N.Chandrababu Naidu Latest News – आंध्र प्रदेश में इस समय तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) की सरकार है और कांग्रेस के साथ जुड़कर राजनीति की शुरुआत करने वाले चंद्रबाबू नायडू राज्य के मुख्यमंत्री है. इससे पहले भी वे राज्य में दो बार मुख्यमंत्री बन चुके है. चंद्रबाबू नायडू आंध्र प्रदेश के राजनीतिक इतिहास में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है. मुख्यमंत्री पद के अलावे नायडू तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं. नायडू की राजनैतिक धाक केंद्र में भी रही है और वे राष्ट्रीय राजनीति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके है. नायडू भाजपा के प्रभाव वाले एनडीए का भी हिस्सा रह चुके है. इस लेख में हम आपको आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू की जीवनी (N. Chandrababu Naidu Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
एन चंद्रबाबू नायडू की जीवनी (N. Chandrababu Naidu Biography in Hindi)
| पूरा नाम | नारा चंद्रबाबू नायडू |
| उम्र | 75 साल |
| जन्म तारीख | 20 अप्रैल 1950 |
| जन्म स्थान | आंध्र प्रदेश के तिरुपति |
| शिक्षा | एमए |
| कॉलेज | श्री वेंकटेश्वर विश्वविद्यालय |
| वर्तमान पद | आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री |
| व्यवसाय | राजनीतिक |
| राजनीतिक दल | तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) |
| वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
| पिता का नाम | नारा खर्जुरा नायडू |
| माता का नाम | अमनम्मा |
| पत्नी का नाम | भुवनेश्वरी |
| बेटें का नाम | नारा लोकेश |
| बेटी का नाम | – |
| स्थाई पता | – |
| वर्तमान पता | उंदावल्ली, विजयवाड़ा, 1, जनपथ, नई दिल्ली |
| फोन नंबर | – |
| ईमेल | – |
एन चंद्रबाबू नायडू का जन्म और परिवार (N. Chandrababu Naidu Birth & Family)
नारा चंद्र बाबू नायडू का जन्म 20 अप्रैल 1950 को आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले के नरवरिपल्ले में हुआ था.
उनके पिता का नाम नारा खर्जुरा नायडू और माता का नाम अमनम्मा था. उनका एक छोटा भाई नारा राममूर्ति नायडू और दो छोटी बहनें हैं.
उनकी शादी 1981 में भुवनेश्वरी से हुआ. उनकी शादी के पीछे उनका ‘मंत्री बनना’ वाली घटना शामिल है. चूंकि उस समय नायडू राज्य के छायांकन मंत्री बन चुके थे और उन्ही दौर में तेलुगु सिनेमा के एक लोकप्रिय फ़िल्म स्टार, एनटी रामा राव का जमाना था. मंत्री रहते नायडू एनटी रामा राव के सम्पर्क में आये और फिर एनटी रामा राव की दूसरी बेटी भुवनेश्वरी के साथ उनका विवाह तय हो गया. एन चंद्रबाबू नायडू का एक बेटा है, जिनका नाम नारा लोकेश है. लोकेश टीडीपी के महसचिव है, साथ ही वह आंध्र प्रदेश के नायडू सरकार में कैबिनेट मंत्री भी है.
एन चंद्रबाबू नायडू की शिक्षा (N. Chandrababu Naidu Education)
एन चंद्रबाबू नायडू चूंकि गांव से है. चूंकि उनके गांव में कोई स्कूल था इसलिए शुरुआत में उन्होंने कक्षा पाँच तक शेषपुरम के प्राथमिक विद्यालय और कक्षा 10 तक चंद्रगिरी सरकारी हाई स्कूल से पढाई की. बाद में, उन्होंने 1972 में श्री वेंकटेश्वर आर्ट्स कॉलेज, तिरुपति से बीए किया. फिर श्री वेंकटेश्वर विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर (एमए) किया.
