कांग्रेस में ‘एक व्यक्ति-एक पद’के दावे की निकली हवा? 20 सूत्रीय कार्यक्रम की नियुक्तियों ने खड़े किए सवाल: प्रदेश के दस जिलों में बीस सूत्रीय कार्यक्रम की जिला कमेटी में उपाध्यक्ष पदों की नियुक्ति का मामला, सीएम गहलोत के निर्देश के बाद कांग्रेस ने हाल ही में 13 जिलों में की थी जिलाध्यक्षों की नियुक्ति, अब सीएम गहलोत के निर्देश पर ही सरकार ने उनमें से 10 को बना दिया बीसूका का जिला उपाध्यक्ष भी, गहलोत सरकार की नियुक्तियों के बाद सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर हुआ शुरू, जिस ‘एक व्यक्ति एक पद फॉर्मूले’ के तहत गहलोत सरकार के तीन मंत्रियों की ली गई थी बलि (इस्तीफा), क्या पार्टी ने अपने ही फॉमूले से ले लिया है यू टर्न? गहलोत सरकार में मंत्री रहे गोविंद सिंह डोटासरा, राजस्व मंत्री हरीश चौधरी और चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने दिया था (या ले लिया गया था) इसी फॉर्मूले के तहत इस्तीफा, अब कांग्रेस के जिलाध्यक्षों को ही बीसूका का जिला उपाध्यक्ष बनाना क्या नहीं है कार्यकर्ताओं की आस पर कुठाराघात? ऐसे में अब अन्य पदाधिकारी भी करेंगे राजनीतिक नियुक्तियों की दावेदारी! सियासी जानकारों का कहना- सियासत में कब कौनसा फॉर्मूला चल जाए और किस पर लग जाए नजर कोई नहीं कह सकता? हालांकि राजनीतिक नियुक्तियों का बाट जोह रहे कार्यकर्ताओं को फिर सताने लगा है डर, पैराशूट या बड़े नेताओं द्वारा उनके हक मारने का डर?