Rajendra Arlekar Latest News – राजेंद्र आर्लेकर केरल के राज्यपाल है. अस्सी के दशक में राजनीति में कदम रखने वाले राजेंद्र आर्लेकर ने राजनीति की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी के साथ की थी. हालांकि वे बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े हुए थे और इसी के बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा. आर्लेकर केरल राज्य के राज्यपाल बनने से पहले हिमाचल प्रदेश और बिहार के राज्यपाल भी रह चुके है. इससे पहले वे गोवा सरकार में मंत्री और गोवा विधानसभा के अध्यक्ष भी रह चुके है. इस लेख में हम आपको केरल के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर राय की जीवनी (Rajendra Arlekar Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
राजेंद्र आर्लेकर की जीवनी (Rajendra Arlekar Biography in Hindi)
| पूरा नाम | राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर |
| उम्र | 71 साल |
| जन्म तारीख | 23 अप्रैल 1954 |
| जन्म स्थान | पणजी, गोवा |
| शिक्षा | बी.कॉम |
| कॉलेज | एमईएस कॉलेज, वास्को-डी-गामा |
| वर्तमान पद | केरल के राज्यपाल |
| व्यवसाय | राजनीतिक |
| राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
| वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
| पिता का नाम | विश्वनाथ आर्लेकर |
| माता का नाम | तिलोमत्तमा |
| पत्नी का नाम | अनघा आर्लेकर |
| बेटें का नाम | अमोघ आर्लेकर |
| बेटी का नाम | अदिति कुलकर्णी |
| स्थाई पता | – |
| वर्तमान पता | राजभवन, केरल, भारत |
| फोन नंबर | – |
| ईमेल | – |
राजेंद्र आर्लेकर का जन्म और परिवार (Rajendra Arlekar Birth & Family)
राजेंद्र आर्लेकर का जन्म 23 अप्रैल 1954 को गोवा के पणजी में हुआ था. राजेंद्र आर्लेकर के पिता का नाम विश्वनाथ आर्लेकर और माता का नाम तिलोमत्तमा था. आर्लेकर का विवाह अनघा आर्लेकर से हुआ है और उनके दो बच्चे हैं. उनकी एक बेटी का नाम श्रीमती अदिति कुलकर्णी हैं और बेटे का नाम अमोघ आर्लेकर हैं. राजेंद्र आर्लेकर हिन्दू है. वे जाति से अत्यंत पिछड़े वर्ग (एससी) से आते है.
राजेंद्र आर्लेकर की शिक्षा (Rajendra Arlekar Education)
राजेंद्र आर्लेकर ने सेंट जोसेफ संस्थान, वास्को डी गामा गोवा से मैट्रिकुलेशन किया और फिर इसके बाद उन्होंने एमईएस कॉलेज, वास्को-डी-गामा से वाणिज्य में स्नातक (बी.कॉम) किया.
राजेंद्र आर्लेकर का शुरूआती जीवन (Thawar Chand Early Life)
राजेंद्र आर्लेकर बचपन से ही आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) से जुड़े हुए थे. बाद में वे राजनीति की ओर मुड़ गए और संघ से निकटता रखने वाली राजनैतिक पार्टी भाजपा में शामिल हो गए. बताया जाता है कि राजेंद्र वर्ष 1989 में भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) ज्यॉइन की थी. उन दिनों पार्टी का राज्य में कोई जनाधार नहीं था फिर भी जनहित के लिए राजेंद्र आर्लेकर ने भाजपा के साथ जाना अधिक उचित समझा.
राजेंद्र आर्लेकर का राजनीतिक करियर (Rajendra Arlekar Political Career)
राजेंद्र आर्लेकर वैसे तो भाजपा में आधिकारिक रूप से वर्ष 1989 में शामिल हुए पर वे पार्टी व संघठन में इससे पहले काम कर रहे थे. भाजपा के बनने के समय यानि की वे अस्सी के दशक से ही पार्टी के लिए काम कर रहे थे.
भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर उन्होंने विभिन्न पदों पर कार्य किया है. आर्लेकर को पहले भारतीय जनता पार्टी, गोवा प्रदेश के महासचिव बनाया गया फिर वे गोवा औद्योगिक विकास निगम के अध्यक्ष बनाये गए. इसी के बाद वे गोवा राज्य अनुसूचित जाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग वित्तीय विकास निगम के अध्यक्ष बनाये गए. फिर वे राज्य में पार्टी के सबसे बड़े पद पर भी आसीन हुए. उन्हें भाजपा, गोवा का महासचिव और बाद में दक्षिण गोवा के भाजपा अध्यक्ष बनाया गया.
2012 में राजेंद्र आर्लेकर गोवा के पेरनेम विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार बनाये गए. वहां से उनका मुकाबला कांग्रेस के मनोहर अजगांवकर से था. इस चुनाव में राजेंद्र की बहुत भारी मतों से जीत हुई. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के मनोहर अजगांवकर से दोगुने से भी अधिक मत लाकर अपने चुनाव को जीता और राज्य में विधायक बने. बताया जाता है कि जब वर्ष 2014 में मनोहर पर्रिकर को राज्य की राजनीति से बाहर लाकर केंद्रीय राजनीति में स्थान दिया गया और उन्हें देश का रक्षा मंत्री बनाया गया तब खाली हुए मुख्यमंत्री पद पर राजेंद्र आर्लेकर की सबसे बड़ी दावेदारी थी पर पार्टी ने उनकी जगह लक्ष्मीकांत पारसेकर को अगला मुख्यमंत्री नियुक्त किया.
राजेंद्र आर्लेकर ने राज्य में डिजिटल इंडिया को आगे बढ़ाते हुए पेपर के बदले डिजिटल फाइल को बढ़ावा दिया. राजेंद्र आर्लेकर ने इसी मिशन के तहत गोवा विधानसभा को कागज रहित बनाने में अपनी सबसे बड़ी भूमिका निभाई. देश में गोवा ऐसा करने वाला पहला राज्य भी बन गया और इसका मुख्य श्रेय राजेंद्र आर्लेकर को जाता है. बाद में जब राज्य मंत्रिमंडल में फेरबदल हुआ तब इन्हे गोवा का ‘पर्यावरण एवं वन मंत्री’ बनाया गया.
राजेंद्र आर्लेकर का राज्यपाल के रूप में करियर
राजेंद्र आर्लेकर अब तक तीन राज्य के राज्यपाल बनाये जा चुके है. राजेंद्र आर्लेकर को सबसे पहले 6 जुलाई 2021 को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया. उस समय तब के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को हरियाणा का राज्यपाल बनाया गया था और राज्य में नए राज्यपाल का पद रिक्त था फिर उसी रिक्त पद पर राजेंद्र आर्लेकर नियुक्त किये गए. इसके लिए उन्होने पार्टी का आभार व्यक्त किया. उन्होंने तब कहा था, भाजपा एक ऐसी पार्टी है जहाँ प्रत्येक सदस्य के कार्य को मान्यता दी जाती है.
फिर इसी के बाद राजेंद्र आर्लेकर को बिहार का 29वाँ राज्यपाल नियुक्त किया गया. आर्लेकर को 16 फ़रवरी 2023 को बिहार का राज्यपाल बनाया गया था. उन्होंने बिहार के राज्यपाल के तौर पर 1 जनवरी 2025 तक काम किया.
2 जनवरी 2025 को राजेंद्र आर्लेकर को केरल का राज्यपाल नियुक्त किया गया. इससे पहले राज्य में आरिफ मोहम्मद खान राज्यपाल हुआ करते थे.
वर्तमान में, राजेंद्र आर्लेकर केरल के 23वें राज्यपाल है.
इस लेख में हमने आपको केरल के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर की जीवनी (Rajendra Arlekar Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.



























