विधानसभा: हंगामेदार रहा दूसरा दिन, छपाक पर शुरू हुआ हंगामा शाम को RSS को अंग्रेजों का मुखबिर बताने पर हाथापाई तक पहुंचा

दीपिका पादुकोण की छपाक पर हंगामे के बाद भाजपा विधायकों का वॉक आउट और प्रश्नकाल का बहिष्कार, स्पीकर जोशी ने निभाई विपक्ष की भूमिका, लाहोटी के बिगड़े बोल तो आरएसएस को अंग्रेजों का मुखबिर बताने पर भड़की भाजपा, कार्यवाही करनी पड़ी स्थगित

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. राजस्थान की 15वीं विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे चरण का दूसरा दिन हंगामेदार रहा. मंगलवार को सदन की शुरुआत प्रश्नकाल के दौरान स्पीकर के खिलाफ नारेबाजी और विपक्ष के वॉक आउट से हुई तो शाम को जबरदस्त हंगामेदार नाटकीय घटनाक्रम के बाद सदन की कार्यवाही को 46 मिनट पहले स्थगित करना पड़ा. दीपिका पादुकोण की छपाक को लेकर हुए हंगामे और विपक्ष द्वारा पूरे प्रश्नकाल के वॉक आउट के बाद स्पीकर जोशी ने निभाई विपक्ष की भूमिका, सरकार से पूछे सवाल और सरकार के मंत्रियों ने भी दिए पूरे जवाब.

भाजपा विधायकों का वॉक आउट और प्रश्नकाल का बहिष्कार

दरअसल प्रश्नकाल के दौरान ब्यावर से भाजपा विधायक शंकर सिंह रावत ने फिल्म छपाक को राजस्थान में कर मुक्त करने से राजस्व की हुई हानि को लेकर सवाल किया था. जिस पर संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि फिल्म को छह माह के लिए कर मुक्त किया गया है. यह राजस्थान सरकार का नितिगत निर्णय है. छपाक एसिड अटैक सरवाइवर पर बनी फिल्म है. इस फिल्म में दीपिका पादुकोण एसिड अटैक के बाद भी हिम्मत नहीं हारती है.

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धारीवाल के जवाब के बाद रावत ने कहा कि फिल्म की एक्ट्रेस वही दीपिका पादुकोण है जो जेएनयू में टुकडे-टुकडे गैंग के साथ खडी थी, इसलिए सरकार ने फिल्म का टैक्स माफ किया. इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि टैक्स से संबंधित सवाल ही पूछें पूरक सवाल नहीं. विधायक रावत को सवाल पूछने से रोकने पर उपनेता प्रतीपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने आपत्ति की तो स्पीकर ने उन्हें बैठने के लिए कहा. लेकिन भाजपा विधायक नारेबाजी करते हुए वैल में आ गए. इसके बाद नेता प्रतीपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने बोलने की इजाजत लेकर विधायक रावत की बात को ही दोहराना चाहा, इस पर स्पीकर ने उन्हें बोलने देने से इंकार कर दिया. इकसे बाद गुलाब चंद कटारिया नाराज होकर बोले जब आप हमें बोलने ही नहीं देंगे तो हम यहां रहकर क्या करेंगे और इसके भाजपा विधायकों ने स्पीकर के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया और प्रश्नकाल का बहिष्कार किया.

स्पीकर जोशी ने निभाई विपक्ष की भूमिका

भाजपा विधायकों द्वारा प्रश्नकाल का बायकाट करने के बाद विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी एक अलग भूमिका में नजर आए. इस दौरान स्पीकर सीपी जोशी ने सदन में गैर मौजूद विपक्ष की तरफ से सदन में लगाए गए प्रश्न मंत्रियों से पूछे. विधायकों के प्रश्न मंत्रियों से पूछने पर सीपी जोशी ने कहा कि प्रश्नकाल के दौरान उनका विशेषाधिकार है कि वह प्रश्न पूछ सकते हैं. सीपी जोशी ने पूरे 1 घंटे का प्रश्नकाल चलाने के लिए भाजपा विधायकों की तरफ से लगाए गए प्रश्न मंत्रियों से किये. विधानसभा अध्यक्ष द्वारा प्रश्न पूछे जाने को देखकर सदन में मौजूद सत्ताधारी कांग्रेस के सभी मंत्री और विधायक आश्चर्य चकित रह गए लेकिन सरकार के मंत्रियों ने हर प्रश्न का पूरा जवाब पेश किया. हालांकि प्रश्नकाल के बाद भाजपा विधायक सदन में लौटे और राज्यपाल के अभिभाषण पर चल रही बहस में हिस्सा लिया.

