गुस्साए विधायक बोले- भाड़ में गई सरकार, दीया कुमारी ने की अबरार के खिलाफ का कार्रवाई की मांग

विधायक दानिश अबरार ने वन क्षेत्र में बनाई जा रही सुरक्षा दीवार का औचक निरीक्षण कर खोली भ्रष्टाचार की पोल, सांसद दीया कुमारी ने विधायक के खिलाफ की अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग, अबरार ने कहा इस बहाने आपको सवाई माधोपुर वासियों की याद तो आई

सांसद दीया कुमारी विधायक दानिश अबरार
सांसद दीया कुमारी विधायक दानिश अबरार

पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. सवाई माधोपुर विधायक दानिश अबरार इन दिनों फिर से एक्शन के मूड में है. विधायक अबरार ने शुक्रवार को रणथम्भौर में वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए बनाई जा रही सुरक्षा दीवार में गड़बड़ी का भंडा फोड़ किया है. विधायक अबरार ने वन क्षेत्र में बनाई जा रही सुरक्षा दीवार का निरीक्षण कर घटिया निर्माण की पोल खोली और ठेकेदार और अफसरों की मिलिभगत से हो रहे घटिया निर्माण का खुलासा किया. इसके साथ ही विधायक ने सुरक्षा दीवारों के निरीक्षण के बाद अधिकारियों से पंचनामा भरवाकर गवाहों से दस्तखत भी कराए.

विधायक अबरार का निरीक्षण के दौरान निर्माण में गड़बड़ी पाए जाने पर अफसरों व ठेकेदार को लताड़ लगाने का एक वीडियो भी खूब वायरल हो रहा है. इस वीडियो में विधायक अबरार लताड़ लगाकर कह रहे हैं “मुझे ज्ञान मत दो, भाड़ में गई सरकार, अभी धरने पर बैठ जाऊंगा तो तुम्हारे मंत्री जी को आना पड़ेगा उठाने” इस वीडियो के आने के बाद सियासत भी गर्मा गई है. वन मंत्री ने जहां निर्माण की जांच के आदेश जारी कर दिए है वहीं सवाई माधोपुर से पूर्व विधायक व राजसमंद से वर्तमान सांसद दिया कुमारी ने विधायक अबरार पर सोशल डिस्टेंसिग व लॉकडाउन के नियमों की अनुपालना नहीं करने, रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में घुसने और सार्वजनिक स्थान पर मास्क नहीं पहनने की निंदा की.

दरअसल, विधायक दानिश अबरार ने शुक्रवार को सवाई माधोपुर के वन्य क्षेत्र में वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए बनाई जा रही दीवार का काम देखने के लिए औचक निरीक्षण किया. इस दौरान अबरार ने अधिकारियों की उपस्थिति में दीवार की फाउंडेशन खुदवा कर काम देखा. कई जगह से इसका मेजरमेंट लिया, गुणवत्ता जांचने के लिए दीवार को तोड़ा. सभी में तय मानकों के हिसाब से कमी पाई गई. इस दौरान सामने आया कि जिन कामों में गड़बड़ी है, उनके बिलों के भुगतान भी कर दिए गए हैं.

इस पर विधायक अबरार ने कहा कि दीवार के ज्यादातर काम एक ही ठेकेदार के पास हैं. बड़े अफसर पहले उसको बगैर क्वालिटी की बात सोचे 30 प्रतिशत बिलों में काम सौंपते हैं, इसके बाद जिस दीवार के ख्वाब बताए जाते हैं, वह काम मौके पर मिलता ही नहीं. इसके साथ ही अबरार ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि आज रणथंबोर की बनी सुरक्षा दीवार का निरीक्षण किया और भ्रष्टाचार की वह मिसाल देखी जो आज तक देखी ना थी. लाखों-करोड़ों रुपए खर्च कर रणथंभौर की सुरक्षा दीवार बनाई जा रही है जिसमें की एक हिस्से की दीवार बन चुकी है और उसका भुगतान भी हो चुका है. जब आज उसका निरीक्षण किया तो पाया की दीवार बनाने से पहले जो नीचे पीसीसी की बुनियाद होती है वह बुनियाद ही गायब है, और जो जमीन के नीचे 2 फीट चुनाई होनी थी वह कहीं पर भी डेढ़ फुट से ऊपर नहीं मिली.

