काबा किस मुंह से जाओगे ‘ग़ालिब’, शर्म तुम को मगर नहीं आती- दिव्या के निशाने पर आए गहलोत के खास

मल्लिकार्जुन खड़गे के कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव जीतने के बाद बधाई देने दिल्ली पहुंचे मंत्री शांति धारीवाल, महेश जोशी और राठौड़ को एक बार फिर लिया आड़े हाथ, 25 सितंबर को जयपुर में हाईकमान के खिलाफ साजिश रचने वाले लोग आज दिल्ली जाकर सबसे पहले कांग्रेस के नए अध्यक्ष को बधाई दे रहे हैं- दिव्या मदेरणा

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Politalks.News/Rajasthan. 24 साल बाद गांधी परिवार से इतर कांग्रेस के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष बने मल्लिकार्जुन खड़गे के सामने सबसे पहले जो परीक्षा की घड़ी है वो है राजस्थान कांग्रेस में मचे बवाल का निपटारा करना. बीते माह विधायक दल की बैठक का बहिष्कार कर आलाकमान के निशाने पर आए गहलोत सरकार में मंत्री शांति धारीवाल, महेश जोशी और गहलोत कृपा से RTDC के चेयरमैन बने धर्मेंद्र राठौड़ नोटिस का जवाब देने के बाद अब अपनी कुर्सी बचाने की जुगत में लगे हैं. इधर जोधपुर के ओसियां से कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा गहलोत कैम्प के इन नेताओं पर लगातार हमलावर हैं. इसी कड़ी में मदेरणा ने बीते रोज बुधवार को मल्लिकार्जुन खड़गे के कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव जीतने के बाद बधाई देने दिल्ली पहुंचे मंत्री शांति धारीवाल, महेश जोशी और राठौड़ को एक बार फिर आड़े हाथों लिया है. दिव्या ने एक के बाद एक कई ट्वीट्स करते हुए कहा कि “काबा किस मुंह से जाओगे ‘ग़ालिब’, शर्म तुम को मगर नहीं आती’ — मतलबी दुनिया के रंग है! बेरंग कर के लौटाने वाले रंगीन फूलों के गुलदस्ता देते हुए।यह तो सर्वोच्च अवसरवाद की श्रेणी में ही आता है.’

आपको बता दें, शशि थरूर को हराकर एक तरफा जीत हासिल करने वाले मल्लिकार्जुन खड़गे को बधाई देने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अलावा मंत्री शांति धारीवाल और मंत्री महेश जोशी भी दिल्ली पहुंचे थे. जबकि बीते महीने राजस्थान में हुए सियासी ड्रामे के मुख्य सूत्रधार होने के आरोप इन दोनों नेताओं पर लगे थे जहां पर्यवेक्षक बन जयपुर आए मल्लिकार्जुन खड़गे को खाली हाथ लौटना पड़ा था और गहलोत गुट के विधायकों ने विधायक दल की बैठक का बहिष्कार कर दिया था. इधर घटनाक्रम के बाद से ही दिव्या मदेरणा लगातार गहलोत गुट पर हमलावर हैं और खुद को आलाकमान गुट का बताती रही हैं.

गहलोत कैम्प के इन नेताओं द्वारा मल्लिकार्जुन खड़गे को बधाई देने पर कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने बुधवार देर शाम ट्वीट कर लिखा कि 25 सितंबर को जयपुर में हाईकमान के खिलाफ साजिश रचने वाले लोग आज दिल्ली जाकर सबसे पहले कांग्रेस के नए अध्यक्ष को बधाई दे रहे हैं. जयपुर के घटनाक्रम के बाद पर्यवेक्षक के तौर पर खड़गे ने विधायक दल की बैठक का बहिष्कार करने पर एक रिपोर्ट सोनिया गांधी को सौंपी थी और अनुशासन समिति ने कांग्रेस के तीन नेताओं को नोटिस जारी किया था. हालांकि तीनों नेता पहले ही नोटिस का जवाब दे चुके हैं जिसमें उन्होंने आलाकमान में गहरी आस्था जताई है.

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विधायक दिव्या मदेरणा ने आगे निशाना साधते हुए लिखा कि यह समय का फेर है, जो मिलने तक नहीं आए खड़गे के लाख बुलाने पर, विधायक दल की मीटिंग का बहिष्कार कर समानांतर मीटिंग की और इन्हीं मुख्य सचेतक और संसदीय कार्यमंत्री ने प्रतिनिधि बनकर आए तो खड़गे के सामने शर्त रखी की जो फैसला होगा वह 19 अक्टूबर के बाद होगा और हम सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे.

दिव्या ने आगे लिखा कि समय बड़ा बलवान, किए राजा रंक कई, निर्धन को धनवान, जिसमें दिव्या ने समय के फेर को दर्शाते हुए 25 सितंबर की घटना से जोड़ते हुए लिखा- उस दिन खरगे के बुलाने पर नहीं आए, विधायक दल की मीटिंग का बहिष्कार कर समानांतर मीटिंग की और आज बधाई देने के लिए सबसे पहले यही लोग दिल्ली गए हैं.

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दिव्या यहीं नहीं रुकी गुरुवार सुबह फिर एक और ट्वीट करते हुए दिव्या ने लिखा कि “काबा किस मुंह से जाओगे ‘ग़ालिब’, शर्म तुम को मगर नहीं आती’ — मतलबी दुनिया के रंग है! बेरंग कर के लौटाने वाले रंगीन फूलों के गुलदस्ता देते हुए।यह तो सर्वोच्च अवसरवाद की श्रेणी में ही आता है.’ आपको बता दें दिग्गज जाट नेता और पूर्व पीसीसी चीफ स्व परसराम मदेरणा की पौत्री और पूर्व मंत्री स्व महिपाल मदेरणा की बेटी ओसियां से विधायक दिव्या मदेरणा विधायक दल की बैठक का बहिष्कार होने के बाद से लगातार मुखर हैं और वह गहलोत गुट पर निशाना साध रही है.

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