‘न्यायपालिका पर प्रश्नचिन्ह लगना लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं’ – मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का ट्वीट: कहा- ‘पूरे देश में सर्वोच्च न्यायालय को संविधान का रक्षक माना जाता है, न्यायपालिका का देश में सर्वोच्च सम्मान है, हाल ही में देश के जाने माने वकीलों व बुद्धिजीवियों द्वारा उसकी विश्वसनीयता पर प्रश्चिन्ह लगाया जाना सभी के लिए चिन्ता का विषय है, यह लोकतंत्र के हित में नहीं है, संवैधानिक संस्थाओं के प्रति लोगों के विश्वास से ही जनतंत्र और संविधान का शासन चलता है’, हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण को अवमानना मामले का बताया गया था दोषी, इसके बाद देश के कई वकीलों और बुद्धिजीवियों ने सुप्रीम कोर्ट को लेकर दिए थे कई तरह के बयान

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