विधायक अबरार ने आगे लिखा कि पूरी दीवार नीचे से लेकर ऊपर तक जो 8 फीट होनी थी एक भी जगह 8 फीट भी नहीं पाई गई और इसमें जो माल मसाला लगाया गया वह ऐसा है जिसकी जांच कराई जाए तो भ्रष्टाचारी बच नहीं पाएंगे. आज मैं बहुत दुखी हूं कि हमारे सवाई माधोपुर रणथंभौर एक धरोहर है और उस धरोहर की सुरक्षा दीवार में ठेकेदार अधिकारी इस तरह से सांठगांठ करके काम कर रहे हैं और भ्रष्टाचार के एक मिसाल पैदा कर रहे हैं.

विधायक अबरार द्वारा इस पूरे मामले को उजागर करने के बाद अधिकारियों ने मीडिया कर्मियों को ले जाकर दीवार का निरीक्षण करवाया. इस दौरान मीडिया कर्मियों ने भी पाया कि निर्माण में गड़बड़ी है. इस पूरे मामलों को सुर्खियों में आने के बाद शनिवार को वन मंत्री सुखराम विश्नोई ने मामले की जांच प्रधान मुख्य वन संरक्षक को सौपने के आदेश जारी किए.

इस पूरे मामले पर रविवार को फिर से विधायक अबरार ने कहा कि रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में एक जो कहावत है जंगल में मोर नाचा और किसने देखा सच साबित हुई. शुक्रवार को मैंने जंगल की दीवार का निरीक्षण किया खामियां ही खामियां पाई गई. सभी अधिकारी नीचे से लेकर ऊपर तक भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए और मौका मुआयना में सब ने अपने हस्ताक्षर किए उसके बावजूद शनिवार को जिन अफसरों ने भ्रष्टाचार किया वो मीडिया वालों को बसों में बैठाकर खुद ले गए और हकीकत आज खुद सामने आ गई. आखिरकार दीवार की नीव नहीं मिली. मैं धन्यवाद देना चाहूंगा हमारी सरकार का हमारे वन मंत्री जी का जो कि जीरो टोलरेंस पर काम करते है. इस मामले में भ्रष्टाचार पाया गया है तो हमारी सरकार ने 24 घंटे से पहले ही जांच के आदेश दे दिए हैं.

वहीं इस मामले में सवाई माधोपुर से पूर्व विधायक व वर्तमान में राजसमंद से सांसद दीया कुमारी ने विधायक द्वारा लॉक डाउन के दौरान रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में घुसने, सोशल डिस्टेंसिग का पालन नहीं करने और सार्वजनिक स्थान पर मास्क ना पहनने की निंदा की. सांसद दीया कुमारी ने कहा कि सोशल मीडिया पर चल रही वीडियो क्लिप से साफ पता चलता है कि विधायक अबरार का व्यवहार बेहद अशोभनीय और गैर जिम्मेदाराना है. गहलोत सरकार को चाहिए कि वो अपने विधायक पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करें.

सांसद दीया कुमारी ने आगे कहा कि विधायक दानिश अबरार सरकार द्वारा बनाये गए नियमों की अवेहलना करते हुए निजी बांउसरों व कार्यकर्ताओं के साथ सरेआम प्रतिबंधित रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में दाखिल हुए थे और बेशर्मी से कह रहे थे “सरकार जाए भाड़ में“. इसके साथ ही सांसद दीया कुमारी ने कहा कि कर्मचारियों के साथ साथ बाघों में भी संक्रमण का रिस्क बढ़ा सकता है. बाघ व दूसरे वन्य जीवों में कोरोना का संक्रमण फैलने का खतरा होने के चलते राष्ट्रीय उद्यानों में केंद्र सरकार द्वारा बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है.

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सांसद दीया कुमारी के बयान पर विधायक दानिश अबरार ने कहा कि मैं सांसद दीया कुमारी जी से आशा करता हूं कि भ्रष्टाचार की लडाई में साथ दें और ऐसी अर्नगल बयानबाजी करके भ्रष्टाचारियों का साथ न दें. अगर उनके कार्यकाल में ही वे स्वयं ऐसे निरीक्षण कर लेती तो, आज यह नौबत नहीं आती. आप आज एनटीसीए सदस्य है, रणथंभौर के बाघों की सुरक्षा के लिए बन रही सुरक्षा दीवार के निर्माण में कोई भ्रष्टाचार न हो, इसकी जिम्मेदारी मेरे से ज्यादा आपकी बनती है. आईए साथ मिलकर लडाई लडें. मुझे खुशी है इस बात की कि इसी बहाने सही, लेकिन आपको कोविड -19 में सवाई माधोपुरवासियों की याद तो आई.

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