Politalks.News/PunjabResult. पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election 2022) में चली आप की सुनामी में कांग्रेस और अकाली दल के सभी सियासी दिग्गज धराशाही हो गए हैं, यहां तक के पुराने पुराने सियासी दरख्त भी उखड़ गए हैं. इसके साथ ही यहां अब आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला भी शुरू हो गया है. हार के लिए जिम्मेदार ठहराने पर पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Capt. Amrinder Singh) कांग्रेस पर भड़क गए हैं. नाराज कैप्टन ने कहा कि, ‘कांग्रेस की लीडरशिप कभी सबक नहीं सीखेगी‘. कैप्टन बोले कि, ‘उत्तर प्रदेश, मणिपुर, गोवा और उत्तराखंड में कांग्रेस की शर्मनाक हार के लिए कौन जिम्मेदार है? कैप्टन का यह पलटवार कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला (Congress leader Randeep Surjewala) के बयान पर आया है. जिसमें सुरजेवाला ने कहा कि, ‘कैप्टन सरकार की साढ़े 4 साल की एंटी इनकंबेंसी की वजह से हमें हार मिली‘. तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Congress President Navjot Singh Sidhu) इस करारी हार के लिए राहुल गांधी और चन्नी पर इशारों इशारों में जिम्मेदारी डाल चुके हैं.
5 राज्यों में हार का कारण जानते हुए बच रही है कांग्रेस- कैप्टन
हार के लिए जिम्मेदार ठहराए जाने पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस आलाकमान पर निशाना साधा है और कहा कि, ‘पंजाब समेत कुल 5 राज्यों में कांग्रेस की हार का कारण मोटे-मोटे अक्षरों में दीवार पर लिखा हुआ है, हालांकि हर बार की तरह कांग्रेस इसे पढ़ने से बच रही है .उत्तर प्रदेश, मणिपुर, गोवा और उत्तराखंड में कांग्रेस की शर्मनाक हार के लिए कौन जिम्मेदार है?
यह भी पढ़ें- जबरन हराया गया अखिलेश को, ये मशीनरी जनादेश, BJP को हराने के लिए कांग्रेस की नहीं जरुरत- ममता
सुरजेवाला ने कहा था- कैप्टन वाली एंटी इनकंबेंसी से बाहर न आ सकी कांग्रेस
आपको बता दें, गुरुवार को विधानसभा चुनावों के परिणाम के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक प्रेस कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए कहा था कि, ‘पंजाब में कांग्रेस ने चरणजीत चन्नी की अगुआई में नई लीडरशिप दी. इसके बावजूद साढ़े 4 साल की एंटी इनकंबेंसी से कांग्रेस बाहर नहीं निकल सकी. यह एंटी इनकंबेंसी कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री रहते हुई थी‘. सुरजेवाला ने आरोप लगाते हुए कहा कि, ‘इसी वजह से लोगों ने बदलाव के लिए आम आदमी पार्टी को वोट दिया’.
यह भी पढ़ें- राहुल ने बनाया चन्नी को सीएम फेस, जिम्मेदारी भी उन्हीं की थी- सिद्धू ने कैप्टन को बताया लालची और ढोंगी
सिद्धू के साथ मतभेद के बाद अमरिंदर ने छोड़ी थी कांग्रेस
आपको याद दिला दें, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ टकराव के बाद पिछले साल के अंत में कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी. इससे पहले पहले पार्टी उनको मुख्यमंत्री पद से हटा चुकी थी. कांग्रेस छोड़ने के बाद कैप्टन ने अपनी नई पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस बनाई. पंजाब लोक कांग्रेस और बीजेपी के साथ गठबंधन कर मैदान में उतरी थी. कैप्टन अमरिंदर पटियाला शहरी सीट से मैदान में थे लेकिन उनको भी हार का सामना करना पड़ा. आम आदमी पार्टी के अजीतपाल कोहली ने उन्हें हरा दिया. वहीं, सहयोगी बीजेपी 117 विधानसभा सीटों में से केवल दो सीटों पर जीत हासिल करने में सफल रही.