कांग्रेस आलाकमान के निर्देश के बाद गहलोत गुट के 90 विधायकों द्वारा इस्तीफे वापस लेने के मामले में बीजेपी के निशाने पर कांग्रेस सरकार, इसी बीच गहलोत सरकार में स्वास्थ्य मंत्री परसादीलाल मीणा द्वारा विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने और वापस लेने को विधायकों का अधिकार बताने वाले बयान पर दिग्गज भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ीलाल मीणा ने किया जोरदार कटाक्ष, सांसद किरोड़ी मीणा ने कहा- ‘परसादीलाल मीणा तो राम जेठमलानी से भी बड़े वकील हैं वो कह सकते हैं कुछ भी,’ दौसा जिला परिषद में मीडिया से बातचीत में गगहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने कहा- एक बार इस्तीफा दे दिया तो फिर नियम के अनुसार वापस लेने का नहीं होता है अधिकार, लेकिन स्पीकर की मुख्यमंत्री और सरकार पर मेहरबानी होने के कारण वो वापस दे रहे हैं इस्तीफे, राज्य सरकार का कोई व्यक्ति मेरे इस सवाल का जवाब दे कि जब 4 महीने पहले इस्तीफे दे दिए थे तो फिर मंत्री काम क्यों कर रहे थे? विधायक ट्रांसफर-पोस्टिंग व अन्य कार्यों की क्यों कर रहे थे डिजायर, गहलोत सरकार के सभी 92 विधायकों ने किया है अनैतिक काम, ऊपर से यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस्तीफा देने के बावजूद भी किए जा रहे हैं वापस, यह स्पीकर और सरकार द्वारा सारी परम्पराओं को तोड़ने का किया जा रहा है काम, जो कि होना नहीं चाहिए