Politalks.News/MadhyaPradesh. अगले साल के अंत में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में कांग्रेस और बीजेपी लगातार जनता के बीच अपने कार्यकाल को श्रेष्ठ बता रही है. इसी क्रम में बुधवार को सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने अभी से चुनावी तैयारियां शुरू कर दी है. महाकौशल क्षेत्र के जबलपुर से आगामी विधानसभा चुनाव के लिए हुंकार भरने आए कमलनाथ ने सूबे की भाजपा सरकार पर तो जमकर निशाना साधा ही, साथ में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जमकर आड़े हाथ लिया. कमलनाथ ने इस दौरान बड़ा बयान देते हुए कहा कि, ‘11 महीने और रुक जाइये उसके बाद मध्यप्रदेश में एक बार फिर कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है.’ इसके साथ ही कमलनाथ ने शिवराज सरकार में पंचायत से लेकर मंत्रालय तक में भ्रष्टाचार होने की बात कही. वहीं मध्यप्रदेश की सत्ता के सिंहासन को बीजेपी से हासिल करने के लिए अब कमलनाथ ‘साइड एंट्री’ ले रहे हैं.
भले ही मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में अभी करीब 1 साल का समय बचा हो लेकिन कांग्रेस ने अपनी तैयारियां अभी से शुरू कर दी है. सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने बुधवार को जबलपुर की पनागर विधानसभा क्षेत्र से एक आम सभा को संबोधित किया. इस मौके पर कांग्रेस ने मंच से न केवल एकजुटता दिखाई बल्कि शक्ति प्रदर्शन कर प्रदेश के चुनाव की तैयारियों का ऐलान कर दिया है. इस दौरान विशाल सभा को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. कमलनाथ ने कहा कि, ‘कांग्रेस शासनकाल में महाकौशल से ही मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और कई मंत्री सरकार में थे लेकिन आज भाजपा महाकौशल की उपेक्षा कर रही है. जब प्रदेश में हमारी सरकार थी तो हमने यहां 3000 करोड़ की योजनाओं को मंजूरी दी थी लेकिन भाजपा ईर्ष्या के चलते इन्हें रोकने का काम किया.’ बेरोजगारी और किसानों की उपेक्षा को लेकर भी कमलनाथ ने मौजूदा सरकार पर तीखे आरोप लगाए.
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बेरोजगारी का जिक्र करते हुए कमलनाथ ने आगे कहा कि, ‘मध्यप्रदेश नौजवानों का प्रदेश है लेकिन यहां बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही है. सरकार महंगाई जैसे मुद्दे पर बात नहीं करती है लेकिन पाकिस्तान और धर्म के नाम पर वोटों की राजनीति कर रही है. पिछले 18 साल में शिवराज सरकार ने 20,000 से ज्यादा घोषणा कर दी हैं लेकिन अब तक अमल एक पर भी नहीं किया.’ वहीं पत्रकारों से बात करते हुए कमलनाथ ने एक बार फिर कर्ज माफी का मुद्दा दोहराया. कमलनाथ ने कहा, ‘2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कर्ज माफी का वादा किया था और सरकार बनने पर 27 लाख किसानों का कर्जा माफ भी किया. एक बार फिर किसान कर्ज माफी मुद्दे को लेकर कांग्रेस 23 का चुनाव लड़ेगी. इसके साथ-साथ बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दे भी जनता के बीच कांग्रेस पार्टी ले जाएगी.’
वहीं कमलनाथ ने बड़ा एलान करते हुए कहा कि, ’11 महीने बाद मध्यप्रदेश में एक बार फिर कांग्रेस का झंडा लहराता नज़र आएगा. शिवराज सरकार से मध्य प्रदेश में हर वर्ग परेशान है. बड़ी-बड़ी घोषणाएं होती हैं लेकिन उस पर अमल नहीं किया जाता. प्रदेश में पंचायत से लेकर मंत्रालय तक में भ्रष्टाचार फैला हुआ है. ठेका लो और कमीशन दो की तर्ज पर प्रदेश की शिवराज सरकार काम कर रही है. शिवराज सरकार से हर आदमी परेशान है. जनता अब इन्हें और मौका नहीं देगी.’ वहीं बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने के लिए कांग्रेस ने बीजेपी की राह पकड़ी है. पार्टी प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बड़े बदलाव कर रही है. बताया गया है कि पीसीसी में बदलाव की ये बयार वास्तुविदों की सलाह के बाद शुरु की गई है और प्रदेश कांग्रेस दफ्तर में पदाधिकारियों की नाम राशि के अनुसार बदलाव कराए जा रहे हैं.
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आगमी चुनाव फतह करने के लिए सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी धीरे धीरे अपने कदम आगे बढ़ा रहे हैं. वास्तुविदों की सलाह पर ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पीसीसी के मेन गेट से आना जाना बंद कर दिया है और वो दफ्तर के साइड गेट का उपयोग दफ्तर में आने जाने के लिए कर रहे हैं. कुछ सूत्र तो ये भी बताते हैं कि इसके पीछे का एक कारण साल 2018 में हुआ विधानसभा चुनाव भी है जिसमें कांग्रेस को सफलता मिली थी. वास्तुविदों ने बताया है कि बेसमेंट में भरे कचरे और उसने आने वाली बदबू से निगेटिव एनर्जी का संचार हो रहा है जिसे कि जल्द से जल्द दूर किया जाना चाहिए. इसलिए अब बेसमेंट में बदलाव कर बैठकों के लिए बड़ा हॉल बनाया जा रहा है जिसमें कांग्रेस की बैठके होंगी. दरअसल तब भी प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के वास्तु में वास्तुविदों की सलाह पर कुछ परिवर्तन किए गए थे और अब एक बार फिर कांग्रेस को ऐसा करने से सफलता मिलने की उम्मीद है.