‘तुरुप का इक्का’ साबित हो सकते हैं माइकल लोबो! कैथोलिक ईसाई वोटों में लोबो की जोरदार पकड़

गोवा में कांग्रेस ने भाजपा को दिया बड़ा झटका, मंत्री पद से इस्तीफा देकर माइकल लोबो कांग्रेस में हुए शामिल, लोबो की पत्नी को चुनावी मैदान में उतारे जाने की चर्चा, कैथोलिक ईसाई बहुल्य 6 सीटों पर निर्णायक होंगे साबित, हालांकि सियासी चर्चा ये कि घर वापसी करने वाले लोबो चुनाव बाद क्या करेंगे किसी को नहीं है पता?

मनोहर पर्रिकर की विरासत को भूली भाजपा- माइकल लोबो
मनोहर पर्रिकर की विरासत को भूली भाजपा- माइकल लोबो

Politalks.News/Goa. गोवा (Goa) में विधानसभा चुनाव (Assembly Election) से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) को झटका लगा है. मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद माइकल लोबो (Michael Lobo) मंगलवार को पत्नी, दलीला लोबो सहित कांग्रेस (Congress) में शामिल हो गए हैं. इतना ही नहीं, कलांगुटे विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक माइकल लोबो विधानसभा सदस्य के रूप में भी इस्तीफा दे चुके हैं. सियासी गलियारों में चर्चा है कि माइकल लोबो की घर वापसी गोवा की 6 सीटों पर कांग्रेस के लिए ‘तुरुप का इक्का’ साबित हो सकती है. जमीनों पर कब्जे के आरोपों को लेकर कांग्रेस ने चुप्पी साध ली है तो एक धड़ा तो यहां तक कह रहा है कि लोबो जीत के बाद क्या करेंगे कुछ नहीं कहा जा सकता है क्योंकि वो सरकार में बने रहने के आदि हैं. आपको बता दें कि माइकल लोबो पूर्व कांग्रेसी रहे हैं.

मनोहर पर्रिकर की विरासत को भूली भाजपा- माइकल लोबो
इस्तीफा देने के बाद माइकल ने कहा कि, ‘मैंने अपनी पत्नी के लिए किसी से टिकट नहीं मांगा है. भाजपा गोवा में मनोहर पर्रिकर की विरासत को भूल चुकी है’. लोबो ने कहा कि, ‘मैंने गोवा के मंत्री के रूप में इस्तीफा दे दिया है. उम्मीद करता हूं कि कलांगुटे विधानसभा क्षेत्र के लोग मेरे फैसले का सम्मान करेंगे. मैं विधायक पद से भी इस्तीफा दे रहा हूं. गोवा में एक नई सरकार का गठन किया जाएगा.’

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कैथोलिक ईसाई वोटों में लोबो की अच्छी पकड़
सियासी गलियारों में चर्चा है कि कांग्रेस ने सत्तारूढ़ भाजपा को बड़ा झटका दिया है पांच साल तक जब वे भाजपा में रहे और राज्य सरकार के मंत्री रहे तो कांग्रेस नेताओं ने उन पर बड़े आरोप लगाए. कांग्रेस ने लोबो पर कलंगूट इलाके में जमीन कब्जा करने और खरीद-फरोख्त में गड़बड़ियों के आरोप लगाए. लेकिन जब वे कांग्रेस में लौटे तो पार्टी सारे आरोप भूल गई और उनका खुले दिल से स्वागत किया. ऐसा इसलिए क्योंकि वे कांग्रेस के बहुत काम आ सकते हैं. वे कैथोलिक ईसाई हैं और इस समूह के मतदाताओं में उनकी अच्छी पकड़ है. वे भाजपा छोड़ने वाले तीसरे कैथोलिक ईसाई हैं इसलिए कांग्रेस को उनमें ज्यादा फायदे की उम्मीद दिख रही है.

चुनाव के बाद लोबो क्या करेंगे इसकी नहीं है कोई गारंटी!
जमीन कब्जे के आरोप के चलते यह भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस उनकी पत्नी डिलाइला को भी टिकट दे सकती है. आपको बता दें कि भाजपा के नेता पहले से कह रहे हैं कि माइकल लोबो अपनी पत्नी डिलाइला के लिए टिकट मांग रहे थे, जिसके लिए भाजपा तैयार नहीं हुई तो उन्होंने पार्टी छोड़ दी. माइकल लोबो कैथोलिक ईसाई बहुल करीब छह सीटों पर असर रखते हैं और उनके सहारे इन छह सीटों पर चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस उनको और उनकी पत्नी दोनों को टिकट दे देगी. हालांकि कांग्रेस नेता साथ ही यह भी कह रहे हैं कि चुनाव के बाद वे क्या करेंगे, इसकी गारंटी कोई नहीं दे सकता है. उनका लक्ष्य सत्ता में रहना है, उनके लिए पार्टी का ज्यादा महत्व नहीं है.

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