Savitri Jindal Latest News – हरियाणा के हिसार विधानसभा सीट से देश की सबसे धनी महिला सावित्री जिंदल ने निर्दलीय चुनाव जीत लिया है. वह बीजेपी से टिकट की आस में थी पर टिकट नहीं मिलने के कारण वह मैदान में निर्दलीय ही उतरी. इस सीट पर सावित्री जिंदल का सामना बीजेपी के कमल गुप्ता से था. सावित्री जिंदल, जिंदल परिवार की मुखिया होने के साथ साथ जिंदल समूह की चेयरपर्सन भी है. वह देश की चौथी सबसे धनी जबकि भारत की सबसे धनी स्त्री है. वह स्टील उद्योग में दुनिया में नाम कमाने वाले दिवंगत ओपी जिंदल की पत्नी है. उनके बेटे नवीन जिंदल कुरुक्षेत्र से बीजेपी के सांसद है. फॉर्च्यून इंडिया के अनुसार सावित्री जिंदल 2.77 लाख करोड़ रूपये की मालकिन है.
इस लेख में हम आपको देश के चौथे सबसे बड़े उद्योग घराने की मालकिन व हिसार की निर्दलीय विधायक सावित्री जिंदल की जीवनी (Savitri Jindal Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
सावित्री जिंदल की जीवनी (Savitri Jindal Biography in Hindi)
पूरा नाम | सावित्री जिंदल |
उम्र | 74 साल |
जन्म तारीख | 20 मार्च,1950 |
जन्म स्थान | तिनसुकिया, असम |
शिक्षा | डिप्लोमा |
कॉलेज | – |
वर्तमान पद | हिसार से निर्दलीय विधायक |
व्यवसाय | राजनीतिज्ञ, व्यापार (ओ.पी. जिंदल समूह के अध्यक्ष) |
राजनीतिक दल | निर्दलीय |
वैवाहिक स्थिति | विधवा |
पिता का नाम | – |
माता का नाम | – |
पति का नाम | स्व. ओम प्रकाश जिंदल |
बच्चे | 9 बच्चे |
बेटें का नाम | पृथ्वीराज जिंदल, सज्जन जिंदल, रतन जिंदल, नवीन जिंदल |
बेटी का नाम | – |
स्थाई पता | हिसार, भारत |
वर्तमान पता | हिसार, भारत |
फोन नंबर | – |
ईमेल | – |
सावित्री जिंदल का जन्म और परिवार (Savitri Jindal Birth & Family)
सावित्री जिंदल का जन्म 20 मार्च,1950 को असम के तिनसुकिया जिले के एक मध्यमवर्गीय हिन्दू मारवाड़ी परिवार में हुआ था. उनका शुरूआती जीवन सादगी और विनम्रता में बीता था. 1970 में उनका विवाह ओम प्रकाश जिंदल के साथ हुआ जो जिंदल ग्रुप के फाउंडर और स्टील व बिजली के क्षेत्र में अपने उद्योग के लिए देश भर में प्रसिद्ध थे. उनके पति व प्रसिद्ध उद्योगपति ओपी जिंदल की वर्ष 2005 में एक हेलीकॉप्टर क्रैश में हो गई. इसके बाद सावित्री जिंदल ने जिंदल समूह की अध्यक्ष की भूमिका संभाली और समूह को और अधिक उचाईयों पर ले गई.
74 वर्ष की सावित्री जिंदल ओपी जिंदल ग्रुप एंड इनहेरिटेड की अध्यक्ष है और कंपनी की पूरी जिम्मेदारी स्वयं संभालती है. उनकी लीडरशिप में JSW ग्रुप ने बहुत नाम कमाया.
सावित्री जिंदल के 9 बच्चे है जिनमे चार बेटे है. उनके नाम – पृथ्वीराज जिंदल, सज्जन जिंदल, रतन जिंदल और नवीन जिंदल. पृथ्वीराज जिंदल, Jindal SAW Ltd का काम देखते है जबकि सज्जन जिंदल JSW ग्रुप के चेयरमैन मैनेजिंग डायरेक्टर है वही रतन जिंदल, जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर है तो वही उनके सबसे छोटे बेटे नवीन जिंदल Jindal Steel & Power Ltd के चैयरमेन हैं. नवीन जिंदल राजनीति में भी है. फिलहाल वे कुरुक्षेत्र से बीजेपी के सांसद हैं. सावित्री जिंदल धर्म से हिन्दू है और जाति से मारवाड़ी है.
उन पर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है.
सावित्री जिंदल का शुरूआती जीवन (Savitri Jindal Early Life)
सावित्री जिंदल साधारण घराने से है. उनका शुरूआती जीवन भी सादगी तौर तरीके से ही बीता है पर उनकी शादी बिजनेस घराने में होने के बाद उनके रहन सहन में बदलाव आया और सावित्री जिंदल एक साधारण स्त्री से देश की देश की जाने माने औद्योगिक घराने की बहु कहलायी.
