BJP में सीएम पद के दावेदार पदाधिकारी कर रहे मुर्खता, मोदी-शाह को आना चाहिए हनुमानगढ़- गहलोत

हनुमानगढ़ से लखीमपुर की तुलना करने वाले पर सीएम गहलोत ने लगाई भाजपा की क्लास, बोले- तुलना करने वाले बेवकूफ, प्रधानमंत्री-गृहमंत्री और नड्डा आएं हनुमानगढ, खुद को सीएम का उम्मीदवार बताने वाले कर रहे मूर्खता', भाजपा द्वारा पीलीबंगा प्रतिनिधिमंडल भेजने को बताया मूर्खतापूर्ण, प्रियंका गांधी के राजस्थान आने के सवाल का किया बचाव

सीएम गहलोत ने लगाई भाजपा की क्लास
सीएम गहलोत ने लगाई भाजपा की क्लास

Politalks.News/Rajasthan. हनुमानगढ़ की तुलना लखीमपुर से करने के मामले में भाजपा की बयानबाजी पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तीखा पलटवार किया है. सीएम ने कहा कि, ‘बीजेपी ने मूर्ख लोग सीएम के दावेदार बन रहे हैं, इन बेवकूफों को घटना की असल जानकारी नहीं होती और ये बयानबाजी करते हैं’. साथ ही गहलोत ने भाजपा को नसीहत दी है कि, ‘प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और जेपी नड्डा को हनुमानगढ़ आना चाहिए और पूछना चाहिए कि क्यों हुआ है ऐसा’. हिंसा पर राजनीति और भेदभाव को लेकर पीएम मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘कौन कहता है भेदभाव हो, हिंसा की निंदा होनी ही चाहिए चाहे कहीं भी हुई हो’. मैरिज रजिस्ट्रेशन बिल को वापस लेने के सवाल पर सीएम गहलोत ने साफगोई से कहा कि, ‘इसमें प्रतिष्ठा का सवाल नहीं है. अगर कोई खामी है तो वापस ले लेंगे’. साथ ही बच्चों को वैक्सीन लगाने की घोषणा का सीएम ने स्वागत किया.

‘बीजेपी में मूर्ख लोग बन रहे मुख्यमंत्री पद के दावेदार’
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यहां तक कह दिया कि, ‘बीजेपी में मूर्ख लोग मुख्यमंत्री के दावेदार बन रहे हैं, उन बेवकूफों को घटना की वास्तविकता पता नहीं है’. मुख्यमंत्री ने कहा कि, ‘देश में बेवकूफों की कमी है क्या ? बीजेपी के नेता देश में बेवकूफी कर रहे हैं. बीजेपी वालों में इतना सा सेंस नहीं है कि हनुमानगढ़ की घटना अलग है और उत्तर प्रदेश के लखीमपुर की घटना अलग है. भाजपा दोनों की तुलना कैसे कर सकती है’.

‘ऐसी घटनाओं का विपक्ष जताता है विरोध, सत्ता पक्ष के नहीं’
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘बीजेपी के नेता बार-बार कहते हैं कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को राजस्थान में आना चाहिए. क्यों भाई, क्यों आना चाहिए, यहां हमारी कांग्रेस की सरकार है. यहां तो बीजेपी के नेताओं को आना चाहिए. राजनाथ सिंह, अमित शाह को आना चाहिए. उन्हें आकर देखना चाहिए, लेकिन आएगा कोई नहीं. बीजेपी के लोगों को कौन समझाए कि जहां पर घटना होती है, वहां पर विपक्ष के लोग आते हैं, सत्ता पक्ष के नहीं’.

‘पीएम मोदी और अमित शाह आएं हनुमानगढ़’
सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘हनुमानगढ़ में अन्याय हुआ है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आएं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आएं, बीजेपी के राष्ट्रीय प्रदेश अध्यक्ष जेपी नड्डा आकर देखें और उन पीड़ितों से जाकर मुलाकात करें’. सीएम गहलोत ने ये भी कहा कि, ‘किसी भी बीजेपी के नेता के पास में पीड़ितों के हाल जानने और उनसे उनके हालचाल पूछने का वक्त नहीं है. बस उनसे सोशल मीडिया पर बयानबाजी करा लो. बीजेपी के लोग ओछी राजनीति कर सकते हैं’. मुख्यमंत्री ने कहा कि इन्हें आना चाहिए, पूछना चाहिए कि क्या हुआ, जो घटना हुई उसमें दबाव बनाना चाहिए सरकार पर, घटना की निंदा करते हुए अविलंब कार्रवाई की मांग करनी चाहिए, लेकिन भाजपा में ऐसे मूर्ख लोग पदाधिकारी बन गए हैं जिनमें इतना सेंस तक नहीं है कि किस तरह की घटना में क्या किया जाता है. पीड़ित परिवार जिसके घर में एक व्यक्ति की मौत हो गई उससे मिलने के लिए तो उनकी पार्टी का एक आदमी नहीं गया और ये न्याय की बात करते हैं’.

