केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत संजीवनी मामले में हाईकोर्ट से क्लीनचिट मिलने के बाद आज पहुंचे अपने गृह क्षेत्र जोधपुर, इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में मंत्री शेखावत ने अदालत के फैसले पर कहा- संजीवनी मामले में मेरे और मेरे परिवार की नहीं थी कोई भूमिका, पूर्व सीएम अशोक गहलोत का नाम लिए बगैर शेखावत ने कहा- सिर्फ और सिर्फ अपने पुत्र की हार से परेशान एवं अपनी सिमटती राजनीति को बचाए रखने के लिए शासन व्यवस्था का दुरुपयोग कर मुझे फंसाने का किया गया था प्रयास, लेकिन अब हुई है न्याय की जीत, संजीवीनी के निवेशकों को वापस धन मिले, इसके लिए मैं पहले भी उनके साथ था और अंतिम समय तक रहूंगा उनके साथ, केंद्र सरकार ने इसके लिए भी बना रखा हैं कानून, इसके तहत सीबीआई से जांच का है प्रावधान, एमपी और गुजरात सरकार ने इसकी दे दी है जांच, लेकिन पूर्ववर्ती सरकार ने सिर्फ मुझे फंसाने के लिए जांच नहीं सौंपी सीबीआई को, भारत सरकार ने ऐसे प्रकरणों के लिए बेनिंग आफ अनरेग्यूलेट डिपोजिट स्कीम एक्ट किया है पारित, इसके तहत होनी है कार्रवाई, मैं सभी निवेशकों के रहूंगा साथ, जिससे उनको मिल सके न्याय, बता दें 960 करोड़ के संजीवन क्रेडिट कोपरेटिव घोटाले मामले में प्रदेश की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय एसओजी ने शेखावत और उनके परिवार के सदस्यों को बताया था आरोपी, चालान पेश करने की कर ली थी तैयारी, लेकिन शेखावत को कोर्ट से गिरफ्तारी पर रोक का मिल गया आदेश, अब कोर्ट ने शेखावत को संजीवनी घोटाले में पूरी तरह दे दी है क्लीनचिट