कोटा मामले में मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा- मीडिया बिना दबाव के प्रस्तुत करे तथ्य, वहीं पूनियां ने कहा- गहलोत दें पद से इस्तीफा

मुख्यमंत्री ने कहा- बच्चों के ICU की स्थापना हमारी सरकार ने की, निरोगी राजस्थान हमारी प्राथमिकता

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. कोटा के जेके लोन अस्पताल (Kota Hospital) में बच्चों की मौत का बढ़ता जा रहा आंकड़ा सरकार पर भारी पड़ता जा रहा है. इस मसले के चर्चे दिल्ली तक पहुंच चुके हैं. सत्ताधारी पक्ष लगातार विपक्ष के निशाने पर बना हुआ है. इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले पर सफाई देते हुए मीडिया को बिना किसी दबाव में आए सभी तथ्य प्रस्तुत करने की अपील की है. बता दें, कोटा अस्पताल में पिछले 48 घंटों में 10 बच्चों की मौत हो चुकी है और बीते एक महीने में ये आंकड़ा 100 को पार कर गया है. वहीं बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने गहलोत सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि अगर सरकार के मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा में नैतिकता बची हो तो उन्हें अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे देना चाहिए.

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इस मुद्दे पर अपनी सफाई सोशल मीडिया पर देते हुए सीएम अशोक गहलोत ने लिखा, ‘जेके लोन अस्पताल, कोटा में हुई बीमार शिशुओं की मृत्यु पर सरकार संवेदनशील है. इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. कोटा के इस अस्पताल में शिशुओं की मृत्यु दर लगातार कम हो रही है. हम आगे इसे और भी कम करने के लिए प्रयास करेंगे. मां और बच्चे स्वस्थ रहें यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है’.

अपने दूसरे मैंसेज में सीएम ने लिखा, ‘राजस्थान में सर्वप्रथम बच्चों के ICU की स्थापना हमारी सरकार ने 2003 में की थी. कोटा में भी बच्चों के ICU की स्थापना हमने 2011 में की थी.’

अपने एक अन्य ट्वीट में उन्होंने निरोगी राजस्थान को कांग्रेस सरकार की प्राथमिकता बताते हुए कहा, ‘स्वास्थ्य सेवाओं में और सुधार के लिए भारत सरकार के विशेषज्ञ दल का स्वागत है. हम उनसे विचार विमर्श और सहयोग से प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं में इम्प्रूवमेंट के लिये तैयार हैं. निरोगी राजस्थान हमारी प्राथमिकता है. मीडिया किसी भी दबाव में आये बिना तथ्य प्रस्तुत करे, स्वागत है’.

उधर, प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कोटा अस्पताल में बच्चों की मौत के लिए पूर्व वसुंधरा सरकार को जिम्मेदार बताते हुए हमला किया. उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी अपने कार्यकाल के दौरान इस अस्पताल में हुए बच्चों की मौत का आंकड़ा देख ले तो शायद आलोचना नहीं करे. हमने लगातार मौत के आंकड़ों को कम किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की पूर्व राजे सरकार ने नहीं अस्पताल में बैड नहीं बढ़ाए.

शर्मा ने बताया कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने साल 2012-13 में बजट में जेकेलॉन अस्पताल (Kota Hospital) में 60 शिशु व 60 महिला बैड की घोषणा की थी और इसकी स्वीकृति जुलाई, 2012 को दे दी गई थी, लेकिन इसमें से केवल 45 बैड ही बढ़ाए गए. 2012-13 के दौरान कोटा के इस अस्पताल के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 60 करोड़ रुपये स्वीकृत किए थे बीजेपी ने सत्ता में आने के बाद वित्तीय स्वीकृति होने के बावजूद नहीं दिए.

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