क्या उत्तरप्रदेश में टूटेगी पुरानी परंपरा, मुख्यमंत्री योगी अगर अयोध्या से उतरते हैं चुनावी रण में तो….!: क्या भाजपा यूपी में तोड़ने जा रही है परंपरा? उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्रियों के विधानसभा चुनाव लड़ने की नहीं रही है परंपरा, राजनाथ सिंह आखिरी मुख्यमंत्री थे जिन्होंने साल 2002 में लड़ा था विधानसभा का चुनाव, जब उन्होंने विपक्षी पार्टी के एक विधायक की सीट खाली करा कर लड़ा था चुनाव, इसके बाद बसपा प्रमुख मायावती 2007 में बनी थीं मुख्यमंत्री, लेकिन वे विधानसभा में जाने की बजाय विधान परिषद की रहीं सदस्य, 2012 में जब अखिलेश बने थे मुख्यमंत्री, अखिलेश भी विधान परिषद के ही बने सदस्य, 2017 में योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने तो उस समय वे भी थे सांसद और सीएम बनने के बाद उच्च सदन के ही बने सदस्य, सियासी सवाल है कि क्या इस बार टूटेगी यह परंपरा? दिल्ली में भाजपा कर रही टिकटों पर महामंथन, आज पीएम मोदी की अगुवाई में हुई चुनाव समिति की बैठक, पार्टी चाहती है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लड़ें अयोध्या से चुनाव, ऐसे में क्या टूटेगी मुख्यमंत्री के विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने की परंपरा?
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