जिष्णु देव वर्मा की जीवनी | Jishnu Dev Varma Biography in Hindi

jishnu dev varma biography in hindi
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Jishnu Dev Varma Latest News – जिष्णु देव वर्मा तेलंगाना के राज्यपाल है. नब्बे के दशक में भारतीय जनता पार्टी के साथ अपनी राजनीति यात्रा शुरू करने वाले जिष्णु देव भाजपा के महासचिव रह चुके है. इसके अलावे वे त्रिपुरा के दूसरे उपमुख्यमंत्री के पद पर भी रह चुके है. राज्य के उपमुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा किया था. इसी के बाद उन्हें पिछले वर्ष राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने तेलंगाना का राज्यपाल नियुक्त किया.  इस लेख में हम आपको तेलंगाना के राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा राय की जीवनी (Jishnu Dev Varma Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

जिष्णु देव वर्मा की जीवनी (Jishnu Dev Varma Biography in Hindi)

पूरा नाम जिष्णु देव वर्मा
उम्र 68 साल
जन्म तारीख 15 अगस्त 1957
जन्म स्थान त्रिपुरा
शिक्षा बी.ए.
कॉलेज कलकत्ता विश्वविद्यालय
वर्तमान पद तेलंगाना के राज्यपाल
व्यवसाय राजनीतिक, सोशल इंजीनियरिंग
राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पिता का नाम रामेन्द्र किशोर देव वर्मा
माता का नाम
पत्नी का नाम सुधा देबबर्मा
बेटें का नाम प्रतीक किशोर देव वर्मा और जयबंत किशोर देव वर्मा
बेटी का नाम
स्थाई पता
वर्तमान पता राजभवन, हैदराबाद
फोन नंबर
ईमेल

जिष्णु देव वर्मा का जन्म और परिवार (Jishnu Dev Varma Birth & Family)

जिष्णु देव वर्मा का जन्म 15 अगस्त 1957 को त्रिपुरा के अगरतला में हुआ था. उनके पिता का नाम रामेन्द्र किशोर देव वर्मा था जो, महाराजा बीर बिक्रम माणिक्य के सैन्य सचिव और गृह सचिव थे. उनके पिता देव वर्मा त्रिपुरा राजपरिवार के सदस्य हुआ करते थे जबकि वे प्रद्योत बिक्रम माणिक्य देब बर्मा और कृति देवी देब बर्मन के चाचा थे.

जिष्णु देव वर्मा की तीन बहनें हैं. उनके एक चचेरे भाई भी है, जिनका नाम भरत देव वर्मा हैं और वो अभिनेत्री मुनमुन सेन के पति जबकि राइमा सेन व रिया सेन के पिता हैं.

जिष्णु देव का विवाह श्रीमती सुधा देबबर्मा से हुआ है और उनके दो बेटे हैं. उनके नाम प्रतीक किशोर देव वर्मा और जयबंत किशोर देव वर्मा है. जिष्णु देव वर्मा हिन्दू है.

जिष्णु देव वर्मा की शिक्षा (Jishnu Dev Varma Education)

जिष्णु देव वर्मा ने कलकत्ता विश्वविद्यालय से स्नातक (बी.ए.) तक की पढाई की है.

जिष्णु देव वर्मा का शुरूआती जीवन (Jishnu Dev Varma Early Life)

जिष्णु देव वर्मा शाही परिवार से आते है. इसी कारण उनका रहन-सहन आम लोगो से अलग रहा है. लोगो के बीच उन्हें राजकुमार के नाम से जाना जाता रहा है. धनी परिवार से होने के कारण उन्हें अपने कला-कौशल और शौक को परवान चढाने में वैसी कोई समस्या नहीं आयी जो आम इंसान को प्रायः झेलना पड़ता है. इसी कारण वे सांस्कृतिक क्षेत्र में काफ़ी सक्रिय रहे. वे कला, लेखन में आगे रहे है. उनकी लिखी हुई कई किताबे अब तक बाजार में आ चुके है. वे फोटोग्राफी के भी शौक़ीन है और उनके द्वारा शूट किये हुई फोटो जाने-माने पत्र-पत्रिका व वेबसाइट पर आ चुके है.

