Vijay Kumar Singh Latest News – थल सेनाध्यक्ष जनरल वी के सिंह मिजोरम के राज्यपाल है. सेना में चार दशक तक जिम्मेदारी भरी ड्यूटी करने के बाद वी के सिंह 2012 में सेवानिवृत्त हुए थे. इसी के दो वर्ष बाद वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर सक्रिय राजनीति में आ गए. श्री सिंह दो बार सांसद और दो बार केंद्रीय मंत्री रह चुके है. बाद में उन्हें जनवरी, 2025 में मिजोरम का राज्यपाल नियुक्त किया गया. जनरल वी के सिंह सेना में रिटायरमेंट के समय ‘थल सेनाध्यक्ष, जिसपर देश की रक्षा का भार होता है. इस लेख में हम आपको मिजोरम के राज्यपाल व पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व थल सेनाध्यक्ष जनरल वी के सिंह की जीवनी (Vijay Kumar Singh Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
वी के सिंह की जीवनी (Vijay Kumar Singh Biography in Hindi)
| पूरा नाम | आनंदीबेन मफतलाल पटेल |
| उम्र | 74 साल |
| जन्म तारीख | 10 मई 1950 |
| जन्म स्थान | महाराष्ट्र के पुणे |
| शिक्षा | – |
| कॉलेज | – |
| वर्तमान पद | मिजोरम के राज्यपाल |
| व्यवसाय | राजनीतिक, भारतीय सेना में पूर्व चार सितारा जनरल |
| राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
| वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
| पिता का नाम | जगत सिंह |
| माता का नाम | कृष्णा कुमारी |
| पत्नी का नाम | भारती सिंह |
| बेटें का नाम | – |
| बेटी का नाम | योगजा सिंह और मृणाली सिंह |
| स्थाई पता | – |
| वर्तमान पता | राजभवन , आइजोल |
| फोन नंबर | – |
| ईमेल | – |
वी के सिंह का जन्म और परिवार (Vijay Kumar Singh Birth & Family)
जनरल विजय कुमार सिंह का जन्म 10 मई 1950 को महाराष्ट्र के पुणे में हुआ था. उनके पिता का नाम जगत सिंह था तो उनकी माता का नाम कृष्णा कुमारी था. उनके पिता भारतीय सेना की राजपूत रेजिमेंट की 14वीं बटालियन में एक अधिकारी थे. उनका जन्म पुणे महाराष्ट में अवश्य हुआ पर वीके सिंह का परिवार मूल रूप से हरियाणा के भिमानी जिले के बापोरा गांव का रहने वाला था.
उनके दादा दफादार मुखराम सिंह घुड़सवार सेना में कार्यरत थे जबकि उनके पिता के सभी पांच भाई भी सेना में थे. उनके नाना सूबेदार शिंबू सिंह भी सेना में कार्यरत थे और वे हरियाणा के गुड़गांव जिले के बोहरा कलां गांव से थे.
वी के सिंह की शादी भारती सिंह से हुई है. उनकी दो बेटियां है. उनके नाम योगजा सिंह और मृणाली सिंह है. योगजा की शादी अनिरुद्ध सिंह से हुई है, जो लेफ्टिनेंट जनरल अशोक सिंह के बेटे हैं. जनरल विजय कुमार सिंह हिन्दू है और जाति से राजपूत है.
वी के सिंह की शिक्षा (Vijay Kumar Singh Education)
वी के सिंह की शिक्षा राजस्थान से हुई थी. उन्होंने 8 वर्ष की आयु में राजस्थान के पिलानी स्थित बोर्डिंग स्कूल, बिड़ला पब्लिक स्कूल में दाखिला लिया. स्कूली में पढाई के दौरान ही श्री सिंह राष्ट्रीय कैडेट कोर में शामिल हो गए और तीनों विंग में सेवा की.
वी के सिंह का सेना में करियर (Vijay Kumar Singh career in army)
पूर्व थल सेनाध्यक्ष वी के सिंह सैन्य परिवार से आते है. सेना में उनका करियर 1970 से 2012 तक कुल 42 वर्षों का रहा. भारतीय सैन्य अकादमी से स्नातक होने के बाद श्री सिंह ने राजपूत रेजिमेंट की दूसरी बटालियन में कमीशन प्राप्त करके अपना करियर शुरू किया और बाद में, थल सेनाध्यक्ष के रूप में सेवा करने के बाद सेवानिवृत्त हुए थे. वे कई युद्धों का हिस्सा रहे हैं. जबकि उन्हें कई सैन्य सम्मान प्राप्त हो चुके है.
वी के सिंह 31 मार्च 2010 को 24वें सेनाध्यक्ष बने. जबकि वे 2012 को सेना से सेवानिवृत्त हो गए.
वी के सिंह कई पुरस्कारों से सम्मानित
जनरल वी के सिंह का सेना में 42 वर्षो का लंबा करियर रहा है. इन लंबे करियर में उन्हें कई अवार्ड्स मिल चुके है. इनमें मुख्य रूप से उन्हें परम विशिष्ट सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक और युद्ध सेवा पदक मिल चुके है.
वी के सिंह का राजनीतिक करियर (Vijay Kumar Singh Political Career)
वी के सिंह सेना से सेवानिवृत्ति के बाद भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में शामिल हुए. सबसे पहले उन्होंने अगस्त 2012 में नई दिल्ली के रामलीला मैदान में योग गुरु रामदेव के मंच पर दिखे जहां रामदेव ने कालेधन और भ्रष्टाचार के विरोध में उपवास किया था. यह वह समय था जब केंद्र में कांग्रेस की मनमोहन की सरकार थी.
वी के सिंह 1 मार्च 2014 को भाजपा में शामिल हुए. श्री सिंह भाजपा में शामिल होकर यूपी के गाजियाबाद लोकसभा निर्वाचन सीट से जीत दर्ज की. उन्होंने कांग्रेस के राज बब्बर को 5,67,260 के भारी मतों के अंतर से हराया. इसके बाद उन्होंने 2019 के आम चुनाव के दौरान फिर से एक बार भारी मतों से चुनाव जीता जबकि उन्होंने 2024 का आम चुनाव नहीं लड़ा.
पहली बार जीतकर संसद सदस्य बने वी के सिंह को मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री बनाया गया. उन्हें मई 2014 में एनडीए के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में विदेश राज्य मंत्री और उत्तर पूर्व क्षेत्र के लिए राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नियुक्त किया गया. नवंबर 2014 में उन्हें उत्तर पूर्व क्षेत्र की ज़िम्मेदारी से मुक्त कर दिया गया और यह जिम्मेदारी जितेंद्र सिंह को दे दी गई.
दूसरी बार, जब उन्हें जीतने का मौका मिला और वे दूसरी बार मई 2019 में सांसद बने तो उन्हें मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में ‘सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री’ बनाया गया. इस पद पर वे 11 जून, 2024 तक रहे.
वी के सिंह का राज्यपाल के रूप में करियर
इसके बाद, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जनरल वी के सिंह को 16 जनवरी, 2025 को मिजोरम का राज्यपाल नियुक्त किया. राज्य में इससे पहले कंभमपति हरि बाबू राज्यपाल थे.
वर्तमान में, लेफ्टिनेंट जनरल वी के सिंह मिजोरम के 25वें राज्यपाल है.
इस लेख में हमने आपको मिजोरम के राज्यपाल वी के सिंह की जीवनी (Vijay Kumar Singh Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.



























