12 सांसदों के निलंबन पर तमतमाया विपक्ष, साझा बयान जारी कर फैसले को बताया अलोकतांत्रिक: मानसून सत्र में हंगामा करने के मामले में राज्यसभा से कांग्रेस, शिवसेना और टीएमसी समेत पांच पार्टियों के 12 सांसदों को शीतकालीन सत्र से किया गया निलंबित, निलंबन के बाद कई सांसदों ने इस फैसले पर जताई है आपत्ति, विपक्षी पार्टियों ने कल इस फैसले के विरोध में बुलाई एक बैठक, जिसमें आगे क्या कदम उठाना है उसको लेकर की जाएगी चर्चा, निलंबन के बाद विपक्षी पार्टियों ने एक संयुक्त बयान किया जारी- ‘विपक्ष ने 12 सांसदों के निलंबन के फैसले की निंदा की और इसे अलोकतांत्रिक निलंबन दिया है करार, विपक्षी पार्टियों ने 12 सांसदों के निलंबन के फैसले पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के दफ्तर में मंगलवार को बुलाई है बैठक निलंबन के बाद कांग्रेस सांसद रिपुन बोरा ने कहा- “हां हमने किया था विरोध प्रदर्शन किया, हमने किसानों, गरीबों के लिए किया था प्रदर्शन और एक सांसद होने के नाते ये है हमारा कर्तव्य, हम उत्पीड़ित और वंचित लोगों की उठाएं आवाज़, अगर हम संसद में आवाज़ नहीं उठाएंगे तो कहां उठाएंगे?”