सावित्री जिंदल देश की दिग्गज स्टील कंपनी जिंदल ग्रुप (JSW) की चेयरपर्सन है. सावित्री जिंदल के हाथो में ही फिलहाल जिंदल ग्रुप की कमान है. उनका जिंदल समूह स्टील, पॉवर, सीमेंट और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में काम करता है. सावित्री जिंदल भारत की आयरन लेडी के नाम से भी जानी जाती है और देश की एक बड़ी उद्योगपति हैं.
सावित्री जिंदल एक व्यवसायी होने के साथ साथ समाज सेवी भी है और वह राजनीति से हटकर समाज सेवा में भी भाग लेती है.
सावित्री जिंदल का राजनीतिक करियर (Savitri Jindal Political Career)
सावित्री जिंदल के पति और जिंदल समूह के संस्थापक ओम प्रकाश जिंदल ने तीन विधानसभा चुनावों (1991, 2000 और 2005) में हिसार से जीत हासिल की थी. ओपी जिंदल भूपेंद्र सिंह हुड्डा वाली कांग्रेस सरकार में राज्य में मंत्री भी रह चुके थे. पर 2005 में उनकी हेलीकॉप्टर क्रैश में मृत्यु हो गई.
सावित्री जिंदल की राजनीतिक यात्रा वर्ष 2005 से शुरू हुई थी. उन्होंने अपने पति की मृत्यु के बाद राजनीति में कदम रखा था. सावित्री जिंदल ने पति की मृत्यु के बाद अपना पहला उपचुनाव 2005 में लड़ा और जीत हासिल की. जीत के बाद सावित्री जिंदल राज्य के हुड्डा सरकार में मंत्री भी बनी थी. बाद में 2009 में जब राज्य में विधानसभा के चुनाव हुए तो वह फिर से हिसार से चुनाव लड़ा और इस चुनाव में भी जीत गई. 2013 में उन्हें राज्य के हुड्डा सरकार में मंत्री बनाया गया. हालांकि 2014 में बीजेपी की लहर में वह हिसार से चुनाव हार गई. 2019 का चुनाव उन्होंने नहीं लड़ा.
लेकिन जब देश में 2024 का लोकसभा का चुनाव नजदीक था तब सावित्री जिंदल के सबसे छोटे बेटे नवीन जिंदल कांग्रेस छोड़कर 24 मार्च को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए और उन्हें पार्टी ने कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया, जहाँ से वो जीत गए. कुछ ही दोनों के बाद सावित्री जिंदल भी हिसार में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हो गई थी पर बीजेपी ने हरियाणा के विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं दिया था इससे वे आहत हुई और निर्दलीय ही चुनाव लड़ने का निर्णय लिया.
सावित्री जिंदल इस चुनाव में 18,941 वोट से जीत हासिल की, उन्हें कुल 49,231 वोट मिले जबकि कांग्रेस के रामनिवास राड़ा दूसरे स्थान पर रहे, उन्हें 30,290 वोट मिले. बीजेपी के कमल गुप्ता यहाँ तीसरे स्थान पर रहे, उन्हें 17,385 वोट ही मिल पाएं.
सावित्री जिंदल वर्तमान में 16वीं हरियाणा विधानसभा के निर्दलीय सदस्य है और वे हरियाणा के हिसार विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं.
सावित्री जिंदल की संपत्ति (Savitri Jindal Net Worth)
सावित्री जिंदल न केवल हरियाणा की सबसे धनी विधायक है बल्कि वह भारत की चौथी सबसे धनवान व देश की सबसे धनी महिला है. सावित्री जिंदल अडानी और अंबानी को टक्कर देती है. उनके पास लगभग 80 हजार करोड़ रूपये की संपत्ति है. सावित्री जिंदल भारत के जाने माने उद्योग घराने की मुखिया है. अर्थात उनकी नेटवर्थ 39.5 अरब डॉलर है.
2024 के हरियाणा विधानसभा चुनाव के समय सावित्री जिंदल के द्वारा दाखिल किये गए एफिडेविट के अनुसार उनकी कुल चल संपत्ति 190 करोड़ है जबकि उनकी अचल सम्पत्ति करीब 80 करोड़ है. एफिडेविट में सावित्री जिंदल ने अपनी नेट वर्थ करीब 270 करोड़ रूपये (savitri jindal net worth in rupees) बताई है.
इस लेख में हमने आपको देश के चौथे सबसे बड़े उद्योग घराने की मालकिन व हिसार की निर्दलीय विधायक सावित्री जिंदल की जीवनी (Savitri Jindal Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.
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