Thawar Chand Gehlot Latest News – थावर चंद गहलोत कर्नाटक के राज्यपाल है. साठ के दशक में राजनीति में कदम रखने वाले थावर चंद गहलोत ने राजनीति की शुरुआत विभिन्न प्रकार के आंदोलन से की थी. उन्होंने आपातकाल के समय में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. बाद में, वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए और देवास-शाजापुर संसदीय सुरक्षित सीट से लगातार चार बार सांसद चुने गए. बाद में, वे दो कार्यकालों के राज्यसभा सदस्य भी रह चुके है, जबकि वे मोदी सरकार में लगातार सात वर्षो तक सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री रहे. इस लेख में हम आपको कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत राय की जीवनी (Thawar Chand Gehlot Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
थावर चंद गहलोत की जीवनी (Thawar Chand Gehlot Biography in Hindi)
| पूरा नाम | थावर चंद गहलोत |
| उम्र | 77 साल |
| जन्म तारीख | 18 मई 1948 |
| जन्म स्थान | मध्य प्रदेश के उज्जैन |
| शिक्षा | बीए |
| कॉलेज | विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन |
| वर्तमान पद | कर्नाटक के राज्यपाल |
| व्यवसाय | राजनीतिक |
| राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
| वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
| पिता का नाम | रामलाल गहलोत चंद गहलोत |
| माता का नाम | सुमन बाई |
| पत्नी का नाम | अनीता गहलोत |
| बेटें का नाम | तीन बेटे |
| बेटी का नाम | एक बेटी |
| स्थाई पता | – |
| वर्तमान पता | राजभवन, कर्नाटक, भारत |
| फोन नंबर | – |
| ईमेल | – |
थावर चंद गहलोत का जन्म और परिवार (Thawar Chand Gehlot Birth & Family)
थावर चंद गहलोत का जन्म 18 मई 1948 को मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा तहसील के रूपेटा गाँव में हुआ था. इनके पिता का नाम रामलाल गहलोत चंद गहलोत और माता का नाम सुमन बाई था.
इनका विवाह अनीता गहलोत से हुआ था. इनके चार बच्चे है. एक बेटी और तीन बेटे. थावर चंद गहलोत हिन्दू है और जाति से दलित (एससी) है.
थावर चंद गहलोत की शिक्षा (Thawar Chand Gehlot Education)
थावर चंद गहलोत ने विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन, मध्य प्रदेश से बीए किया.
थावर चंद गहलोत का शुरूआती जीवन (Thawar Chand Early Life)
थावर चंद गहलोत का शुरूआती जीवन संघर्ष से भरा रहा. वे निर्धन परिवार से थे. उन्होंने 1965-70 तक ग्रासिम इंडस्ट्रीज, बिरला उद्योग, नागदा जंक्शन, जिला उज्जैन, मध्य प्रदेश में श्रमिक के रूप में काम किया. इसके बाद, उन्होंने 1965-75 तक ग्रेसिम इंजीनियरिंग श्रमिक संघ में सचिव और केमिकल श्रमिक संघ में कोषाध्यक्ष के रूप में काम किया.
बताया जाता है कि 1966 से 1970 तक वे विभिन्न आन्दोलनों में कई बार न्यायिक हिरासत में भी रह चुके है. वे वर्ष 1971 में जिला उज्जैन के भैरवगढ़ जेल में 10 माह हिरासत में रहे. जब देश में आपातकाल लागू हुआ तब थावर चंद गहलोत भी मैदान में उतर गए और इसी कारण उन्हें आपातकाल (1975-76) के दौरान मीसा (आंतरिक सुरक्षा अधिनियम) के तहत फिर से उज्जैन के भैरवगढ़ जेल में भेज दिया गया.
थावर चंद गहलोत का राजनीतिक करियर (Thawar Chand Gehlot Political Career)
कर्णाटक के राज्यपाल बनने से पहले थावर चंद गहलोत भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता माने जाते थे. राज्यपाल बनने के बाद संवैधानिक मर्यादा के अनुसार उन्हें पार्टी से दुरी बनानी पड़ी क्योकि राज्यपाल निष्पक्ष होता है और वह राज्य में सभी पार्टियों के लिए समान व्यवहार रखता है.
पहली बार थावर चंद गहलोत ने शाजापुर लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर 1996 का चुनाव जीता. बाद में, गहलोत लगातार यहां से चुनाव जीतते रहे. इस तरह वे राज्य के शाजापुर लोकसभा क्षेत्र से 1996, 1998, 1999 और 2004 का चुनाव जीतकर सांसद बने. थावर मध्यप्रदेश के शाजापुर लोकसभा सीट से लगातार चार बार जीत दर्ज की थी. राज्य का यह सीट आरक्षित हुआ करती थी, जिसके परिसीमन के बाद अस्तित्व समाप्त हो गए. यानि वर्तमान में, यह लोकसभा सीट अब नहीं है.
इसके बाद 3 अप्रैल 2012 को उन्हें राज्यसभा के लिए चुना गया था, जिस पद पर वे 7 जुलाई 2021 तक रहे. इसी अवधि में वे मोदी सरकार के पहले और दूसरे कार्यकाल में लगातार सात वर्ष तक ‘सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री’ रहे. थावर चंद गहलोत 26 मई 2014 से लेकर 8 जुलाई 2021 मोदी सरकार में मंत्री थे. जबकि वे दो कार्यकाल के लिए वर्ष 2012 से लेकर 7 जुलाई, 2021 (राज्यपाल बनने तक) राज्यसभा सदस्य रहे. राज्यपाल बनने के बाद उन्हें दूसरे कार्यकाल के बचे हुए समय से पहले ही त्यागपत्र देना पड़ा.
इन सब के अलावे थावर चंद गहलोत को भाजपा के संसदीय बोर्ड और केंद्रीय चुनाव समिति का सदस्य भी नियुक्त किया गया था. इतना ही नहीं थावर को 2019 में प्रोमोशन देते हुए राज्यसभा में नेता सदन भी बना दिया गया था.
इसके बाद, 6 जुलाई, 2021 को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने थावर चंद गहलोत को कर्णाटक का राज्यपाल नियुक्त किया. थावर ने 11 जुलाई 2021 को कर्णाटक के राज्यपाल का पद ग्रहण किया. इससे पहले उन्हें पहले से धारित सभी पदों से त्यागपत्र देना पड़ा. इससे पहले वे मोदी सरकार में समाजित न्याय और आधिकारिता मंत्री के साथ ही राज्यसभा सदस्य भी थे. इसके अलावे वे भारतीय जनता पार्टी के पार्लियामेंट्री बोर्ड के मेंबर भी थे.
वर्तमान में, थावर चंद गहलोत कर्नाटक के 19वें राज्यपाल है.
इस लेख में हमने आपको कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत की जीवनी (Thawar Chand Gehlot Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.



























