आचार्य देवव्रत की जीवनी | Acharya Devvrat Biography in Hindi

acharya devvrat biography in hindi
acharya devvrat biography in hindi

Acharya Devvrat Latest News – आचार्य देवव्रत गुजरात के राज्यपाल है. देवव्रत पेशे से एक शिक्षक रहे है. गुजरात के राज्यपाल बनने से पहले वे हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल हुआ करते थे. हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल रहते उन्होंने प्राकृतिक खेती, गौ पालन, गौ नस्ल सुधार, बालिका शिक्षा, नशामुक्ति, वृक्षारोपण एवं जल संरक्षण से संबंधित अनेक परियोजनाओं व अभियानों को सरकारी एवं जनभागीदारी से बड़े पैमाने पर क्रियान्वित किया गया. गुजरात के राज्यपाल रहते देवव्रत गुजरात विद्यापीठ, अहमदाबाद के कुलाधिपति भी है.  इस लेख में हम आपको गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत राय की जीवनी (Acharya Devvrat Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

आचार्य देवव्रत की जीवनी (Acharya Devvrat Biography in Hindi)

पूरा नाम आचार्य देवव्रत
उम्र 66 साल
जन्म तारीख 18 जनवरी 1959
जन्म स्थान पंजाब
शिक्षा बी.एड
कॉलेज
वर्तमान पद गुजरात के राज्यपाल
व्यवसाय राजनीतिक, सोशल इंजीनियरिंग
राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पिता का नाम लाहिड़ी सिंह
माता का नाम लक्ष्मी देवी
पत्नी का नाम दर्शना देवी
बेटें का नाम
बेटी का नाम
स्थाई पता
वर्तमान पता
फोन नंबर
ईमेल

आचार्य देवव्रत का जन्म और परिवार (Acharya Devvrat Birth & Family)

आचार्य देवव्रत का जन्म 18 जनवरी 1959 को पंजाब के समालखा में हुआ था. समालखा अब हरियाणा राज्य का हिस्सा है. यह राज्य के पानीपत जिले में आता है, जिसको राज्य के औद्योगिक क्षेत्र के तौर पर भी जाना जाता है और यह राजधानी दिल्ली के करीब है.

आचार्य देवव्रत के पिता का नाम लाहिड़ी सिंह और माता का नाम  लक्ष्मी देवी है. आचार्य देवव्रत की पत्नी का नाम श्रीमती दर्शना देवी है. आचार्य देवव्रत हिन्दू है.

आचार्य देवव्रत की शिक्षा (Acharya Devvrat Education)

आचार्य देवव्रत ने पहले स्नातक किया और फिर इसी के बाद उन्होंने इतिहास और हिंदी में एम.ए. किया. पढाई जारी रखते हुए उन्होंने बी.एड. किया और फिर बाद में उन्होंने योग विज्ञान व प्राकृतिक चिकित्सा में डिप्लोमा भी किया.

आचार्य देवव्रत का प्रारंभिक जीवन Acharya Devvrat Early Life)

पढाई के बाद आचार्य देवव्रत अपने जीवन की शुरुआत एक शिक्षक के तौर पर की. वे हरियाणा के कुरुक्षेत्र में एक गुरुकुल के प्रधानाचार्य के रूप में कार्यरत थे. बताया जाता है की वे 1981 से जुलाई 2015 तक गुरुकुल, कुरुक्षेत्र के प्रधानाचार्य के रूप में कार्यरत थे. उनके कार्यकाल में संस्थान ने बहुत प्रगति की. उन्होंने संपूर्ण गुरुकुल परिसर का नवीनीकरण किया, जिसमें सभी भवनों का पुनर्निर्माण, शिक्षण और खेलकूद के लिए आधुनिक सुविधाएं शामिल है. इस दौरान कुरुक्षेत्र के उस गुरुकुल को व्यापक मान्यता प्राप्त हुई और यह शैक्षणिक व मूल्य-आधारित शिक्षा दोनों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के इच्छुक छात्रों के लिए एक पसंदीदा संस्थान बन गया. आईआईटी-जेईई, पीएमटी और एनडीए जैसी प्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए छात्रों को तैयार करने के लिए गुरुकुल परिसर में विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किए गए, जो अपने आप में अलग है.

इसके अलावे उन्होंने एक प्राकृतिक चिकित्सा अस्पताल की स्थापना व एक आधुनिक गौशाला का विकास किया. आचार्य देवव्रत ने कृषि के क्षेत्र में भी कार्य किया. उन्होंने प्राकृतिक खेती करने के तरीको के अपनाने पर भी बड़े पैमाने पर काम किया.

आचार्य देवव्रत ने भारतीय संस्कृति और वैदिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए भी जमीनी स्तर पर काम किया इसके लिए उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका, स्विट्जरलैंड, नीदरलैंड, फ्रांस, इंग्लैंड, इटली, वेटिकन सिटी, नेपाल, भूटान, सिंगापुर, मॉरीशस और थाईलैंड सहित कई देशों का दौरा किया.

वे मासिक पत्रिका ‘गुरुकुल दर्शन’ के प्रधान संपादक भी है. उन्होंने ‘प्राकृतिक कृषि’ पर आधारित बिषय पर हिंदी, अंग्रेजी और गुजराती में पुस्तक भी लिखी है.

आचार्य देवव्रत का राजनीतिक करियर (Acharya Devvrat Political Career)

राजनीतिक में आचार्य देवव्रत प्रत्यक्ष रूप से सक्रिय नहीं रहे. पर अपने समाज सेवा के कारण उन्हें जो प्रसिद्धि मिली है उसे किसी बड़े नेता से कम नहीं कही जा सकती है. इसी के कारण उन्हें मोदी सरकार में राज्य का संवैधानिक पद दिया गया और उन्हें राज्यपाल बना दिया गया.

आचार्य देवव्रत का राज्यपाल के रूप में करियर

आचार्य देवव्रत को अगस्त 2015 में हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया. इस पद पर वे 21 जुलाई 2019 तक बने रहे. उनके बाद इस पद को कलराज मिश्र ने ग्रहण किया.

बाद में, आचार्य देवव्रत को राष्ट्रपति राम नाथ कोविद ने गुजरात का 25वां राज्यपाल नियुक्त किया. उन्होंने 22 जुलाई 2019 को यह पद भार ग्रहण किया. इससे पहले राज्य में ओम प्रकाश कोहली राज्यपाल थे.

वर्तमान में, आचार्य देवव्रत गुजरात के 25वें राज्यपाल है.

इस लेख में हमने आपको गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत की जीवनी (Acharya Devvrat Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

Google search engine