Thursday, January 16, 2025
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अखिलेश को सताने लगा EVM में हेरफेर का डर! कार्यकर्ताओं से बोले- बढ़ाएं स्ट्रांग रूम की निगरानी: उत्तरप्रदेश चुनाव का रण, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ईवीएम की सुरक्षा बढ़ाने के लिए सपा गठबंधन के प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं से अपील, सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर अखिलेश ने लिखा- ‘लखनऊ में सभी के लिए प्रतिबंधित ईवीएम स्ट्रांग रूम में एक सरकारी अधिकारी के घुसने का प्रयास बेहद गंभीर है मामला, सपा-गठबंधन के सभी प्रत्याशियों, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से अपील है कि वो सभी जगह ईवीएम स्ट्रांग रूम की बढ़ा दें निगरानी… जब तक गिनवाई नहीं-तब तक ढिलाई नहीं’, सोमवार को रमाबाई अंबेडकर मैदान में स्ट्रांग रूम परिसर में ईवीएम को लेकर हुआ था हंगामा, मध्य विधानसभा सीट के रिटर्निंग अफसर गोविंद मौर्या की सरकारी गाड़ी में मिले थे हथौड़ी, छेनी, ताले, प्लास, ये औजार मिलने पर सपा समेत अन्य राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए दो घंटे तक किया था धरना-प्रदर्शन

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चन्द्रभान, रामेश्वर डूडी, बृजकिशोर को कैबिनेट तो अन्य बोर्ड-निगम अध्यक्षों को मिला राज्यमंत्री का दर्जा: राजनीतिक नियुक्ति पाने वाले नेताओं, कार्यकर्ताओं और विधायकों पर गहलोत सरकार फिर मेहरबान, बोर्ड एयर निगमों में नियुक्त हुए अध्यक्षों को मिला मंत्री स्तर दर्जा, पूर्व में गहलोत सरकार में मंत्री रह चुके 3 नेताओं को मिला कैबिनेट मंत्री का दर्जा, डॉ. चन्द्रभान, रामेश्वर डूडी और बृजकिशोर शर्मा को मिला कैबिनेट मंत्री दर्जा, बाकी अन्य सभी अध्यक्षों को मिला राज्य मंत्री का दर्जा, लंबे इंतजार के बाद गहलोत सरकार ने कांग्रेस के कर्मठ कार्यकर्ताओं को दी है राजनीतिक नियुक्तियों की सौगात, हाल ही में दो बार में गहलोत सरकार ने करीब सवा सौ नेताओं और कुछ विधायकों को दी है आयोग और बोर्ड में नियुक्तियां, ऐसे में अब सियासी गलियारों में चल रही सियासी चर्चा, गहलोत सरकार ने ‘सब्र का फल होता है मीठा’ वाली कहावत को किया चरीतार्थ, भले ही देरी से हुईं राजनीतिक नियुक्तियां लेकिन सभी की नाराजगी दूर करने के साथ सभी को खुश करने का हुआ है काम, हालांकि सूत्रों की मानें तो इन नेताओं को मंत्री स्तर का केवल मिला है दर्ज, राज्य मंत्रिमंडल के सदस्यों जैसी इन नेताओं को नहीं मिलेगी अन्य कोई सुविधा
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