जिष्णु देव वर्मा का राजनीतिक करियर (Jishnu Dev Varma Political Career)

जिष्णु देव वर्मा की राजनैतिक यात्रा नब्बे के दशक से शुरू हुई है. राज्यपाल बनने से पहले तक वे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता माने जाते रहे है. राज्यपाल बनने के बाद उन्होंने पार्टी से त्यागपत्र दे दिया.

जिष्णु देव वर्मा 1990 में राम जन्मभूमि आंदोलन के समय भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे. बाद में, उनकी पहुंच को देखते हूए वर्ष 1993 में उन्हें भाजपा का राष्ट्रीय महासचिव बना दिया गया. चूँकि वे राजघराने से संबंध रखते थे इसलिए पार्टी में उन्हें जल्दी ही प्रोमोशन दिया जाने लगा. इस तरह उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर विभिन्न पदों पर कार्य किया है. पहले महासचिव और बाद में उन्हें त्रिपुरा राज्य का उपमुख्यमंत्री भी बना दिया गया.

2018 के त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में जिष्णु देव ने भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज की थी. पार्टी ने उन्हें त्रिपुरा के ‘चारिलाम विधानसभा क्षेत्र’ से टिकट दिया था और पार्टी के विश्वास पर खरे उतरते हुई उन्होंने जीत दर्ज की. उन्होंने 25,000 से ज़्यादा मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी. पर असली मजे की बात तो यह थी कुल पड़े वोट (मत) में अकेले जिष्णु देव को ही 89% प्राप्त हुई. यानि बाकी बचे ग्यारह प्रतिशत वोट में ही सभी विरोधी सिमट गए. यह किसी भी उम्मीदवार के लिए ऐतिहासिक जीत कही जा सकती है.

उस चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार अर्जुन देबबर्मा को मात्र 775 मत पड़े थे. राज्य के विधानसभा चुनाव में हुई उनकी ऐतिहासिक जीत के बाद जिष्णु देव को राज्य का उपमुख्यमंत्री चुना गया. त्रिपुरा के उपमुख्यमंत्री के तौर पर उनका कार्यकाल मार्च 2018 से लेकर 2 मार्च 2023 तक रहा. त्रिपुरा के उपमुख्यमंत्री रहते उनके पास वित्त, ऊर्जा, ग्रामीण विकास (पंचायत सहित), योजना एवं समन्वय, विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण विभाग थे.

इसी अवधि में वे उत्तर पूर्व क्षेत्रीय विद्युत समिति (NERPC) के अध्यक्ष के पद पर भी रहे. जिष्णु देव लिए 2023 का त्रिपुरा विधानसभा चुनाव अच्छा नहीं रहा. इस बार वे फिर से भाजपा उम्मीदवार के तौर पर राज्य के ‘चारिलाम विधानसभा सीट’ से खड़े हुई पर इस बार किस्मत ने साथ छोड़ दिया और वे अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी टिपरा मोथा पार्टी के उम्मीदवार सुबोध देब बर्मा से हार गए. हालांकि 2023 के त्रिपुरा विधान सभा चुनाव में जिष्णु देव ने राज्य के सबसे अमीर उम्मीदवार में अपना नाम दर्ज करवाया था.

जिष्णु देव वर्मा का राज्यपाल के रूप में करियर

जिष्णु देव वर्मा को 27 जुलाई 2024 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने तेलंगाना का राज्यपाल नियुक्त किया जबकि उन्होंने 31 जुलाई 2024 को यह पद भार ग्रहण किया.

इससे पहले राज्य में सी.पी. राधाकृष्णन राज्यपाल हुआ करते थे, जिन्हे राज्य का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था.

वर्तमान में, जिष्णु देव वर्मा तेलंगाना के तीसरे राज्यपाल है.

इस लेख में हमने आपको तेलंगाना के राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा की जीवनी (Jishnu Dev Varma Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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