राजस्थान के विधायक संयम लोढ़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर कसा तंज, ट्वीट कर कहा- क्या षडयंत्र नहीं हुए, घर के भीतर से, बाहर से, लेकिन जब मन में जनता की सेवा का भाव हो तो निपटना भी पड़ता हैं और अपमान भी सहन करना पड़ता हैं, दिल्ली में हम ही भारत हैं, का भाव लेकर बैठे दो महारथियों ने काले धन के बल पर कितने राज्यों में जनादेश को तहस नहस कर दिया लेकिन जिस जीवटता और हौसले के साथ अशोक गहलोत ने अहसास कराया कि राजस्थान की धरती वीरों से खाली नहीं हुई है, भाजपा पांच साल में विधानसभा के भीतर और बाहर विपक्ष का धर्म भी निभा न सकी, जनहित में हम जैसे निर्दलीयों को कई बार सरकार के खिलाफ बोलना पड़ा क्योंकि “भाजपाई” तो वाक आउट की रस्म में ही सेट हो कर निकलते रहे, बिजली की गंभीर समस्या पर 70-75 भाजपा विधायकों का दल सरकार से सदन में जवाब तक न ले सका, हास्यास्पद तो यह है कि अब विपक्ष की पूरी राजनीति जनता के मुद्दे पर नहीं रियासतकालीन खंडहर के वक्तव्य पर टिक गई हैं, जिसकी गूंज आम जनता के मनोरंजन के काम आ रही हैं और भाजपा अंग्रेजों के जमाने के “जोकर” की भूमिका निभा रही हैं