नबी के बाद तिवारी ने दिखाए तेवर- जिसकी कोई हैसियत नहीं, जो कभी होता था चपरासी, वो देता है ज्ञान तो…: कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे के बाद राज्यसभा सांसद मनीष तिवारी ने दी पार्टी को नसीहत, कहा- 2 साल पहले हम में से 23 नेताओं ने सोनिया गांधी को एक पत्र लिखकर कहा था कि पार्टी की स्थिति है चिंताजनक, इसे लिया जाना चाहिए गंभीरता से, उस पत्र के बाद कांग्रेस हार गई सभी विधानसभा चुनाव, अगर कांग्रेस और भारत एक जैसे सोचते हैं तो लगता है कि दोनों में से किसी एक ने अलग सोचना कर दिया है शुरू, जिस व्यक्ति की हैसियत नहीं है एक वार्ड चुनाव लड़ने की भी, जो व्यक्ति कभी कांग्रेस नेताओं का हुआ करता था चपरासी, वह जब पार्टी के बारे में देता है ज्ञान तो हंसी आती है, मैंने इस पार्टी को दिए हैं 42 साल, मैं यह पहले भी कह चुका हूं कि हम इस संस्था यानी कांग्रेस के किरायेदार नहीं, हम पार्टी के सदस्य हैं, अब अगर आप हमें बाहर निकालने की कोशिश करेंगे तो यह है दूसरी बात, तब देखा जाएगा, मुझे लगता है कि 20 दिसंबर 2020 को सोनिया गांधी के आवास पर हुई बैठक में सहमति बन गई होती तो यह नहीं आती स्थिति

img 20220827 112253
img 20220827 112253
Google search engine