राजस्थान की चूरू लोकसभा सीट से नवनिर्वाचित सांसद राहुल कस्वां व वरिष्ठ भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ के बीच जारी है बयानबाजी का दौर, कस्वां ने चूरू के सरदारशहर में आयोजित धन्यवाद सभा में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ का बिना नाम लिए कहा- काका ये कहे कि चुनाव मैं लड़ाऊंगा, मैं जीताऊंगा तो ऐसा हो नहीं सकता, चुनाव तो जनता लड़ाएगी और जनता ही जिताएगी, जनता आशीर्वाद नहीं देती तो स्वीकार कर लेते, लेकिन काका फैसला करेगा, ये स्वीकार नहीं करेंगे, मुझे पता है बहुत से लोगों के फोन गए, कुछ दबाव में भी गए, लेकिन मैं नहीं दबा, अगर मैं मना कर देता और घर बैठ जाता तो काका कहता कि मैंने 35 साल वाले को घर बिठा दिया, वो लोग घुटनों के बल ले आते, उन लोगों के यहां दलाल पैदा हो जाते, जो आपको गुलामी करवाते महसूस, इस कारण राजस्थान में भाजपा को कई सीटों का हुआ नुकसान, चूरू जिले की दिल की आवाज को क्या दबा सकता है एक व्यक्ति, चूरू लोकसभा क्षेत्र के लोगों ने बता दिया कि ऐसा हो नहीं सकता, मेरे बारे में बड़े नेता ने कहा- जिस टहनी पर बैठे हुए है, उसी को काट रहे हैं, मेरी तो जीतेगी लकड़ी भी, ये लो जीती है जनता की आवाज, कौनसे भय में जी रहे हैं, कैसी-कैसी करते हैं बातें, आज भी काका हार का कारण नहीं कर रहा स्वीकार, भाजपा नेता देवीसिंह भाटी और सुमेधानंद मान चुके हैं कि हार कारण है काका ही, पांच सीट चली गईं, इसका जिम्मेदार मान रहे हैं मुझे, मैं तो टहनी काट रहा हूं, वो तो पेड़ को ही जड़ से काट रहे हैं और उनको पता ही नहीं