं मुंगेर में उपद्रवियों ने उत्पात मचाते हुए खड़ी बसों में तोड़फोड़ की.
यह भी पढ़ें: सरकार के एक साल के जश्न में ‘छोटे सरकार’ नदारद, क्या फिर से है किसी अदावत की आहट?
इसके अलावा, पार्टी कार्यकर्ताओं ने नेशनल हाइवे पर भी बवाल किया और हाजीपुर-मुज्जफ्फरपुर राष्ट्रीय राजमार्ग—22 को भगवानपुर में बंद कराया. उन्होंने सड़कों पर बैनर लटकाए भैसों को खड़ा कर दिया और यातायात बाधित करने का प्रयास किया. बंद के दौरान कई जगहों पर टायर जलाने की भी खबरे हैं. दरभंगा के गंज चौक पर हजारों आरजेडी कार्यकर्ताओं ने अर्धनग्न होकर दरभंगा कुशेश्वरस्थान मुख्य पथ को जाम कर दिया है जिसकी वजह से सैंकड़ों गाड़ियां फंसी हुई है. पप्पू यादव ने समर्थकों से सड़क और रेलवे बाधित नहीं करने की अपील की. वहीं प्रशासन ने स्टेशन परिसर और उसके आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है. सुरक्षा व्यवस्था के लिए दो हजार का अतिरिक्त पुलिस बदल तैनात किया गया है.
वहीं विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) भी CAA को लेकर विरोध प्रदर्शन करने सड़कों पर उतरी है. पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पटना में प्रदर्शन के दौरान बैरिकेड तोड़ दिए और जमकर हंगामा किया. (Bihar Band)
मीडिया से रूबरू होते हुए तेजस्वी ने प्रशासन को चेताते हुए बताया कि हम लोग 21 को शांतिप्रिय तरीके से प्रतिरोध करेंगे और बिहार बंद (Bihar Band) करेंगे. पार्टी की ओर से भी कार्यकर्ताओं को निर्देशित कर दिया गया है. फिर भी अगर पुलिस ने किसी पर बल प्रयोग किया या किसी भी कार्यकर्ता को नुकसान पहुंचा या फिर नीतीश कुमार ने कुछ भी चालाकी दिखाने की कोशिश की तो अंजाम बुरा होगा.
हम लोग 21 को शांतिपूर्ण तरीके से प्रतिरोध करेंगे, बिहार बंद करेंगे। पार्टी की ओर से भी कार्यकर्ताओं को निर्देशित कर दिया गया है। फिर भी अगर पुलिस ने किसी पर बल प्रयोग किया, नीतीश कुमार ने कुछ चालाकी दिखाने की कोशिश की, तो अंजाम बुरा होगा।”
–@yadavtejashwi जी pic.twitter.com/9fKXY2RjNd— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) December 20, 2019
वीडियो में ये भी कहा गया, ‘नीतीश कुमारजी का अभी और रोना बाकी है. वे अभी तो चीख चीखकर रोने वाले हैं. बिहार की जनता अनाड़ी नहीं है जो उनकी जालसाजी में फंस जाएगी. आज देश खतरे में है, संविधान खतरे में है. देश बचाने और संविधान बचाने के लिए हमने बंद का एलान किया है’.
तेजस्वी ने ये भी कहा कि लोकतंत्र में विरोध करने का सबको अधिकार है. सत्ता में बैठे लोगों को तय करना है कि वे कैसे प्रबंध करते हैं. उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून असंवैधानिक और मानवता के खिलाफ है. इसने भारतीय जनता पार्टी के विभाजनकारी चरित्र को उजागर किया है.
इससे पहले नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और NRC के विरोध में बीती रात आरजेडी ने बिहार के सभी जिलों में मशाल जुलूस भी निकाला. राजधानी पटना में तेजस्वी यादव ने खुद पार्टी का झंडा थाम जुलूस का नेतृत्व किया. तेजस्वी यादव ने खुद को गांधीवादी बताते हुए बंद के शांतिपूर्ण रहने का दावा किया.
NRC और नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में कल 21 दिसंबर को राष्ट्रीय जनता दल का बिहार बंद है। इसकी पूर्व संध्या पर शांतिपूर्ण बंद के लिए आज बिहार के सभी जिलों में पार्टी की ओर से मशाल जुलूस निकाला गया। #CAA_NRC_Protests pic.twitter.com/4xGUY72JQD
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) December 20, 2019
उधर, कई मुद्दों पर केंद्र सरकार से अलग रुख दिखा चुकी एनडीए में शामिल जदयू भी NRC का विरोध करने वालों की सूची में शामिल हो गई है. बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू अध्यक्ष नीतिश कुमार ने स्पष्ट तौर पर कहा कि वे प्रदेश में एनआरसी को लागू नहीं कराएंगे. बता दें कि नीतीश कुमार की पार्टी ने लोकसभा और राज्यसभा में केंद्र सरकार के नागरिकता संशोधन बिल को समर्थन दिया है.