शिव प्रताप शुक्ला की जीवनी | Shiv Pratap Shukla Biography in Hindi

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Shiv Pratap Shukla Latest News – शिव प्रताप शुक्ला हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल है. सत्तर के दशक में राजनीति में कदम रखने वाले शुक्ला ने राजनीति की शुरुआत आपातकाल के समय की थी. बाद में, वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए और गोरखपुर विधानसभा सीट से लगातार चार बार 1989, 1991, 1993 और 1996 में विधायक चुने गए. शिव प्रताप शुक्ला 1996-1998 में कल्याण सिंह के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में उत्तर प्रदेश के कारागार मंत्री रहे थे जबकि मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वे केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री थे. योगी आदित्यनाथ से पहले गोरखपुर में शुक्ला का राज चलता था. वे पूर्वांचल के बड़े नेता माने जाते थे. शुक्ल राज्यसभा सदस्य भी रह चुके है. इस लेख में हम आपको हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला राय की जीवनी (Shiv Pratap Shukla Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

शिव प्रताप शुक्ला की जीवनी (Shiv Pratap Shukla Biography in Hindi)

पूरा नाम शिव प्रताप शुक्ला
उम्र 73 साल
जन्म तारीख 1 अप्रैल 1952
जन्म स्थान उत्तर प्रदेश
शिक्षा एलएलबी
कॉलेज गोरखपुर विश्वविद्यालय
वर्तमान पद हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल
व्यवसाय राजनीतिक
राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पिता का नाम रमाशंकर शुक्ला
माता का नाम पार्वती देवी
पत्नी का नाम
बेटें का नाम
बेटी का नाम
स्थाई पता
वर्तमान पता राजभवन, हिमाचल प्रदेश, भारत
फोन नंबर
ईमेल

शिव प्रताप शुक्ला का जन्म और परिवार (Shiv Pratap Shukla Birth & Family)

शिव प्रताप शुक्ला का जन्म 1 अप्रैल 1952 को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के खजनी में हुआ था.  इनके पिता का नाम रमाशंकर शुक्ला और माता का नाम पार्वती देवी था. उनके तीन बच्चे है. शिव प्रताप शुक्ला हिन्दू है और जाति से ब्राह्मण है.

शिव प्रताप शुक्ला की शिक्षा (Shiv Pratap Shukla Education)

शिव प्रताप शुक्ला ने गोरखपुर विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश से बीए और एलएलबी किया.

शिव प्रताप शुक्ला का राजनीतिक करियर (Shiv Pratap Shukla Political Career)

शिव प्रताप शुक्ला सत्तर के दशक में राजनीति में आये थे. गोरखपुर के कॉलेज में पढाई करने के दौरान ही शुक्ला ने राजनीति की शुरुआत की थी. एक छात्र नेता के तौर पर आपातकाल में वे काफी सक्रिय रहे. इस कारण उन्हें 19 महीने जेल में भी बिताना पड़ा. इसी के बाद राजनीति में शुक्ला की एक पहचान बन गई और पूर्वांचल में शुक्ला का जनाधार भी बन गया जो आने वाले वर्षो में उनके लिए मील का पत्थर साबित हुआ.

बाद में भारतीय जनता पार्टी के सदस्य बनकर उन्होंने कई चुनाव लड़ा. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पहले गोरखपुर की राजनीति में शुक्ला का बोल-बाला हुआ करता था. उन्हें न केवल गोरखपुर बल्कि पूर्वांचल का बड़ा नेता माना जाता था. पूर्वांचल में पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिम बिहार का कुछ क्षेत्र आता है जहां की रहन-सहन और बोलचाल बहुत समान है.

पहली बार शुक्ला ने गोरखपुर शहरी विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर 1989 का चुनाव जीता. बाद में, शुक्ला लगातार चुनाव जीतते रहे. इस तरह वे राज्य के गोरखपुर शहरी विधानसभा क्षेत्र से 1989, 1991, 1993, और 1996 का चुनाव जीतकर विधायक बने.

शुक्ला ने न केवल अपनी राजनीति को बुलंदी दी बल्कि क्षेत्र में भाजपा का जनाधार और जीत दिलवाने में भी अहम भूमिका निभाई. अब यही कारण रहा है कि उन्हें उत्तर प्रदेश भाजपा का वरिष्ठ नेता माना जाता है. वे राज्य में दो बार मंत्री बन चुके है जबकि केंद्र में मोदी सरकार में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री रह चुके है. शुक्ला को 1996 में भाजपा की कल्याण सिंह सरकार में जेल मंत्री बनाया गया था. इसके बाद उत्तर प्रदेश की तत्कालीन राजनाथ सिंह की भाजपा सरकार में उन्हें 1998 में ग्रामीण विकास मंत्री बनाया गया था. इस पद पर वे 2002 तक थे.

5 जुलाई 2016 को उन्हें राज्यसभा के लिए चुना गया था, जिस पद पर वे 5 जुलाई 2022 तक रहे. इसी अवधि में वे मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में ‘केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री’ रहे. शुक्ला 3 सितंबर 2017 से लेकर 30 मई 2019 मोदी सरकार में मंत्री थे.

इसके बाद, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शिव प्रताप शुक्ला को 18 फ़रवरी, 2023 को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया.

वर्तमान में, शिव प्रताप शुक्ला हिमाचल प्रदेश के 22वें राज्यपाल है.

इस लेख में हमने आपको हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला की जीवनी (Shiv Pratap Shukla Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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