अंबेडकरवादी होने का ढोंग कर रहे हैं अखिलेश, उनका दलित प्रेम मुंह में राम बगल में छूरी जैसा- मायावती: उत्तरप्रदेश की सियासत से जुड़ी बड़ी खबर, सपा प्रमुख अखिलेश यादव के अंबेडकर प्रेम को लेकर मायावती ने साधा निशाना, कहा- समाजवादी पार्टी द्वारा अपने चाल, चरित्र, चेहरा को ‘अंबेडकरवादी’ दिखाने का प्रयास वैसा ही ढोंग, नाटक व छलावा है जैसा कि वोटों के स्वार्थ की खातिर अन्य पार्टियां अक्सर करती रहती हैं ऐसा, इनका दलित व पिछड़ा वर्ग प्रेम मुंह में राम बगल में छूरी को ही करता है चरितार्थ, वास्तव में डा. भीमराव अंबेडकर के संवैधानिक व मानवतावादी आदर्शों को पूरा कर के देश के करोड़ों गरीबों, दलितों, पिछड़ों, उपेक्षितों आदि का हित, कल्याण व उत्थान करने वाली नहीं है कोई भी पार्टी व सरकार, सपा का तो पूरा इतिहास ही रहा है अंबेडकर व बहुजन विरोधी, सपा शासन में हुई थी डॉ. अंबेडकर के अनुयाइयों की घोर उपेक्षा, महापुरुषों की स्मृति में बसपा सरकार द्वारा स्थापित नए जिले, विश्वविद्यालय, भव्य पार्क आदि के नाम भी जातिवादी द्वेष के कारण बदल दिए गए, क्या यही है सपा का डा. अंबेडकर प्रेम?’