आपातकाल की बरसी पर बोले सांसद हनुमान बेनीवाल- आपातकाल भारत के लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला अध्याय है, जिस देश को हजारों लाखों लोगों ने बलिदान देकर अंग्रेजों की गुलामी से कराया मुक्त, उस पर फिर एक बार परिवार विशेष ने सत्ता के दम पर आपातकाल थोपकर अधीन करने का किया था प्रयास, 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री ने देश में आपातकाल लगाकर लोकतंत्र की हत्या करने का किया था प्रयास, सब पर लगा दी गई थी पाबंदी, शासन के खिलाफ आवाज उठाने वालों को डाल दिया गया था जेलों में, इस काले अध्याय के कारण देश की जनता को समस्याओं का सामना करना पड़ा मगर आज तक इसके लिए एक परिवार ने नहीं मांगी माफी
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