कांग्रेस में काबिल नेताओं पर सवालिया निशान खड़ा किया जाता है, पायलट की भी यही स्थिति है- सिंधिया

सिंधिया ने पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार को 'भ्रष्टाचारी', 'अत्याचारी' और 'दोगली' बताते हुए कहा हमें कुर्सी की फिक्र कभी नहीं रही, वहीं कांग्रेस नेता कुर्सी के लिये छटपटा रहे हैं और उन्हें जनता की सेवा से कोई लेना-देना नहीं है- सिंधिया, मोदी-शाह की सिंधिया ने की जमकर तारीफ

सिंधिया ने बताई कांग्रेस में पायलट की स्थिति
सिंधिया ने बताई कांग्रेस में पायलट की स्थिति

Politalks.News/Madhya Pradesh. बीजेपी से राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने मध्यप्रदेश कांग्रेस के नेताओं पर आरोप लगाया कि राज्य के कांग्रेस नेता कुर्सी के लिये छटपटा रहे हैं और उन्हें जनता की सेवा से कोई लेना-देना नहीं है. वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व पर हमले जारी रखते हुए सांसद सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में काबिल नेताओं पर सवालिया निशान खड़ा किया जाता है और उनके पूर्व दलीय सहयोगी सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने भी हाल ही में यही स्थिति झेली है.

कांग्रेस का दामन छोड़कर करीब पांच महीने पहले भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर राज्यसभा सांसद बनने के बाद पहली बार इंदौर पहुंचे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यहां संवाददाताओं से कहा की , ‘चूंकि राज्य में कांग्रेस की कुर्सी (सत्ता) चली गयी है . इसलिये कांग्रेस के नेता छटपटा रहे हैं. वे चाहते हैं कि उन्हें किसी भी तरह कुर्सी वापस मिल जाये. उन्हें जनता की सेवा और उससे किये वादे पूरे करने से कोई सरोकार नहीं है.’ सिंधिया ने कमलनाथ सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, ‘पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने सूबे में अपने केवल 15 महीने के कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार और वादाखिलाफी के इतने कीर्तिमान स्थापित कर दिये, जितने कीर्तिमान मैंने अपने 20 साल के सार्वजनिक जीवन में नहीं देखे हैं.’

यह भी पढ़ें: गांधी परिवार के दो बड़े निर्णय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की राजनीति को चुनौती देने से कम नहीं

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के दावे पर कि राज्य के आगामी उपचुनावों में कांग्रेस फिर से सत्ता में आने जा रही है, सिंधिया ने कहा कि, ‘हमें विश्वास है कि जनता भाजपा के साथ है और ऐसे लोगों (कांग्रेस नेताओं) को आने वाले दिनों में जनता की अदालत में कड़ा जवाब मिलेगा.’ सिंधिया ने पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार को ‘भ्रष्टाचारी’, ‘अत्याचारी’ और ‘दोगली’ बताते हुए कहा, ‘हमें कुर्सी की फिक्र कभी नहीं रही. यही कारण है कि छह काबीना मंत्रियों समेत 22 जन प्रतिनिधियों ने तत्कालीन राज्य सरकार के विरुद्ध सत्य की राह पकड़ने में एक क्षण भी नहीं लिया.’

वहीं राजस्थान में हाल ही में एक महीने तक चले सियासी घमासान में सचिन पायलट की भूमिका पर सवाल के जवाब में सिंधिया ने कहा कि, ‘पायलट मेरे मित्र हैं. उन्होंने जो पीड़ा झेली है, उससे सब लोग वाकिफ हैं. कांग्रेस किस तरह इतने विलंब के बाद अपना घर दुरुस्त करने की कोशिश कर रही है, इस बात से भी सब वाकिफ हैं.’ सिंधिया ने कहा, ‘यह दु:ख की बात है कि कांग्रेस में काबिलियत पर प्रश्न चिन्ह खड़ा किया जाता है. यही स्थिति मेरे पूर्व सहयोगी (सचिन पायलट) ने भी झेली है.’

यह भी पढ़ें: पटवारी का सिंधिया पर जबरदस्त हमला- ‘जनता के लिए सड़क पर उतरने वाले घर में छिपकर बैठे हैं’

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि, ‘मुझे इस बात का गर्व है कि मैंने अपनी दादी (विजयाराजे सिंधिया) और पिता (माधवराव सिंधिया) की तरह परिवार की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए जनता के लिये सत्य का झंडा उठाया है.’ सिंधिया के दल-बदल के बाद कांग्रेस उन पर निजी हमले कर रही है. इस बारे में किये गये सवाल पर सांसद सिंधिया ने कहा की, ‘मेरे लिये अंतरात्मा की आवाज और जनता के प्रश्नों के उत्तर देना सबसे महत्वपूर्ण है, न कि पूर्व मुख्यमंत्री (कमलनाथ) और अन्य कांग्रेस नेताओं के प्रश्नों के उत्तर देना.’

सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया है, अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास किया गया है और चीन को ईंट का जवाब पत्थर से दिया गया है. सिंधिया ने कहा कि मोदी सरकार के इन अहम कदमों के बाद कांग्रेस अब पूरी तरह विफलता की राह पर जा रही है.‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ की एक रिपोर्ट की पृष्ठभूमि में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने बीजेपी तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर फेसबुक तथा व्हाट्सएप का इस्तेमाल करते हुए मतदाताओं को प्रभावित करने के लिये “फर्जी खबरें” फैलाने का आरोप लगाया है. इस आरोप को लेकर प्रतिक्रिया मांगे जाने पर सिंधिया ने कहा की, ‘इंटरनेट एक स्वतंत्र माध्यम है. लेकिन जनता का विश्वास खोने वाले लोगों के पास जब कहने को कुछ नहीं होता है, तो इन मुद्दों को पकड़ा जाता है.’

यह भी पढ़ें: स्वतंत्रता दिवस पर बोले जीतू पटवारी ‘मनमोहन सरकार में 10 फीसदी की आर्थिक ग्रोथ अब माइनस में चली गई’

याद दिला दें, कभी कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीती मार्च में मौकापरस्ती करते हुए अपने सर्मथक कांग्रेस के 22 बागी विधायकों के साथ त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल होने के कारण तत्कालीन कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गयी थी. इस कारण कमलनाथ को 20 मार्च को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. इसके बाद शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा 23 मार्च को राज्य की सत्ता में लौट आयी थी.

Leave a Reply