Thursday, January 16, 2025
spot_img
Homeब्रेकिंग न्यूज़शिक्षा मंत्री डोटासरा हुए कोरोना संक्रमित, सांसद बेनीवाल ने फोन पर की...

शिक्षा मंत्री डोटासरा हुए कोरोना संक्रमित, सांसद बेनीवाल ने फोन पर की बात: राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा हुए कोरोना संक्रमित, नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने किया ट्वीट-राजस्थान सरकार के शिक्षा मंत्री और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा गत दिनों कोरोना से संक्रमित हो गए थे, आज उनसे दूरभाष पर वार्ता करके कुशलक्षेम पूछी व ईश्वर से उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की, सांसद बेनीवाल ने फोन कर पूछी डोटासरा की कुशलक्षेम, 27 अप्रैल को गोविंद सिंह डोटासरा की कोरोना रिपोर्ट आई थी पॉजिटिव, फिलहाल डोटासरा अपने सीकर आवास पर हैं आइसोलेट, सीएम गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी ट्वीट कर चुके हैं डोटासरा के जल्द स्वस्थ होने की कामना

Google search engineGoogle search engine
Google search engineGoogle search engine
Google search engineGoogle search engine
Previous article
नहीं रहे रोहित सरदाना, कोरोना ने छीना एक जुझारू और निर्भीक पत्रकार के साथ एक जिंदादिल इंसान: आजतक से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार रोहित सरदाना का निधन, पत्रकार जगत में शोक की लहर, पिछले दिनों सरदाना की RTPCR रिपोर्ट आई थी नेगेटिव, लेकिन सिटी स्कैन में हुई थी कोरोना की पुष्टि, धीरे-धीरे रिकवर कर रहे थे सरदाना, लेकिन आज अचानक दुनिया को अलविदा कह गए तेजतर्रार न्यूज एंकर रोहित सरदाना, कोरोना होने से कुछ दिन पहले रोहित ने लिया था गृहमंत्री अमित शाह का इंटरव्यू, अपने तीखे सवाल पूछने की शैली के चलते लोगों में थे लोकप्रिय, लंबे समय से टीवी मीडिया का जाना-माना चेहरा रहे रोहित सरदाना ‘आज तक’ न्यूज चैनल पर शो ‘दंगल’ की कर रहे थे एंकरिंग, 2018 में ही रोहित सरदाना को गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार से नवाजा गया था
Next article
SC का केन्द्र से सवाल-कोरोना की जरूरी दवाओं का उत्पादन और वितरण क्यों नहीं हो पा रहा?: सुप्रीम कोर्ट में कोरोना मामले पर हुई सुनवाई, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से पूछा-जरूरी दवाओं का उत्पादन और वितरण सुनिश्चित क्यों नहीं हो पा रहा? केंद्र ने हलफनामे में कहा है कि हर महीने औसतन एक करोड़ तीन लाख रेमडेसिविर उत्पादन करने की है क्षमता, लेकिन सरकार ने मांग और सप्लाई की जानकारी नहीं दी है, सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केंद्र ने आवंटन का तरीका भी नहीं बताया है, केंद्र को डॉक्टरों से ये कहना चाहिए की रेमडेसिविर या फेविफ्लू की बजाय अन्य उपयुक्त दवाएं भी मरीजों को बताएं, मीडिया रिपोर्ट बता रही हैं कि आरटीपीसीआर से कोविड के नए रूप की पड़ताल नहीं हो पा रही है, इसमें भी अनुसंधान की जरूरत है, इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से पूछा कि आप 18-45 साल के ऊपर उम्र वालों को वैक्सीन लगाने की योजना बताए, क्या केंद्र के पास कोई कोष भी है, जिससे वैक्सीन के दाम समान रखे जा सके? केंद्र सरकार को ये भी बताना होगा कि भारत बायोटेक और सीरम इंस्टिट्यूट को कितना फंड दिया है, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा- मैंने गाजियाबाद में गुरुद्वारा लंगर के बारे में पढ़ा, लोग चैरिटी कर रहे हैं, लेकिन सिर्फ हम चैरिटी तक नहीं छोड़ सकते हैं, वैक्सीन का मूल्य निर्धारण का मुद्दा असाधारण रूप से गंभीर है, आज आप कहते हैं कि केंद्र को प्रदान किए गए 50% वैक्सीन का उपयोग फ्रंटलाइन श्रमिकों और 45 से अधिक आयु वर्ग के टीकाकरण के लिए किया जाएगा, शेष 50% राज्यों द्वारा उपयोग किया जाएगा, 59.46 करोड़ भारतीय 45 साल से कम हैं, उनमें से कई गरीब और हाशिए पर हैं, उन्हें वैक्सीन खरीदने के लिए पैसे कहां से मिलेंगे?, SC ने कहा- हम अपने देश के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा-हम जानते हैं कि कितने टीके का उत्पादन किया जा रहा है, लेकिन हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि आप उत्पादन में वृद्धि करें, अतिरिक्त उत्पादन इकाइयों को जोड़ने के लिए जनहितकारी शक्ति का प्रयोग करने की है आवश्यकता, यह विचार राज्यों और केंद्र की आलोचना करने के लिए नहीं है, हम जानते हैं कि स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे आपको विरासत में मिले हैं, लेकिन हम अपने राष्ट्र के स्वास्थ्य के बारे में चिंतित हैं
RELATED ARTICLES

Leave a Reply

विज्ञापन

spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img