लॉकडाउन बढ़ने से चिंतित प्रवासियों व अन्य प्रदेशों के लोगों के लिए गहलोत ने नियुक्त किए नॉडल अधिकारी

राजधानी में कोरोना से निपटने के लिए युद्ध स्तर पर काम शुरू, प्रदेश में अन्य राज्यों के अटके लोगों और गरीब, मजदूर, दिहाड़ी वाले, रिक्शा चालक आदि लोगो के भोजन एवं अन्य आवश्यकताओं में किसी प्रकार की कोई कमी ना रहे- सीएम गहलोत

Evld6xxu8aev1aw
Evld6xxu8aev1aw

पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या अब 1000 पार कर 1005 हो गई है. प्रदेश में कोरोना संक्रमण का एपिसेंटर बने अकेले जयपुर में अब तक 453 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ चुके है. जयपुर में बढ़ रहे संक्रमण की रोकथाम को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बहुत चिंतित हैं और सीएम ने राजधानी जयपुर में युद्ध स्तर पर काम करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही मुख्यमंत्री गहलोत ने विभिन्न प्रदेशों में लॉकडाउन के चलते विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी राजस्थानियों और विभिन्न प्रदेशों के राजस्थान में फंसे लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए नॉडल अधिकारी नियुक्त किए हैं.

राजस्थान के संवेदनशील मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक ओर सराहनीय कदम उठाया है. देश के अन्य राज्यों में लॉकडाउन के चलते फंसे प्रवासी राजस्थानियों एवं प्रदेश में फंसे अन्य राज्यों के लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए नॉडल अधिकारी नियुक्त कर दिए हैं. दरअसल लॉकडाउन के चलते प्रदेश के हजारों लोग विभिन्न राज्यों में फंसे हुए है वहीं राजस्थान में भी विभिन्न राज्यों के हजारों लोग फंसे हुए है. इन लोगों की विभिन्न समस्याओं के निराकरण के लिए अलग-अलग राज्य के लिए अलग-अलग सीनियर आईएएस और आईपीएस अधिकारी नियुक्त किए गए है. सीएम गहलोत के निर्देश पर राज्य सरकार ने इसके आदेश मंगलवार को जारी कर दिए.

दरअसल, विभिन्न प्रदेशों में फंसे लोग 21 दिन के लॉकडाउन का 14 मार्च को खत्म होने के इंतजार कर रहे थे ताकि लॉकडाउन खुलते ही अपने घरों की ओर जा सकें. लेकिनप्रधानमंत्री मोदी द्वारा लॉकडाउन की अवधि 3 मई तक बढाने के बाद अब ऐसे लोगों की परेशानी ओर बढ गयी है. इसीको लेकर मुख्यमंत्री गहलोत ने अपने निवास पर राशन एवं खादय सामग्री के वितरण से जुड़े अधिकारियों की वीडियों कांफ्रेंस के जरिए बैठक ली. इस दौरान सीएम गहलोत ने लॉकडाउन के चलते प्रदेश में अटके हुए प्रवासी मजदूरों के लिए भोजन एवं अन्य आवश्यकताओं को पूरा करने में किसी तरह की कमी नहीं रखने के निर्देश दिए. इसके साथ ही गरीबों, रिक्शा चालकों, दिहाड़ी पर काम करने वाले मजदूरों, निराश्रित एवं असहाय लोगों को अनुग्रह राशि का वितरण सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए.

वहीं सीएम गहलोत ने जयपुर में बढ रहे कोरोना संक्रमण को लेकर कोरोना महामारी से बचाव के लिए जयपुर में युद्ध स्तर पर काम करने के निर्देश दिए. सीएम गहलोत ने अपने निवास पर कॉर ग्रुप के अधिकारियों की वीडियो कांफ्रेंस के जरिए समीक्षा बैठक ली. इस दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि कोरोन एक ऐसी महामारी है जिसका आकलन करना बहुत मुश्किल है, ऐसे में हर परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए ऐसी व्यवस्थाएं करें कि इस चुनौती से हम सफलतापूर्वक निपट सकें. सीएम गहलोत ने आगे कहा कि राज्य सरकार संसाधनों में कोई कमी नहीं रख रही है. अधिकारी मिशन के साथ जयपुर को कोरोना मुक्त करने की दिशा में आगे बढ़ें.

यह भी पढ़ें: लॉकडाउन 2.0: कांग्रेस सहित बोले बॉलीवुड सेलेब्स- लॉकडाउन बढ़ाना ठीक लेकिन आर्थिक पैकेज का क्या?

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि क्वारेंटाइन के लिए अधिक से अधिक स्थान चिन्हित कर वहां बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराएं. जेडीए तथा हाउसिंग बोर्ड इन स्थानों पर बिजली-पानी, बिस्तर, भोजन सहित अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था जल्द से जल्द करे ताकि आवश्यकता पड़ने पर वहां लोगों को क्वारेंटाइन किया जा सके. चारदीवारी में जिन 13 क्षेत्रों में संक्रमण के ज्यादा मामले सामने आए हैं वहां विशेष फोकस किया जाए. सीएम गहलोत ने आगे कहा कि जयपुर में संक्रमित मरीज बढ़े हैं, कर्फ्यू को और सख्ती से लागू करना होगा. इसके साथ ही राशन एवं खाद्य सामग्री के वितरण की व्यवस्था को अधिक मजबूत बनाया जाएगा.

Leave a Reply