T.Raja Singh Lodh Latest News – तेलंगाना भाजपा के नए अध्यक्ष के चुनाव के मुद्दे पर पार्टी के फायरब्रांड नेता टी राजा सिंह ने पार्टी से त्यागपत्र दे दिया. पार्टी ने भी उनके त्यागपत्र को स्वीकार करके नए अध्यक्ष के नामो की घोषणा कर दी. राज्य में रामचंद्र राव को भाजपा का अध्यक्ष बनाया गया है. टी राजा भाजपा के वैसे नेता माने जाते थे, जो एक राज्य के विधायक होने के बाद भी उसके नाम की चर्चा राष्ट्रीय स्तर पर थी. यह उनकी लोकप्रियता दर्शाती है. टी राजा 2014 से लगातार तीन बार जीत चुके है. तेलंगाना की राजनीति में टी राजा एक बड़ा नाम है. भले ही अब वे भाजपा के नेता नहीं है पर वे हिंदुत्व का चेहरा अब भी है और यही पहचान उनके लिए पर्याप्त है. उनकी लोकप्रियता किसी पार्टी से नहीं है बल्कि पार्टी को उनके नाम से लोकप्रियता मिलती है. इस लेख में हम आपको भाजपा तेलंगाना के अध्यक्ष टी राजा सिंह की जीवनी (T.Raja Singh Lodh Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
टी राजा सिंह की जीवनी (T.Raja Singh Lodh Biography in Hindi)
| पूरा नाम | ठाकुर राजा सिंह |
| उम्र | 48 साल |
| जन्म तारीख | 15 अप्रैल 1977 |
| जन्म स्थान | तेलंगाना |
| शिक्षा | – |
| कॉलेज | – |
| वर्तमान पद | भाजपा तेलंगाना के अध्यक्ष |
| व्यवसाय | राजनीतिक |
| राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
| वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
| पिता का नाम | – |
| माता का नाम | – |
| पत्नी का नाम | टी. उषा |
| बेटें का नाम | तीन बेटे |
| बेटी का नाम | एक बेटी |
| स्थाई पता | – |
| वर्तमान पता | – |
| फोन नंबर | – |
| ईमेल | – |
टी राजा सिंह का जन्म और परिवार (T.Raja Singh Lodh Birth & Family)
ठाकुर राजा सिंह का जन्म 15 अप्रैल 1977 को तेलंगाना, हैदराबाद में हुआ था. टी राजा सिंह का विवाह टी. उषा से हुआ था. उनके चार संतान है. उन्हें तीन बेटे और एक बेटी है. टी राजा सिंह हिन्दू है.
टी राजा सिंह का राजनीतिक करियर (T.Raja Singh Lodh Political Career)
टी राजा सिंह की राजनीतिक यात्रा लगभग दो दशक पहले आरम्भ हुई है. उन्होंने वर्ष 2009 में अपने राजनैतिक करियर की शुरुआत तेलुगु देशम पार्टी से किया था. बाद में वर्ष 2014 तक मंगलहाट से ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम के प्रतिनिधि चुने गए. टी राजा के आने से पहले यह क्षेत्र कांग्रेस का गढ़ माना जाता था.
इससे पहले टी राजा गोशामहल से कांग्रेस विधायक मुकेश गौड़ और गोशामहल से भाजपा पार्षद मेट्टू वैकुंठम के करीबी थे. राजनीति में आगे बढ़ने के लिए लोगो के बीच जान पहचान बढ़ानी सबसे प्रमुख बिंदु मानी जाती है. इन नेताओ से बने अच्छे संबंधों के कारण उन्हें गोशामहल में लोकप्रियता हासिल करने में विशेष सहायता मिली. बताया जाता है कि कांग्रेस विधायक गौड़ की मदद से राजा सिंह कुछ समय के लिए कांग्रेस पार्टी की युवा शाखा से भी जुड़ गए थे.
