कोरोना के महासंकट बीच सियासी बयानबाजी, संयम ने इशारों में निकाली भड़ास या की भविष्यवाणी?: प्रदेश में मचा है कोरोना का हाहाकार, हर तरफ से आ रही आह और चित्कार, ऐसे में निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा का अमित शाह और बीजेपी पर जोरदार कटाक्ष, संयम लोढ़ा ने ट्वीट कर कहा- ‘मोटा भाई राजस्थान में रुचि नहीं ले रहे, सितम्बर तक रुकने को कहा है, सर्वोच्च संस्था के जरिये हाथी लटकाने का इरादा है, हालांकि उन्होंने बतौर पेशगी जुलाई 2020 में दी हुई रकम वापस नहीं ली है लेकिन लेने वालों की पाचन क्रिया गड़बड़ाई है, खजाना लुट चुका, फिर भी चौकीदारी है,’ ऐसे में उठा बड़ा सवाल- संयम लोढ़ा ने की इशारों में कोई भविष्यवाणी या निकाली मन की भड़ास?, लोढ़ा ने इस ट्वीट को प्रदेश प्रभारी अजय माकन को किया है टैग, देखने में लोढ़ा के इस ट्वीट में किया गया है अमित शाह, प्रदेश भाजपा और पायलट खेमे पर प्रहार, इसके साथ ही संयम लोढ़ा ने फिर से मरुधरा में किसी सियासी संकट के आहट की भी दी है सूचना, संयम लोढ़ा ने सितंबर तक रुकने की बात कह कर सियासी गलियारों में चला दी नई चर्चा, बसपा विधायकों के कांग्रेस में विलय के मामले में भी आ सकता है कोई फैसला, दूसरी ओर सियासत की गुढी जानकारों का मानना, लोढा ने निकाली मन की भड़ास, दरअसल, सियासी संकट क्या उससे भी पहले से मिला हुआ है संयम लोढा को आश्वासन, मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री पद का आश्वासन, लेकिन किसी न किसी कारण से सच होने से लगातार टलता आ रहा ये सुनहरा स्वपन, ऐसे में लोढ़ा ने चेताया गहलोत सरकार को, कि अभी मोटा भाई सितंबर तक हैं व्यस्त, अबके अगर आया कोई संकट, तो साथ देने वाले विधायकों का पड़ सकता है टोटा, इसलिए जल्द से जल्द किया जाए इनके सपनों को पूरा, हालांकि जब तक जारी है सबसे बड़ा कोरोना संकट, तब तक किसी भी प्रकार के सियासी संकट के आने की नहीं है संभावना