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‘अब पीलीबंगा प्रतिनिधिमंडल भेजना मूर्खता’
भाजपा के प्रतिनिधिमंडल के आज पीलीबंगा जाने के सवाल पर सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘यही तो मूर्खता है, जब जान गयी थी किसी व्यक्ति की, उसी दिन भेज देते, हकीकत मालूम पड़ जाती, तो ये डेलिगेशन भेजने की जरूरत ही नहीं पड़ती, यही तो मूर्खता है उनकी’. दरअसल प्रदेश भाजपा की ओऱ से विधायक मदन दिलावर, अभिनेष महर्षि और सुमित गोदारा को पीलीबंगा भेजा गया है. ये प्रतिनिधि मंडल पीडि़तों से मुलाकात कर मामले की जानकारी लेगा और प्रदेश प्रमुख को सौंपेगा.

‘किसानों को गाड़ी से कुचलना पहली बार देखा’
लखीमपुर कांड के आरोपी आशीष मिश्रा के पिता केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग को लेकर सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘कांग्रेस लखीमपुर के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए कर रही है संघर्ष, कांग्रेस देशभर में प्रदर्शन कर रही है. राजस्थान में भी कांग्रेस कार्यकर्ता इसको लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं’. घटना के वीडियो का जिक्र करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘हमने दंगे देखे हैं एनकाउंटर देखे हैं लेकिन ऐसी घटना नहीं देखी जिसमें प्रदर्शन कर लौट रहे किसानों को गाड़ी से कुचला जा रहा हो. ये सब केन्द्र सरकार और योगी सरकार को नहीं दिख रहा क्या?,

‘हिंसा की होनी चाहिए निंदा, भेदभाव नहीं’
पीएम मोदी के बयान- ‘मानवाधिकार का बहुत ज्यादा हनन तब होता है जब किसी घटना को राजनीतिक चश्मे से देखा जाता है’ पर पलट वार करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘भेदभाव नहीं होना चाहिए, कौन कहता है भेदभाव हो. जहां भी हिंसा हो उसकी निंदा की जानी चाहिए,चाहे कोई पॉलिटिकल पार्टी के लोग हों’.

‘ये कोई प्रतिष्ठा का सवाल नहीं’
मैरिज रजिस्ट्रेशन बिल पर यूटर्न के सवाल पर सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘हम वापस उसको मंगा रहे हैं, इसमें कोई प्रतिष्ठा का सवाल नहीं है. एक सुप्रीम कोर्ट का निर्णय था कि जिनकी शादी हो जाती है, उनके बाद में उनके बच्चों को आने वाले वक्त में तकलीफ नहीं हो, इसलिए रजिस्ट्रेशन कंपल्सरी होना चाहिए सभी शादियों का, इसलिए वो बिल लाया गया, पास किया गया. अगर उसको लेकर इश्यू बन गया देश के अंदर, या कोई खामी है, हमारी कोई प्रेस्टीज की बात नहीं है, कोई दिक्कत नहीं है हम लोगों को’.

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बच्चों के वैक्सीनेशन पर जताई खुशी
2 से 18 साल के बच्चों को कोरोना वैक्सीन की मंजूरी पर सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘बहुत ही अच्छी बात है कि वैक्सीन 2 से 18 साल के बच्चों के लिए भी आज मंजूर हुई है. मैं उम्मीद करता हूं कि तमाम प्रदेश और देश के लोग आगे आएंगे और बच्चों को वैक्सीन लगाने का काम तेज गति से बढ़ेगा जिससे कि थर्ड वेव जो कहते हैं कि बच्चों के लिए आएगी, वो हमारे मुल्क में नौबत ही नहीं आए’, सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘राजस्थान कोई कमी नहीं रखेगा. पहले भी हमने वैक्सीन में बहुत ही बड़ी उपलब्धि हासिल की है, आज देश में 3-4 राज्यों में राजस्थान है, उसी रूप में बच्चों की वैक्सीन में भी हम आगे निकलेंगे ये मैं कह सकता हूं’.

राजस्थान में लिंचिंग पर क्यों चुप है कांग्रेस- पात्रा 
दरअसल भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्त संबित पात्रा ने आज प्रेस वार्ता कर पूछा था कि, ‘राजस्थान में लिंचिंग पर कांग्रेस क्यों चुप हैं, राहुल-प्रियंका ने ट्वीट क्यों नहीं किया. दोनों भाई बहन हनुमानगढ़ क्यों नहीं जा रहे’. संबित पात्रा ने हनुमानगढ़, अलवर और जालोर में दलितों पर अत्याचार के मामले में गहलोत सरकार को घेरा था.

 

 

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