उम्मीदें हजार, निराशा दस हजार, बजट से हर वर्ग और उद्यमी के हाथ लगी निराशा- राजीव अरोड़ा: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया देश का आम बजट, अखिल भारतीय प्रोफेशनल्स कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष व फ़ोरे के अध्यक्ष राजीव अरोड़ा ने बजट पर दी प्रतिक्रिया- ‘बजट से हर वर्ग, हर उद्यमी को हाथ लगी निराशा, कोरोना महामारी के 2 साल पश्चात सभी वर्गों को इस बार आम बजट से थी बेहद उम्मीदें, पर सभी को निराशा लगी हाथ, सरकार की बजट में कोई कमिटमेंट करने की तैयारी नही दिखी, जो वादे 2017, 2018, 2019 में थे किये गए, वो या तो पूरे नहीं हुए या टारगेट से पीछे हैं चल रहे, आयकरदाता को भी कोई राहत न देना और रोज़गार के सृजन के लिए इच्छाशक्ति का अभाव हो रहा है परिलक्षित, इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च की बात तो हुई है पर फण्ड कहां से आएगा इसका नहीं हुआ है कोई खुलासा, पर्यटन उद्योग एवम एमएसएमई को गम्भीर निराशा लगी है हाथ, गरीब, मध्यम वर्ग, किसान, छात्रों ,गृहणियों निर्यातकों सभी के लिए बजट में उत्साहजनक घोषणाओं का रहा है अभाव, जयपुर की करें बात तो जवाहरात उद्योग को सोने व जेम स्टोन की रफ़ की ड्यूटी में कमी की जायेगी वो मांग रह गई अधूरी, अरोड़ा ने कहा कुल मिलाकर बजट से उम्मीदे हज़ार थीं निराशाएं दस हज़ार रही’

'उम्मीदें हजार, निराशा दस हजार'
'उम्मीदें हजार, निराशा दस हजार'

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