स्वामी प्रसाद मौर्य की हार के बाद सांसद बेटी संघमित्रा का यू-टर्न, कहा- नहीं किया बीजेपी के खिलाफ प्रचार: यूपी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी छोड़ सपा में शामिल होने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी और बीजेपी सांसद संघमित्रा ने लिया यू टर्न, पिता स्वामी प्रसाद मौर्या की हार के बाद बदले संघमित्रा के सुर, कहा- मैंने कभी अपने पिता के लिए नहीं किया प्रचार, अगर मैंने प्रचार किया तो मुझे दिखाया जाए सबूत, मेरे पिता के समर्थन में जब मैं बाहर आई तो जो कुछ हुआ सभी ने देखा है, मैंने क्या कहा और क्या किया, किन परिस्थितियों में किया यह सभी ने देखा है, बेटी होने के नाते थी यह मेरी जिम्मेदारी कि मैं अपने पिता के साथ खड़ी रहूं, लेकिन मैंने बीजेपी पर नहीं लगाया है कोई आरोप, मैं सिर्फ पार्टी के उन लोगों पर आरोप लगा रही थी जो पूरे मामले का कर रहे थे बचाव और हमारे काम को कर रहे थे बदनाम, बेटी होने के नाते पिता के साथ खड़ा रहना थी मेरी जिम्मेदारी,’ पिता की हार पर बोली संघमित्रा- ‘जनता का फैसला है सबसे बड़ा, संभव है कि मेरे पिता लोगों की उम्मीदों पर नहीं उतरे खरे,’ चुनाव से पहले कैबिनेट मंत्री के पद से इस्तीफा देकर सपा का हाथ थाम फाजिलगंज सीट से मैदान में उतरे थे स्वामी प्रसाद मौर्या, लेकिन स्वामी प्रसाद का सपा में जाने का फैसला फाजिलगंज की जनता को नहीं आया पसंद और उन्हें करना पड़ा हार का सामना, जबकि तीन मार्च को वोटिंग से पहले फाजिलगंज में सपा-भाजपा कार्यकर्ताओं में हो गई थी भिड़ंत, इस दौरान संघमित्रा मौर्य खुलकर आ गई थीं अपने पिता के समर्थन में, संघमित्रा ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर उन्हें घेरने का आरोप लगाते हुए फाजिलनगर की महिलाओं से अपने पिता को वोट देने की कर दी थी अपील, यही नहीं संघमित्रा ने मीडिया के सामने ही लगाया था अबकी बार स्वामी प्रसाद का नारा भी
RELATED ARTICLES