Rao Narbir Singh Latest News – हरियाणा में राव नरबीर सिंह एक ऐसे नेता है जिसके नाम सबसे कम उम्र में है गृह राज्य मंत्री बनने का रिकॉर्ड दर्ज है. वर्ष 1987 में रेवाड़ी जिला की जाटूसाना विधानसभा सीट से पहली बार चुनाव लड़ा और अपने पहले ही चुनाव में जीत भी गए. इस दौरान नरबीर मात्र 26 वर्ष की उम्र के थे. चुनाव में जीतकर देवीलाल सरकार में गृह राज्य मंत्री बने. राव नरबीर सिंह को राजनीति विरासत में मिली थी. राव नरबीर के दादा मोहर सिंह 1942 में भारत पाकिस्तान विभाजन से पहले पंजाब राज्य में एमएलसी थे. जबकि राव नरबीर के पिता महावीर सिंह यादव हरियाणा में कैबिनेट मंत्री थे. राव नरबीर सिंह का राजीतिक यात्रा सरपंच बनने से शुरू हुआ था. वर्ष 1983 में नरबीर गैरतपुर गांव के सरपंच बने थे इसी के चार वर्ष बाद वो हरियाणा के रेवाड़ी जिला की जाटूसाना विधानसभा से विधायक बने और बाद में मंत्री भी बने. 2024 में हरियाणा विधानसभा में बीजेपी की बंपर जीत के बाद जब प्रदेश में नायब सैनी की सरकार का गठन हुआ तब 63 वर्षीय राव नरबीर सिंह को भी मंत्रिमंडल में स्थान दिया गया. इस लेख में हम आपको हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री के पद पर आसीन व भारतीय जनता पार्टी के नेता श्री राव नरबीर सिंह की जीवनी (Rao Narbir Singh Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
राव नरबीर सिंह की जीवनी (Rao Narbir Singh Biography in Hindi)
पूरा नाम | राव नरबीर सिंह |
उम्र | 63 साल |
जन्म तारीख | 2 अप्रैल,1961 |
जन्म स्थान | गुड़गांव, हरियाणा |
शिक्षा | स्नातक |
कॉलेज | इलाहाबाद |
वर्तमान पद | हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री |
व्यवसाय | राजनीतिज्ञ, व्यापार |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पिता का नाम | महावीर सिंह यादव |
माता का नाम | – |
पत्नी का नाम | अनीता सिंह |
बच्चे | दो बच्चे |
बेटें का नाम | – |
बेटी का नाम | – |
स्थाई पता | गुड़गांव |
वर्तमान पता | गुड़गांव |
फोन नंबर | – |
ईमेल | – |
राव नरबीर सिंह का जन्म और परिवार (Rao Narbir Singh Birth & Family)
राव नरबीर सिंह का जन्म 2 अप्रैल,1961 को हरियाणा के गुड़गांव में हुआ था. उनके पिता का नाम महावीर सिंह यादव है जो हरियाणा राज्य में पूर्व कैबिनेट मंत्री थे. उनके दादा मोहर सिंह थे जो 1942 में भारत और पाकिस्तान के विभाजन से पूर्व पंजाब राज्य में एमएलसी हुआ करते थे. राव की पत्नी का नाम अनीता सिंह है जो आरएमएससीओई में निदेशक है. उनके दो बच्चे है.
राव नरबीर सिंह की शिक्षा (Rao Narbir Singh Education)
राव नरबीर सिंह ने उत्तमा साहित्य रत्न, हिंदी मध्यमा विशरद हिंदी साहित्य सम्मेलन इलाहबाद (प्रयागराज) से पास किया था.
राव नरबीर सिंह का राजनीतिक करियर (Rao Narbir Singh Political Career)
राव नरबीर सिंह की राजनीतिक यात्रा 1983 से शुरु हुई थी. वह पहली बार गांव गैरतपुर का सरपंच बने. पर जल्दी ही वह राज्य स्तर की राजनीति में उतर आये. राव 1987 में पहली बार हरियाणा के जाटूसाना विधानसभा से चुनाव लड़ा और जीत कर विधायक बने. उस समय नरबीर की आयु मात्र 26 वर्ष की थी. उसी आयु में उन्हें देवीलाल की सरकार में गृह राज्य मंत्री बना दिया गया. नरबीर के लिए यह बड़ी उपलब्धि थी क्योकि जिस आयु में लोग सरकारी नौकरी के लिए धक्के खाते फिरते है उस आयु में वह एक राज्य का गृह राज्य मंत्री बन गए और वह भी अपनी पहली जीत के बाद ही. इसके बाद तो नरबीर लगातार आगे बढ़ते रहे.
