तेजू को पार्टी से बाहर बताने के बाद बयान से पलटे तिवारी, तो JDU-BJP ने लालू परिवार पर कसा तंज

बिहार में लालू परिवार का घमासान, शिवानंद तिवारी के बयान पर तांडव तय! तेजप्रताप को बताया पार्टी से बाहर तो JDU और भाजपा को मिला मौका, JDU बोली- RJD एक पारिवारिक लिमिटेड कंपनी तो भाजपा ने बताया- तेजस्वी की ताजपोशी के हटाए जा रहे हैं कांटे

तेजू को पार्टी से बाहर बताने के बाद बयान से पलटे तिवारी
तेजू को पार्टी से बाहर बताने के बाद बयान से पलटे तिवारी

Politalks.News/Bihar. बिहार की राजनीति की अगर बात करें तो विधानसभा चुनाव के बाद से ही सूबे की राजनीति एक अलग ही अंदाज में करवट ले रही है. कभी प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी जदयू और बीजेपी में आपसी खींचतान की बात सामने आती है. तो वहीं राष्ट्रीय जनता दल में लालू परिवार की आंतरिक कलह दिखाई देती है. बीते कुछ दिनों से लालू परिवार में छिड़ी वर्चस्व की लड़ाई थोड़ी शांत सी दिख रही थी लेकिन, राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी के एक बयान के सामने आने के बाद परिवार में कलह बढ़ना तय है. शिवानंद तिवारी ने लालू के बड़े लाल तेज प्रताप यादव को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि, ‘तेज प्रताप यादव को निष्कासित करने का तो सवाल ही कहां बचा है, वो तो खुद से ही पार्टी से निष्कासित हो चुके हैं’. हालांकि तिवारी अब इस बयान से मुकरते नजर आ रहे है तो वहीं इस बयान के बाद बीजेपी और JDU ने राजद परिवार की आंतरिक कलह पर चुटकी लेना प्रारम्भ कर दिया है.

तेजस्वी यादव के करीबी और दिग्गज राजद नेता शिवानंद तिवारी ने के बयान के बाद लालू परिवार के साथ साथ राजद में सियासी खींचतान बढ़ना तय है. बुधवार को एक कार्यक्रम के दौरान शिवानंद तिवारी ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा था कि, ‘तेजप्रताप यादव को पार्टी से निष्कासित करने का सवाल ही कहां उठता है, वह तो स्वयं ही निष्कासित हो चुके हैं. तिवारी यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि, ‘तेजप्रताप ने जो संगठन बनाया है वह आरजेडी से अलग है, इसके लिए तो उन्होंने तो स्वयं ही कहा था कि पार्टी की ओर से आरजेडी का अधिकृत चुनाव चिन्ह लालटेन सिंबल इस्तेमाल करने से मना कर दिया गया है. ऐसे में फिर उनके होने या न होने को लेकर क्या सवाल है?’.

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हालांकि कुछ निजी मीडिया चैनल को दिए अपने बयान में तिवारी अपने बयान से मुकरते नजर आये. तिवारी ने कहा कि, ‘मेरे बयान को किसी दूसरी दिशा में ले जाया जा रहा है. जो भी बयान मैंने दिया वो मैं तो कह नहीं रहा. मैंने तो बस वही कहा जो तेजप्रताप ने कहा था. हमारा कोई स्टेटमेंट नहीं है, मैंने तो केवल उनकी बात दोहराई थी. लालू यादव ने खुद ही कहा कि हमें कोई बाधा नहीं है, जब उनके पिता ही कह रहे तो इन सब में हम क्या कहने वाले हैं. मैं तो हाजीपुर किसी निजी कार्यक्रम में हिंसा लेने गया हुआ था, तब ही कुछ पत्रकार वहां आ गए, लेकिन हमने ऐसा कुछ नहीं कहा. हमने केवल इतना ही कहा कि वो आरजेडी में नहीं है’

वहीं तेजप्रताप यादव द्वारा हाल ही में दिए गए बयान जिसमें उन्होंने अपने पिताजी के अपहरण की बात कही थी उसे लेकर तिवारी ने कहा कि, ‘इस मामले में अब उनके बोलने का कोई मतलब नहीं बनता. क्योंकि इस मामले पर खुद लालू प्रसाद ने ही अपनी स्थिति को स्पष्ट कर दिया था’. वहीं बिहार उपचुनाव को लेकर कांग्रेस कि ओर से प्रत्याशी उतारे जाने के सवाल पर तिवारी ने कहा कि, ‘महागठबंधन में कही भी फूट नहीं है, बल्कि यह गठबंधन मजबूती से कायम है. दो सीटों पर फ्रेंडली फाइट हो रही है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि इसके आगे के चुनाव में हम साथ चुनाव नहीं लडे़ंगे. कांग्रेस की नाराजगी की क्या बात है, हमने तो पहले ही कह दिया था कि दोनों सीटों पर हम चुनाव लड़ेंगे’.

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आपको बता दें कि लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने नया संगठन छात्र जनशक्ति परिषद बनाया है. तेजप्रताप यादव ने छात्र राजद की कमान हाथ से निकलने के बाद इस परिषद का गठन किया था. जनशक्ति परिषद के गठन के बाद तेज प्रताप यादव ने निर्देश दिया कि राजद शब्द और लालटेन चिह्न का इस्तेमाल नहीं करना है. जिसके बाद इसका साफ मतलब निकाला गया कि तेज प्रताप की राह अलग होने जा रही है. शिवानंद तिवारी के इस बयान के सामने आने के बाद अब बीजेपी और जेडीयू ने चुटकी लेना शुरू कर दिया है.

JDU नेता एवं पार्टी प्रवक्ता अभिषेक झा ने इसे पारिवारिक मेलोड्रामा करार दिया और इसके और भी एपिसोड सामने आने की बात कही. झा ने कहा कि, ‘RJD एक पारिवारिक लिमिटेड कंपनी है जिसमें हिस्सेदारी के लिए भाइयों और बहनों के बीच जबरदस्त होड़ मची हुई है. तेजस्वी ने तेजप्रताप को नीचा दिखने के लिए जगदानंद सिंह और शिवानंद तिवारी के माध्यम से राजनीतिक बंदूक चलाई है. छोटे भाई और बड़े भाई के बीच जो नूराकुश्ती चल रही है वह किसी से छिपी नहीं है. बिहार की जनता देख सुन और समझ रही है कि ऐसे लोगों को सत्ता में नहीं आने दिया तो अच्छा किया’.

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तो वहीं बीजेपी नेता निखिल आनंद ने कहा कि, ‘RJD में जो चल रहा है वो सिर्फ और सिर्फ तेजस्वी यादव को पूरी तरह ताज सौंपने के लिए किया जा रहा है. अब तो यह भी तय हो चुका है कि तेजप्रताप यादव को विधानसभा के लिए टिकट नहीं मिलेगा, मीसा भारती को अगला लोकसभा का टिकट नहीं मिलेगा. इसीलिए तेजस्वी यादव की ताजपोशी में जितने भी कांटे सामने आ रहे हैं उन्हें निकालकर फेंकने की तैयारी चल रही है. यह लोकतांत्रिक नहीं गैर लोकतांत्रिक और परिवारवाद की पार्टी है’.

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