गहलोत सरकार ने पानी के बिलों को 2 महीने स्थगित कर दी राहत, लेकिन बिजली के बिलों में आता है करंट तो: कोरोना लॉकडाउन में गहलोत सरकार ने प्रदेशवासियों को खुद की नजर में दी बड़ी राहत, कोरोना के चलते 2 माह तक पानी के बिल की वसूली पर लगा दी रोक, मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद जलदाय विभाग ने अप्रैल और मई के पानी के बिल स्थगित करने के जारी किए आदेश, स्थगित किए गए अप्रैल और मई के बिल घरेलू उपभोक्ताओं से जुलाई और अगस्त में किए जाएंगे वसूल, वहीं इंडस्ट्री और कॉमर्शियल पानी के कनेक्शनों से जुलाई में एक साथ अप्रैल-मई का बिल किया जाएगा वसूल, अप्रैल, मई और जून महीने के बिल बकाया होने के बावजूद नहीं काटे जांएगे कनेक्शन, अब इसमें कौनसी बड़ी राहत की है बात?, पहली बात तो पानी का बिल तो आता ही बहुत कम है, जबकि उसे भी जमा तो कराना ही होगा, राहत देनी थी तो देते बिजली के बिलों को स्थगित करके, क्योंकि गर्मी के महीनों के बिजली के बिलों में उपभोक्ता को लगता है असली करंट, पिछले साल कोरोना की पहली लहर के समय भी पानी और बिजली दोनों के बिल किए थे स्थगित, इस बार पानी के बिल तो स्थगित कर दिए हैं, लेकिन अभी तक बिजली बिल नहीं किए हैं स्थगित, हालांकि पानी हो या बिजली बाद में एक साथ जमा कराने में उपभोक्ता की जेब पर पड़ेगा भार ही

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