नरबीर सिंह 1996 में नरबीर सोहना विधानसभा क्षेत्र से जीत दर्ज की और जीत के बाद एक फिर से नरबीर को राज्य का मंत्री पद मिला.
जीत के बाद उन्हें हरियाणा सरकार में परिवहन मंत्री बनाया गया साथ ही उन्हें खेल और मुद्रण एवं स्टेशनरी मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया. राव नरबीर सिंह 2009 का लोकसभा चुनाव भी लड़ा पर किस्मत ने उनका यहाँ साथ नहीं दिया और वो इस चुनाव में गुड़गांव लोकसभा सीट से हार गए.
वर्ष 2014 में नरबीर को गुड़गांव के बादशाहपुर विधानसभा से तीसरी बार जीत मिली थी. जीत के बाद उन्हें राज्य में बनने वाली बीजेपी की मनोहर लाल खट्टर की सरकार में फिर से मंत्री पद मिला. नरबीर को खट्टर की सरकार में लोक निर्माण विभाग एवं वन विभाग दिया गया.
पर 2019 के विधानसभा चुनाव में नरबीर को भारतीय जनता पार्टी ने टिकट नहीं दिया और इस कारण वो इस बार न कोई चुनाव लड़ा और न ही उन्हें कोई पद ही मिला.
राज्य में जब 2024 का विधानसभा चुनाव हुआ तब 48 सीट के साथ भारतीय जनता पार्टी की जबरदस्त जीत हुई. 90 सीटों वाली विधानसभा में आधे से भी ज्यादा विधायक बीजेपी के ही है. हरियाणा में यह बीजेपी की तीसरी बार की सरकार है और ऐसे में जब राज्य में नायब सैनी के नेतृत्व में नयी सरकार ने शपथ ली तब मुख्यमंत्री के साथ 13 कैबिनेट मंत्री को भी शपथ दिलाई गई. उन 13 कैबिनेट मंत्री में एक मंत्री बादशाहपुर से जीत कर आये राव नरबीर सिंह भी है. इस तरह राव नरबीर सिंह अपने जीवन में चौथी बार हरियाणा के मंत्री बने.
राव नरबीर सिंह का राजनीतिक कद
राव नरबीर सिंह का अहीरवाल क्षेत्र में पकड़ है. माना जाता है उनको उस क्षेत्र में केवल राव इंद्रजीत सिंह ही टक्कर दे सकते है. शायद यही कारण है कि राव नरबीर सिंह को राव इंद्रजीत सिंह का धुर विरोधी माना जाता है. फिर भी राव नरबीर सिंह अहीरवाल क्षेत्र में बड़े नेता के रूप में जाने जाते है. यही कारण है कि पार्टी ने जब उन्हें टिकट दिया तब वो अपनी विजय को लेकर पहले दिन से ही आश्वस्त थे. हालांकि पार्टी ने उन्हें 2019 में विराम दिया था और 2019 से 2024 तक राजनीतिक आराम किया पर 2024 में एक बार फिर से पार्टी ने उन्हें अवसर दिया और वो इस अवसर पर खड़े उतरे.
दूसरी बार यह है कि गुड़गांव का बादशाहपुर विधानसभा बड़ी विधानसभा के रूप में जानी जाती है. यहाँ पांच लाख वोटर है और इतने लोगो के बीच अपनी पकड़ बनाना एक बड़ी बात कही जा सकती है.
वर्तमान में राव नरबीर सिंह हरियाणा की गुड़गांव जिले के बादशाहपुर विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक है और राज्य की नायब सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री है.
राव नरबीर सिंह की संपत्ति (Rao Narbir Singh Net Worth)
हरियाणा के बादशाहपुर के विधायक राव नरबीर सिंह करोडो के मालिक हैं. उनके पास कुल सम्पत्ति लगभग 50 करोड़ हैं. हालांकि वर्ष 2014 में उनके पास चल व अचल संपत्ति करीब 51 करोड़ थी. दस वर्षो में उनकी संपत्ति में 1 करोड़ की कमी आयी है. 2024 में चुनाव आयोग के पास दिए गए हलफनामे के अनुसार उनके पास एक लग्जरी कार एमजी ग्लोस्टर और कृषि कार्य के लिए एक ट्रैक्टर भी है. उनपर करीब चार करोड़ का कर्ज भी है.
इस लेख में हमने आपको हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह की जीवनी (Rao Narbir Singh Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.