केंद्रीय मंत्री रहते मेरी बेटी का नहीं हुआ एडमिशन तो मुख्यमंत्री बनने पर सभी के लिए खोले द्वार: गहलोत: बीते रोज शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में आर्किटेक्चर सम्मेलन में लिया हिस्सा, इस मौके पर सीएम गहलोत ने कहा- ’20 साल पहले जब वो मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने गांव के मास्टर प्लान का देखा था सपना, गांवों में मास्टर प्लान के आधार पर ही होना चाहिए विकास,’ इस दौरान पुरानी घटना का जिक्र करते हुए सीएम गहलोत ने कहा- मेरी खुद की बेटी आर्किटेक्ट है, एक सोच ने मेरा बदल दिया विचार, जब मैं केंद्रीय मंत्री था तो मेरी बेटी को राजस्थान में आर्किटेक्ट के लिए नहीं दिया गया एडमिशन, मुझे कहा गया कि मैं दिल्ली में रहता हूं, मैंने लाख समझाने की कोशिश की, कि मेरा घर जोधपुर में है, निर्वाचन क्षेत्र जोधपुर में है, बस मंत्री होने के नाते मैं दिल्ली में रहता हूं, लेकिन वो नहीं माने, संयोग से 2 साल बाद में मुख्यमंत्री बन गया तब मैंने सबके लिए खोल दिए द्वार,’ सीएम गहलोत ने बताया- मुंबई से मेरी बेटी का फोन आया कि आपको कार्यक्रम में जाना चाहिए, तब मैं कार्यक्रम में आया
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