लाहोटी ने लगाया गोली के साथ जूते मारो का नारा

राज्यपाल के अभिभाषण पर चल रहे वाद-विवाद के दौरान सिरोही से विधायक संयम लोढ़ा ने कहा कि देश के गृह मंत्री दिल्ली चुनाव में प्रचार के दौरान बोलते है कि वोट पर बटन इतना इतना जोर से दबाना कि करंट शाहीन बाग तक पहुंच जाए, करंट शाहीन बाग में तो लगा नहीं, वहां बीजेपी कार्यालय में लग गया. लोढ़ा के इस बयान पर चित्तौड़गढ़ से भाजपा विधायक चंद्रभान सिंह आक्या और राजेन्द्र राठौड़ ने ने आपत्ति जताई. इसके बाद संयम लोढ़ा ने कहा कि केंद्र सरकार में राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर कहते हैं कि देश के गद्दारों को गोली मारो…।. इस पर लाहोटी सहित कई बीजेपी विधायकों ने काफी हंगामा मचाया.

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अशोक लाहोटी ने संयम लोढा को जवाब देने के लिए अनुराग ठाकुर के सुर में सुर मिलाते हुए विधानसभा में ही गोली मारो का नारा लगा दिया. अशोक लाहोटी ने सदन मे कहा, देश के गद्दारों को गोली भी मारेंगे और जूते भी मारेंगे. इस दौरान विधायक संयम लोढ़ा ने दिल्ली चुनाव के नतीजों का जिक्र करते हुए कहा कि दिल्ली की जनता ने अहंकारी केंद्र सरकार को जमीन दिखाई है. इस पर उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस को डबल जीरो मिला है, कांग्रेस को दिल्ली की करारी हार मुबारक.

आरएसएस को बताया अंग्रेजों का मुखबिर तो भड़की भाजपा, सदन की कार्यवाही करनी पड़ी स्थगित

खाजूवाला से कांग्रेस विधायक गोविंद राम मेघवाल ने किसान कर्जमाफी व टिडडीयों के हमले का जिक्र करते हुए केंद्र सरकार को जमकर घेरा. इस दौरान मेघवाल ने बेराजगारी, एनआरसी, एनपीआर, सीएए, धारा 370 सहित कई मुददों पर बीजेपी पर निशाना साधा और कहा कि ये लोग देश को धर्म के नाम पर बांटना चाहते है, देश को फिर से गुलाम बनाना चाहते है. इसी के साथ गोविंद राम मेघवाल ने आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि आरएसएस के सेवक नाथू राम गोडसे ने महात्मा गांधी को गोली मारी, आजादी के समय से आरएसएस ने अंग्रेजों की मुखबिरी का काम किया है, ये देश के जासूस हैं, बस फिर क्या था, सदन में जमकर हंगामा शुरू हो गया. माहौल ऐसा हो गया जैसे कांग्रेस और बीजेपी के विधायक आपस में हाथापाई पर उतरने वाले हैं. मात्र 10 मिनट में ऐसा माजरा हो गया कि हंगामा, गाली-गलौच, नारे और घमकी के सिवा कुछ सुनाई नहीं दे रहा था.

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दरअसल, मेघवाल की आरएसएस पर टिप्पणी का मंत्री शांति धारीवाल ने समर्थन करते हुए कहा- सही कहा, ये तो ऐतिहासिक तथ्य है. यह सुनते ही नेता प्रतीपक्ष गुलाब चंद कटारिया तमतमा गए. कटारिया, राठौड़ और लाहोटी ने धारीवाल को ललकारते हुए कहा- हिम्मत कैसे हुई यह बोलने की, क्या जानते हो आरएसएस के बारे में? कटारिया ने कहा- तुम जब पैदा भी नहीं हुए थे तब से यह संगठन देश में काम कर रहा है. इस पर धारीवाल ने जवाब दिया- आपसे 2 साल पहले पैदा हुआ हूँ, बार करते हो. इस दौरान मेघवाल लगातार अनर्गल बोलते रहे और भाजपा विधायक वैल में आकर हंगामा करने लगे.

गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि 54 साल आपने देश में राज किया आप क्या कर रहे थे. इसकी न्यायायिक जांच करवानी चाहिए थी. इस तरह के शब्द बरदास्त नहीं होंगे. अशोक लाहोटी ने आरएसएस पर लगाए गए आरोप पर कहा कि इस तरह के गलत आरोप सदन में नहीं चलेंगे. आप अपनी पार्टी में नंबर बढाने के लिए इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल सदन में नहीं कर सकते. वहीं संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि यह हिस्टोरिकल फैक्ट है आरएसएस पर लगाए गए आरोप बिल्कुल सत्य है. सत्ता पक्ष से खाचरियावास सहित कुछ विधायकों ने बोलना शुरू किया तो भाजपा का पारा और चढ़ गया. भारी तनातनी का माहौल देख सभापति राजेन्द्र पारीक ने सदन की कार्यवाही को 46 मिनट पहले 5.14 पर ही बुधवार सुबह तक के लिए स्थगित कर दिया.

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