उसी के बाद राजा सिंह 2014 के आंध्र प्रदेश विधान सभा चुनाव से ठीक पहले गोशामहल से भाजपा पार्षद मेट्टू वैकुंठम के आग्रह पर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. टी राजा के भाजपा में शामिल होने के बाद पार्टी ने उन्हें तेलंगाना के गोशामहल विधानसभा क्षेत्र से 2014 में पहली बार अपना उम्मीदवार बनाया. इस चुनाव में उनका मुकाबला कांग्रेस के तत्कालीन विधायक कांग्रेस के मुकेश गौड़ से था. अपनी लोकप्रियता के दम पर राजा सिंह ने जीत हासिल की. उन्होंने कांग्रेस के मुकेश गौड़ को 46,793 के अंतर से हराकर गोशामहल विधानसभा क्षेत्र का चुनाव जीत लिया. राजा सिंह की यह पहली जीत थी. इसी के बाद उनकी राजनीतिक पहुंच राज्य स्तर की हो गई क्योकि अब वे प्रदेश के विधायक थे.
फिर तो टी राजा को भारतीय जनता पार्टी 2018 और 2023 के चुनाव में भी अपना उम्मीदवार बनाया और वे लगातार जीतते रहे. 2018 में टी राजा ने भारत राष्ट्र समिति के उम्मीदवार प्रेम सिंह राठौर को 17,734 मतों के अंतर से पराजित किया और गोशामहल विधानसभा क्षेत्र से अपना दूसरा चुनाव जीत लिया. उसी प्रकार 2023 के चुनाव में उन्होंने बीआरएस के नंद किशोर व्यास को 22,000 के मतों के अंतर से पराजित करके अपना तीसरा चुनाव जीत लिया. वर्तमान में टी राजा तेलंगाना के गोशामहल विधानसभा क्षेत्र से ही विधायक है.
इसी के बाद जून 2025 में उन्होंने भाजपा से त्यागपत्र दे दिया. दरअसल भाजपा ने रामचंद्र राव को राज्य में पार्टी अध्यक्ष बनाने का निर्णय लिया था. राजा सिंह को यह पसंद नहीं था और इसी विरोध में उन्होंने भाजपा से त्यागपत्र दे दिया. भाजपा टी राजा के त्यागपत्र के बाद भी अपने निर्णय पर अडिग रही. इतना ही नहीं पार्टी ने उनके त्यागपत्र को बाद में स्वीकार भी कर लिया. इस तरह वर्तमान में, राजा सिंह भाजपा के विधायक नहीं रहे वैसे विधायक वे अब भी है.
हालाकिं राजा सिंह का पार्टी के साथ पहले भी विवाद रहा था. इससे पहले भी वे भाजपा से त्यागपत्र दे चुके थे पर फिर उनकी वापसी हो गई थी. यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि राजा सिंह भले ही एक राज्य के विधायक है पर वे एक सामान्य विधायक नहीं है. इस सच्चाई से भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व भी इंकार नहीं कर सकता है कि टी राजा सिंह की पहचान राष्ट्रीय स्तर के नेताओ से कम नहीं है. इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि टी राजा के हटने से राज्य में पार्टी को जनाधार बढ़ाने के उद्देश्य में झटका लग सकता है क्योकि वे भाजपा के फायरब्रांड नेता थे.
वर्तमान में, टी राजा सिंह तेलंगाना के गोशामहल विधानसभा क्षेत्र से विधायक है.
टी राजा सिंह की संपत्ति (T.Raja Singh Lodh Property)
2023 के विधानसभा चुनाव में दाखिल किये गए घोषणापत्र के अनुसार टी राजा की कुल संपत्ति 4.07 करोड़ रूपये हैं जबकि उनपर 13 लाख रूपये का कर्ज भी है.
इस लेख में हमने आपको भाजपा तेलंगाना के अध्यक्ष टी राजा सिंह की जीवनी (T.Raja Singh Lodh Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.



