एन चंद्रबाबू नायडू का राजनीतिक करियर (N. Chandrababu Naidu Political Career)
एन चंद्रबाबू नायडू की राजनीतिक यात्रा की शुरुआत चार दशक पहले आरम्भ हुई. वे छात्र राजनीति से आये. श्री वेंकटेश्वर विश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर की पढ़ाई करते हुए वे छात्र संघ से जुड़ गए. बाद में, 1975 में वे युवा कांग्रेस में शामिल हो गए और पुलिचेरला में इसकी स्थानीय शाखा के अध्यक्ष बन गए. 1975 में देश में आपातकाल लागू होने के बाद, वे संजय गांधी के समर्थक बन गए. इसलिए जहां अन्य नेताओ को उस दौर में जेल में या फिर जेल से बचने के लिए अंदरग्राउंड जीवन बिताना पड़ा था वही नायडू खुलकर राजनीति में आ गए.
कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के बाद चंद्रबाबू नायडू ने सीनियर नेता एनजी रंगा की मदद से 1978 के विधानसभा चुनाव में चंद्रगिरी निर्वाचन क्षेत्र से विधान सभा के लिए टिकट लेने में सफल हो गए. चुनाव में खड़े होने के बाद उन्हें पहली जीत मिली.
इसी के बाद शुरुआत में नायडू आंध्र प्रदेश लघु उद्योग विकास निगम के निदेशक बनाये गए. बाद में, नायडू को टी अंजैया की सरकार में मंत्री बनाया गया. नायडू ने 1980 से 1983 तक आंध्र प्रदेश सरकार में अभिलेखागार, छायांकन, तकनीकी शिक्षा व लघु सिंचाई मंत्री पद पर आसीन रहे. नायडू उस समय की आंध्र प्रदेश की राजनीति में सबसे कम उम्र के विधायक और मंत्री बनने का भी रिकॉर्ड हासिल किया.
आंध्र प्रदेश में राजनैतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहे थे. तेलुगु सिनेमा के विख्यात अभिनेता, निर्देशक, प्रोडूसर एनटी रामाराव ने वर्ष 1982 में राजनीति में प्रवेश कर गए और उन्होंने इसी वर्ष ‘तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) का गठन किया. चूंकि राज्य में उनके नाम का बोलबाला था परिणाम यह हुआ कि राज्य में होने वाले अगले वर्ष के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी की भारी जीत हुई. जीत ऐसे थी कि टीडीपी के विरुद्ध खड़े दूसरे पार्टी के उम्मीदवार को अपनी जमानत बचाना भी कठिन पड़ गया था. स्वयं उनके दामाद चंद्रबाबू नायडू, जो तब तक कांग्रेस से थे, हार गए. इस घटना के बाद भविष्य की आहट को भांपते हुए नायडू हार के तुरंत बाद ‘तेलुगु देशम पार्टी’ में शामिल हो गए. नेता उसी ओर भागते है जहां उन्हें भविष्य दीखता है और नायडू ने भविष्य में झांक कर देख लिया था कि आने वाला समय टीडीपी का है.
हालांकि सत्ता में आने के बाद एनटी रामाराव के विरुद्ध उन्ही की पार्टी ने नेता नादेंदला भास्कर राव ने कुछ समय के लिए तख्तापलट कर दिया और राज्य के स्वयं मुख्यमंत्री बन गए. नायडू ने इस समय सूझबुझ से स्थिति संभाल ली और रामाराव फिर से सत्ता में वापस आ गए. ऐसी के बाद एनटीआर ने नायडू को 1986 में टीडीपी का महासचिव नियुक्त किया. राज्य में हुए 1989 के विधानसभा चुनाव में टीडीपी की पराजय हुई और कांग्रेस एक बार फिर से सत्ता में वापसी की. इस अवधि में नायडू ने की विधानसभा में विपक्षी नेता की भूमिका निभाई.
1 सितंबर 1995 को, 45 वर्ष की आयु में नायडू ने एनटी रामाराव के नेतृत्व के खिलाफ तख्तापलट कर दिया और फिर वे स्वयं राज्य के मुख्यमंत्री बन गए. इसके बाद वे 2014 और 2024 के विधानसभा चुनाव में जीतकर भी मुख्यमंत्री बन चुके है.
वर्तमान में, एन चंद्रबाबू नायडू आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री है.
इस लेख में हमने आपको आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू की जीवनी (N. Chandrababu Naidu Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.



























