राजस्थान शासन सचिवालय में हुई वार्ता के बाद बोले राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के मुखिया व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल, कहा- राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने बजरी माफियाओं के खिलाफ प्रदेश में बीते दिनों कई बड़ी रैलियां की, आज हमारा मकसद था, प्रदेश वासियों को सस्ती दर पर बजरी मिले, एक तरफ सीएम गहलोत करते है राहत की बात, राहत का खोलते हैं पिटारा, वहीं दूसरी तरफ बजरी माफियाओं के माध्यम से जनता को लूटने का काम भी कर रही है सरकार, हमने ऐसे तथ्य दिए हैं कि किस तरह बजरी माफिया नदी को खोद रहे हैं, यह सबसे बड़ा घोटाला होगा, तीन-चार दिन में हम बजरी माफियाओं के खिलाफ जायेंगे ईडी में, ईडी का करेंगे घेराव, बीते दिनों हमने बजरी माफियाओं के खिलाफ एक दर्जन से ज्यादा एफआईआर करवाई है दर्ज, लेकिन बजरी माफिया का बाल भी नहीं हुआ बांका, बजरी माफिया राजस्थान की सरकार पर है भारी, कांग्रेस-बीजेपी दोनों बजरी माफिया की जेब के है अंदर, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीनों विधायकों ने स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से इस मामले को उठाने का किया था प्रयास, लेकिन अध्यक्ष जी ने तीनों विधायकों को कर दिया बाहर, हमने जयपुर इसलिए कूच किया कि सरकार इस बात को सुने, जब हम निकले तो पुलिस ने खुद ही हाईवे कर दिया जाम, क्योंकि सरकार हम से डर गई, सरकार को हम जगाएंगे, यह वही बजरी माफिया है जो बीजेपी की सरकार चलाता था, कांग्रेस के दर्जनों नेता भी इसके है पार्टनर, शिवदासपुरा में लग गया था लांबा जाम, मैं भी नहीं चाहता था कि लोग हो परेशान, सरकार का बुलावा आया इसे मैंने किया स्वीकार और हमारी हुई सकारात्मक बात, उच्च स्तरीय जांच के लिए दिए गए है निर्देश, बजरी की दरों को कम करने का भी दिया गया है आश्वासन, सात दिन के लिए हमने इस आंदोलन को किया है स्थगित, अगर 7 दिन में इसका निर्णय नहीं निकलेगा तो राजधानी को घेरेंगे चारों तरफ से